
किश्तवाड़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में 22 मई को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया, जबकि जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी मारे गए। सेना ने इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रखा है, क्योंकि एक से दो और आतंकियों के छिपे होने की संभावना है। यह ऑपरेशन पहलगाम हमले के बाद शुरू किए गए व्यापक अभियान का हिस्सा है।
इस ऑपरेशन को सेना ने ऑपरेशन तलाशी नाम दिया
अधिकारियों ने बताया कि ये अभियान 22 अप्रैल के बाद और तेज हो गए, जब लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। पाकिस्तान ने जवाब में जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर नागरिक सुविधाओं को निशाना बनाकर भारी मोर्टार गोलाबारी की. पाकिस्तानी गोलाबारी में कुल 200 घर और दुकानें नष्ट हो गईं, जबकि सैंकड़ों सीमावर्ती निवासियों को अपने गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दरअसल सीमावर्ती निवासी अभी तक पूरी तरह से अपने घरों को नहीं लौटे हैं, क्योंकि सुरक्षा बल अभी भी पुंछ, राजौरी, बारामूला और कुपवाड़ा जिलों में पाकिस्तानी गोलाबारी को निष्क्रिय करने में जुटे हैं। भारत ने 12 जून को दोनों देशों के डीजीएमओ की तरफ से तय किए गए युद्ध विराम समझौते पर सहमति व्यक्त की थी, वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि इस समझौते का सम्मान तभी तक किया जाएगा। जब तक पाकिस्तान अपनी धरती से भारत के खिलाफ किसी भी आतंकवादी गतिविधि की अनुमति नहीं देता।