-बीईओ पर मनमानी का आरोप
-मधुबन के अभिभावकों ने कहा- बच्चों को जबरन दूर के विद्यालय भेजना स्वीकार नहीं
मधुबन। पीएम श्री विद्यालय के तहत चयनित उच्च विद्यालय मधुबन में राजकीय मध्य विद्यालय मधुबन कन्या का भौतिक सत्यापन किए बिना संविलियन किए जाने पर गुरुवार को ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। विद्यालय परिसर के समीप बड़ी संख्या में कक्षा 6 से 8 तक के छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया और बीईओ उर्मिला श्रीवास्तव पर मनमानी का आरोप लगाया।
अभिभावकों का कहना है कि कन्या विद्यालय की तुलना में बालक मध्य विद्यालय उच्च विद्यालय के अधिक निकट है, फिर भी बिना उचित जांच के कन्या विद्यालय को चयनित कर दिया गया। ग्रामीणों का तर्क है कि कन्या विद्यालय गांव के बीचोबीच स्थित है, जबकि उच्च विद्यालय गांव के किनारे है।
वार्ड सदस्य सह विद्यालय अध्यक्ष अशोक राम ने कहा कि नियमानुसार उच्च विद्यालय में सबसे नजदीकी मध्य विद्यालय के छात्र और शिक्षकों का ही संविलियन किया जाना चाहिए। उन्होंने बीईओ पर सवाल उठाते हुए कहा कि दूरी को नजरअंदाज कर एकतरफा निर्णय लिया गया है।
अभिभावकों दयाल शरण प्रसाद, अनिल शर्मा, मुरारी साह, शिव शर्मा, उषा देवी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि वे अपने बच्चों को दूर के विद्यालय नहीं भेजेंगे और जरूरत पड़ी तो धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा।
इस मामले को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है और न्यायसंगत कार्रवाई की मांग की गई है।
इस संदर्भ में बीईओ उर्मिला श्रीवास्तव ने बताया कि बीआरपी से भौतिक सत्यापन करवा कर रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजी गई थी। डीईओ के निर्देशानुसार ही आगे की कार्रवाई की जा रही है।