लालू प्रसाद यादव के साथ ही नीतीश पर भी बढ़ा मुस्लिमों को सम्मान देने का दबाव
चरण सिंह
पटना/नई दिल्ली। तो क्या बिहार को इन विधानसभा चुनाव में मुस्लिम डिप्टी सीएम मिलने जा रहा है। कांग्रेस के नेता शाहनवाज आलम ने महागठबंधन की सरकार बनने पर कांग्रेस के दो डिप्टी सीएम बनाने की मांग कर दी है। दो डिप्टी सीएम में से एक मुस्लिम डिप्टी सीएम बनाने की मांग कांग्रेस नेता ने की है। शाहनवाज आलम के मुस्लिम डिप्टी सीएम की मांग करने पर जहां लालू प्रसाद के मुस्लिम प्रेम की परीक्षा इस बार होगी वहीं नीतीश पर भी एक मुस्लिम डिप्टी सीएम बनाने का दबाव शाहनवाज आलम ने बना दिया है।
तो क्या बिहार की राजनीति इससे पहले मुस्लिम सम्मान बात नहीं उठी है। ऐसा नहीं है। 2005 के विधानसभा चुनाव में जब आरजेडी की 75 सीटें आई थी और कांग्रेस की 10 तो 29 सीटें लाकर रामविलास पासवान किंगमेकर बने थे। रामविलास पासवान ने मुस्लिम नेता को सीएम बनाने की शर्त पर आरजेडी को समर्थन देने की शर्त रख दी थी तब लालू प्रसाद ने चुप्पी साध ली थी।
1997 में भी जब लालू प्रसाद पशुपालन घोटाले में जेल जाने वाले थे तो अब्दुल बार सिद्दिकी को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा चली थी पर लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था। मतलब एमवाई समीकरण पर लम्बे समय तक बिहार पर राज करने लालू प्रसाद का कैसा मुस्लिम प्रेम था वह उजागर हो गया था। अब बिहार में कांग्रेस ने मुस्लिम डिप्टी सीएम बनाने की मांग कर फिर से मुस्लिमों को सम्मान देने का दांव चला है। हालांकि आरजेडी एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि जिस कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में मुस्लिम नेतृत्व ख़त्म कर दिया। जिस कांग्रेस के राज में भागलपुर दंगा हुआ वह कांग्रेस मुस्लिम प्रेम दिखा रही है। हालांकि कांग्रेस ने भी मुस्लिमों को कुछ खास सम्मान नहीं दिया।
दरअसल बिहार ही नहीं विभिन्न राज्यों में अपने के सेकुलर मानकर चलने दल मुस्लिम प्रेम तो दिखाते हैं पर मुस्लिमों के लिए कुछ करने को कोई तैयार नहीं। देश में मुसलमान बीजेपी के तो टारगेट पर रहते हैं ही साथ में कांग्रेस, आरजेडी और सपा समेत दूसरे दल जो होने को सेकुलर मानकर चलते हैं वे भी मुस्लिमों का वोट ही हासिल करते हैं। उनको उनका हक़ देने को तैयार नहीं होते। बिहार में इन विधानसभा चुनाव मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की मांग उठी है। मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की मांग करने वाली कांग्रेस है। कांग्रेस के नेता शाहनवाज आलम ने पहले स्ट्राइक रेट पर टिकटों के बंटवारे की कही तो अब महागठबंधन की सरकार बनने पर दो डिप्टी सीएम कांग्रेस के बनाने की मांग भी रख दी।
डिप्टी सीएम भी एक मुस्लिम और एक सामान्य वर्ग से। तो किया बिहार को इस बार मुस्लिम डिप्टी सीएम मिलने जा रहा है ?
दरअसल अपने को सेकुलर होने का दावा करने वाले दल मुस्लिमों को वोट हासिल कर लेते हैं पर जब सम्मान देने की बात आती है तो मुस्लिमों की उपेक्षा होती है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी मुस्लिमों के वोटों पर लम्बे समय तक राज करती रही पर किसी मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की नहीं सोची। आजम खान आज की तारीख में जेल में बंद हैं पर समाजवादी पार्टी खुलकर पक्ष में नहीं आ पा रही है।