राम विलास
राजगीर। नालंदा विश्वविद्यालय के अंतरिम कुलपति प्रो अभय कुमार सिंह ने केन्द्रीय बजट पर त्वरित टिप्पणी करते हुए कहा कि एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने नालंदा विश्वविद्यालय के नवीन परिसर के उद्घाटन के मौके पर इसे विशिष्ठ विश्वविद्यालय बनाने और इस क्षेत्र के विकास के प्रति जो प्रतिबद्धता को घोषित किया था। उसी की पुष्टि आज प्रस्तुत केन्द्रीय बजट में की गयी है। राजगीर तथा नालन्दा से गया तक के विकास की चर्चा करना और नालन्दा विश्वविधालय के लिए बजट में विशेष प्रावधान करना हमारे लिए अत्यधिक सम्मान और प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सिद्ध करता है कि नालन्दा विश्वविधालय के उत्थान के स्वर्णिम काल का आरम्भ हो चुका है। संसाधनों की पूर्ति के द्वारा इस उत्कृष्ठ ज्ञान के केन्द्र का चहुमुखी और बहुमुखी विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा। हम नालंदा विश्वविद्यालय परिवार पुनः प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। हम दृढ़ संकल्पित हैं कि नालंदा विश्वविद्यालय जो एक सहस्राब्दी के बाद पुनर्जीवित और पुनर्निर्मित किया गया है। वह उन ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा, जो सदियों से ज्ञान और आशा का प्रतीक था। नालंदा दुनिया भर के विद्वानों को आकर्षित किया था। इसी ने भारत को विश्वगुरु के रूप में स्थापित किया था। दुनिया के विद्वानों को पुनः आकर्षित करने के लिये नालंदा फिर से सजधज कर उसी जोश खरोश से तैयार है।