मधुबनी। उत्तर बिहार में बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। जयनगर अनुमंडल क्षेत्र में सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश से खेतों में खड़ी और कट चुकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। इससे किसानों में भारी मायूसी और ग़ुस्सा है।
मधुबनी ज़िला के जयनगर अनुमंडल क्षेत्र में गुरुवार सुबह हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया। क्षेत्र में करीब 5800 हेक्टेयर में किसानों ने गेहूं की फसल लगाई थी। अधिकतर खेतों में फसल की कटनी चल रही थी या गेहूं काटकर खेतों में ही रखा गया था।
कुआढ़ गांव के किसान मंजू कुमारी, घुरन दास, लक्ष्मी दास, अरुण मरिता और गणेश दास ने बताया कि भारी बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया है, जिससे पूरा फसल डूब गया है। बारिश के चलते खेतों में छह इंच से एक फीट तक पानी जमा हो गया है, और अब अगर जल्द धूप नहीं निकली, तो गेहूं में अंकुरण शुरू हो जाएगा, जिससे फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।
किसान घुरन दास ने बताया कि चार महीने की मेहनत और खर्च के बावजूद अब उनके हाथ कुछ नहीं आया। यदि गेहूं को धूप में नहीं सुखाया गया तो बालियों से अनाज झड़ जाएगा, जिससे नुकसान और बढ़ेगा।
इस संबंध में जयनगर अनुमंडल के कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार ने कहा कि इस बार क्षेत्र में लगभग 5800 हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी, लेकिन बेमौसम वर्षा से भारी नुकसान हुआ है। नुकसान का आकलन कर विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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