राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा- सहारा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे संगठनों को एक मंच पर लाया जाएगा, पैसा न मिलने से कितने बेटियों की शादियां नहीं हो पा रही हैं तो कितने बच्चों की पढ़ाई अधर में लटकी पड़ी है, कितने लोगों ने कर ली है आत्महत्या
भुगतान के लिए पूरे देश में चलाया जाएगा जनजागरूकता अभियान : तजेंद्र सिंह
उत्तर प्रदेश को बनाएंगे लड़ाई का मुख्य केंद्र : आरिफ खान
नई दिल्ली। सहारा से दो लाख करोड़ के भुगतान की लड़ाई लड़ रहे राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी कनाट प्लेस स्थित द न्यूज 15 के कार्यालय पर आए और विशेष बातचीत करते हुए निवेशकों की परेशानी और आंदोलन की रणनीति को विस्तार से बताया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद्र दिवाकर ने कहा कि सहारा से भुगतान न होने की वजह से कितनी बेटियों का शादियां नहीं हो पा रही हैं तो कितने बच्चों की पढ़ाई अधर में लटकी पड़ी है। कितने लोगों ने आत्महत्या कर ली है। जनहित में इस लड़ाई को जनांदोलन में बदलना होगा। अब उनका संगठन देशभर में सहारा के खिलाफ भुगतान को लेकर आंदोलन कर रहे संगठनों को एक मंच पर लाने का काम करेगा। उनका कहना था कि एक मई को मजदूर दिवस पर देश के सभी मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। सहारा से भुगतान के लिए के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाना बहुत जरूरी है। उनका कहना था कि मोदी सरकार के संरक्षण के चलते ही सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय उनका बकाया भुगतान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने खुलकर ऐलान किया कि जब तक सहारा पीड़ित निवेशकों का पैसा उन्हें नहीं मिल जाता तब तक वे आंदोलन करते रहेंगे। जंतर-मंतर पर होने वाली लड़ाई को जीतने के लिए उन्हें देशभर के संगठनों को एकजुट करना होगा। अब जंतर-मंतर पर पूरी ताकत के साथ आंदोलन होगा।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव तजेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी जनसेवा ड्राइवर पार्टी भी सहारा पीड़ितों की लड़ाई में पीड़ित
राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष विजय वर्मा ने कहा कि वह प्रदेश स्तर पर संगठन का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कराएंगे। इस सम्मेलन में आंदोलन को गति देने और संगठन मजबूती पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान के जयपुर, उदयपुर समेत कई शहरों में सहारा के खिलाफ मोर्चा खुला हुआ है। इस लड़ाई को और मजबूत करना होगा। उनका कहना था कि सुब्रत राय को राजनीतिक दलों का संरक्षण प्राप्त है। हमें अपनी ताकत को और बढ़ाना होगा। द न्यूज १५ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि चिटफंड कंपनियों की असली हकीकत को लोगों के सामने लाकर उन्हें बेनकाब किया जाए।