वैशाली। शरद पूर्णिमा के अवसर पर गोरौल के चांदपुरा कला गाँव स्थित मलंग बाबा के पास दो दिवसीय मीणा बाजार मेंला आज सम्पन्न होगया। मेला का उद्घाटन गुरुवार को प्रखंड प्रमुख मुन्ना कुमार ने फीता काटकर किया। यह मेला जिला का एकलौता ऐसा मेला है जो आश्विन पूर्णिमा यानी कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर लगाया जाता है। मेला के दौरान पूरे राज्य के अलावे बंगाल,असम,झारखण्ड,उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यो से लोग आते है। हालांकि यहां पर बाबा मलंग के दर्शन करने के लिये भी श्रद्धालुओं का भीड़ सालो भर लगा रहता है। मेले के दौरान काफी भक्त भी उपस्थित रहते है। वर्ष 1937 से दो दिवसीय लगते आ रहा है। मीना बाजार मेला के संबंध मे जानकारी देते हुये आकाशवाणी पटना के रंगकर्मी महेश राम ने बताया कि गांव के ही स्वर्गीय वृंदावन बिहारी लाल जो अंग्रेज के जमाने मे पुलिस के बड़े अधिकारी थे और बेतिया में कार्यरत थे।उन्होंने बेतिया स्थित मीना बाजार को देखा और उसी के तर्ज पर यहां मीना बाजार मेला का शुरुआत किये। सबसे बड़ी बात यह थी कि उस समय कलकत्ता के मशहूर चोटी बिक्रेता “चोटी बाला” को भी बुलाया था। चोटी लगाने की प्रचलन महिलाओं में काफी थी।
चोटी खरीदने के लिये ही महिलाओं की काफी भीड़ होती थी जिसका नाम मीना बाजार रखा गया था। महिलाएं जमकर आज भी खरीददारी करती है। मुजफ्फरपुर मोतिहारी दरभंगा सीतामढ़ी जैसे शहरों से भी दुकानदार पुहुचे है। झूला खेल तमाशे बाले भी अपना अपना खेल दिखा रहे है। जिला पार्षद रूबी कुमारी, मुखिया राजेश कुमार, विकास कुमार,उमेश सिंह, वैद्यनाथ राम, राज नंदन प्रसाद यादव, विश्वनाथ राय, जदयू के प्रखंड अध्यक्ष भगवान सिंह ,अशोक राय,मुखिया रमेश चन्द्र साह, राजद के प्रखंड अध्यक्ष अजय कुमार राय सहित अन्य लोग लोगो ने मीना बाजार मेला को शांतिपूर्ण सफल बनाने मे दिन रात स्थानीय पुलिस को सहयोग मे लगे रहे। वही मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्वयं थानाध्यक्ष रौशन कुमार दलबल के साथ मुस्तैदी से डटे हुय थे।