मधेश प्रदेश में भारत-पाक तनाव के बाद चारों सुरक्षा निकायों की आपात बैठक
जनकपुरधाम (नेपाल): “नेपाली भूमि का उपयोग किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए नहीं होने दिया जाएगा।” यह बात मधेश प्रदेश के गृह एवं संचार मंत्री राज कुमार लेखी ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ आपातकालीन बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई घटना और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए मधेश प्रदेश सरकार सतर्क हो गई है। इसी कड़ी में मंत्री लेखी ने चारों प्रमुख सुरक्षा निकायों के साथ विशेष बैठक की, जिसमें भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में संदिग्ध व्यक्ति, वाहन और वस्तुओं की गहन जांच, विदेशी नागरिकों के पहचान पत्रों की जांच सहित कई अहम सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा हुई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव मदन भुजेल, प्रदेश सचिव विमल प्रसाद बराल, धनुषा के सी.डी.ओ. नारायण प्रसाद रिजाल, नेपाली सेना मध्यपूर्वी पृतना हेडक्वार्टर बर्दीवास के सहायक रथी भुवन खत्री, मधेश प्रदेश के डी.आई.जी. उमा प्रसाद चतुर्वेदी, सशस्त्र पुलिस बल के डी.आई.जी. कृष्ण ढकाल और राष्ट्रीय अनुसंधान मधेश प्रदेश कार्यालय के निर्देशक माधव प्रसाद तिमिल्सिना सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।