
नई दिल्ली। भारत बंटवारे को लेकर तमाम प्रकार के विवाद हैं। बीजेपी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और नेहरू को धार्मिक आधार पर बंटवारे का जिम्मेदार मानती है तो कांग्रेस और दूसरे समाजवादी संगठन मुस्लिम लीग और हिन्दू महासभा को बंटवारे का जिम्मेदार मानते हैं। दरअसल माउंटबेटन ने भारत और पाकिस्तान के बंटवारे की घोषणा 3 जून 1947 को की थी। उस दिन, उन्होंने माउंटबेटन योजना (Mountbatten Plan) की घोषणा की, जिसमें ब्रिटिश भारत को दो स्वतंत्र देशों—भारत और पाकिस्तान—में विभाजित करने की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। यह योजना भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 का आधार बनी, जिसके परिणामस्वरूप 15 अगस्त 1947 को भारत और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान स्वतंत्र हुए।
यह घोषणा नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई थी, और इसमें रेडक्लिफ लाइन (Radcliffe Line) के आधार पर सीमा निर्धारण की प्रक्रिया भी शामिल थी, जिसे सर सिरिल रेडक्लिफ ने तैयार किया। बंटवारे का निर्णय धार्मिक आधार पर किया गया, जिसमें मुस्लिम-बहुल क्षेत्रों को पाकिस्तान और हिंदू-बहुल क्षेत्रों को भारत के लिए निर्धारित किया गया।