ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के पाकिस्तान पर दिए बयान पर बवाल खड़ा हो गया। जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं और उसके पास भी परमाणु बम है, जो हम पर गिरेंगे। इस पर यूनाईटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिल्ली के मौजपुर चौक पर फारूक अब्दुल्ला का पुतला फूंका और उनके खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया है।
दरअसल, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया था कि जिस तरह से भारत में विकास हो रहा है, उसे देखते हुए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोग खुद ही भारत का हिस्सा बनने के लिए कहेंगे। उनकी इसी टिप्पणी पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं और उसके पास भी परमाणु बम हैं जो हम पर गिरेंगे। इस मामले में युनाइटेड हिंदू फ्रंट की तरफ से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री, विदेश मंत्री, मुख्य चुनाव आयुक्त और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल को भी पत्र भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद पाकिस्तान और आतंकवाद के समर्थक नेता बैचेन हैं। इस अनुच्छेद के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास की गति तेजी के साथ बढ़ी है और साथ ही आतंकवादी गतिविधियों में बहुत बड़े स्तर पर कमी रिकॉर्ड हुई है, लेकिन फारूक अब्दुल्ला जैसे नेताओं के ऐसे बयान सामने आते रहे हैं।
बता दे कि इस दौरान फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और बीजेपी नेता जयभगवान गोयल ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी की मान्यता रद्द करने की निर्वाचन आयोग से मांग की और साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय से मांग की है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के सत्ता में आने से पिछली सरकारों में जम्मू कश्मीर के स्थानीय नेताओं ने भारत को अलग-थलग करने के लिए अलगाववादी नेताओं के साथ मिलकर साजिशें रची। वहीं मोदी सरकार जम्मू कश्मीर की दिशा और दशा को बदलने का काम किया है।
जयभगवान गोयल ने कहा कि जब देश में चुनाव हो रहे हैं तो वो पाकिस्तान का समर्थन कर राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री के बयान पर पाकिस्तान समर्थित टिप्पणी करना आदर्श आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है। चुनाव आयोग को फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ इस बयानबाजी को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। आयोग को नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के चुनाव चिह्न को छीन लेना चाहिए और चुनाव लड़ने से वंचित कर देना चाहिए और साथ ही फारूक अब्दुल्ला का नामांकन पर्चा रद्द कर देना चाहिए।