जब राकेश टिकैत ने गन्ना मंत्री का पिछले साल का गन्ना भुगतान न होने की कही बात 

0
207
Spread the love

द न्यूज 15 
लखनऊ  । पहले  चरण के चुनाव के लिए भाजपा ने जान झोंक दी है। जाटों को मनाने के लिए खुद गृह मंत्री अमित शाह इस काम में लगे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ना भुगतान मुख्य मुद्दा है। किसान नेता राकेश टिकैत इस मामले को जोर शोर से उठा रहे हैं। एक न्यूज चैनल पर योगी सरकार में गन्ना मंत्री सुरेश राणा से किसानों के बकाया पैसों को लेकर राकेश टिकैत ने सवाल पूछा कि क्या गत साल का बकाया भुगतान हो चुका है। जिसपर सुरेश राणा ने जवाब देते हुए कहा कि गन्ना किसानों की अगर मैं बात करूं तो राकेश भाई को योगी सरकार को धन्यवाद देना चाहिए।
दरअसल एबीपी न्यूज के एक डिबेट कार्यक्रम में राकेश टिकैत और यूपी गन्ना मंत्री सुरेश राणा के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला देखने को मिला। राकेश टिकैत ने पहले अपनी बात रखते हुए कहा कि सरकार द्वारा किसानों को दिए वादे पूरे नहीं किये जा रहे हैं। चुनाव नजदीक है, इसलिए कई तरह की वादे किए जा रहे हैं। लेकिन किसानों को अभी पिछले साल का भुगतान नहीं हुआ है।
किसान नेता के सवालों पर योगी के मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि गन्ना किसानों पर यदि मैं बात करूं तो राकेश भाई को योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहना चाहिए। जो काम वर्षों से नहीं हुआ वो काम योगी सरकार ने कानून बनाकर कर दिखाया। जिसके तहत अब अगर कोई शुगर मिल पैसों का भुगतान नहीं करती तो उसकी सिस्टर कंसर्न का पैसा सरकार के पास है या निगम के पास है तो उसे जब्त करके गन्ना किसानों को भुगतान करने का काम हुआ है।
सुरेश राणा ने कहा कि इसका पहला परिणाम आया है कि बजाज एनर्जी से एक हजार करोड़ रुपया जब्त करके गन्ना किसानों को भुगतान किया गया। यूपी में 120 चीनी मिलें हैं। ऐसे में किसानों को 14 दिन के अंदर भुगतान किया जा रहा है। सुरेश राणा के दावों पर राकेश टिकैत ने कहा, “मेरा सुरेश राणा जी से सवाल है कि पिछले साल के गन्ना किसानों का भुगतान हुआ है क्या?” इस पर सुरेश राणा ने कहा कि सुनिश्चित, लोग योगी सरकार की तारीफ कर रहे हैं। मेरे भाई आप भी खुले मन से तारीफ कीजिए। इसके आगे राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि सुरेश राणा जी गन्ना मंत्री हैं, इनका ही भुगतान नहीं हुआ है। इनके क्षेत्र में सबको पता है। उन्होंने कहा कि हमें किसी पार्टी से मतलब नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here