इजरायल के खिलाफ एकजुट होंगे अरब देश ?

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चरण सिंह 
ऐसे ही महात्मा बुद्ध ने शांति का संदेश नहीं दिया था। ऐसे ही महात्मा गांधी अहिंसा की बात नहीं करते थे। ऐस ही डॉ. लोहिया हथियारों की होड़ का विरोध नहीं करते थे ? हिंसा और हथियारों की होड़ के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। यूक्रेन और रूस का युद्ध ही थमा नहीं कि ईरान और इजरायल में युद्ध होने का माहौल पैदा हो गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह ख़ामेनेई ने जुमे की नमाज के बाद युद्ध का ऐलान तो नहीं किया पर यह जरूर कहा कि युद्ध में हम न तो जल्दबाजी करेंगे और न ही देरी करेंगे। मतलब युद्ध होगा। उन्होंने इजरायल को मुस्लिमों का सबसे बड़ा दुश्मन करार देते हुए कहा कि अब अरब देशों को एक हो जाना चाहिए। मामला कितना गंभीर हो चुका है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खामेनेई ने पांच साल बाद पहली बार जुमे की नमाज को संबोधित किया है। युद्ध इसलिए भी होगा क्योंकि हिजबुल्लाह के मुखिया नसरल्लाह की मौत की बाद ईरान ने जो इजरायल पर मिसाइल दागी हैं उन्हें खामेनेई ने कानूनी और वैध करार दिया है। इस समय बड़ा प्रश्न यह है कि क्या इस युद्ध को रोकने के लिए प्रयास नहीं होंगे। यदि होंगे तो कितने कारगर होंगे। युद्ध होगा तो ईरान और इजरायल के बीच होगा या फिर अरब देशों और ईसाई देशों के बीच होगा ? या फिर इजरायल के खिलाफ अरब देश एक होंगे।

दरअसल पिछले साल सात अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर हमला कर दिया था। इस हमले में १२०० इजरायली नागरिक मारे गये और सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया गया था। इस हमले को अब लगभग एक साल होने वाला है। इजरायल ने बदला लेते हुए हमास की लीडरशिप को मिटा दिया है। इजरायल ने गाजा को इस हद तक बर्बाद कर दिया है कि वहां के कई हिस्सों में अगले कई साल तक कोई रह नहीं पाएगा। इजरायली हमले में अब तक गाजा में करीब ४१ हजार लोगों की मौत हो चुकी हैं।
जब हमास के नेता इस्माइल हानियेह को तेहरान में मारा गया तो ईरान ने बदला लेने का संकल्प लिया। लेबनान स्थित उसका समर्थक प्रॉक्सी हिजबुल्लाह पहले से ही हमास के समर्थन में इजरायल पर अटैक कर रहा था। लिहाजा उत्तरी इजरायल के नागरिक अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भटक रहे थे। उधर गाजा पर सफलता के बाद इजरायल ने उत्तरी क्षेत्र पर फोकस किया और लेबनान पर हमला बोल दिया। इस हमले में हिजबुल्लाह मुखिया नसरल्लाह को मार गिराया। ईरान ने बदले में २०० से अधिक मिसाइलें इजरायल की ओर दाग दीं। हिजबुल्लाह ने लेबनान में इजरायल के २२ वर्षीय कैप्टन समेत ८ सैनिकों को मार गिराया। शुक्रवार को यह माना जा रहा था कि जुमे की नमाज के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह ख़ामेनेई युद्ध का ऐलान कर सकते हैं। पर उन्होंने अभी अब देशों से साथ देने की अपील की है।

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