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स्वतंत्रता सेनानी पं. बिंदेश्वरी मिश्र को चौथी पुण्यतिथि पर अर्पित किए श्रद्धासुमन

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मोहन कुमार सुधांशु / वैशाली। जिले के भगवानपुर प्रखंड के सतपुरा गांव में स्वतंत्रता सेनानी पं. बिंदेश्वरी प्रसाद मिश्र की चौथी पुण्यतिथि शुक्रवार को उनके पैतृक आवास पर श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत आचार्यों द्वारा शांतिपाठ और वेदपाठ से हुई। इसके बाद उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

सभा की अध्यक्षता आचार्य सुजीत शास्त्री ने की। वक्ताओं ने स्व. मिश्र के संघर्षमय जीवन, स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान, और समाजसेवा के कार्यों को विस्तार से याद किया। उन्होंने बताया कि स्व. मिश्र ने स्वतंत्रता सेनानी रहते हुए कभी भी सरकार से मिलने वाली पेंशन और अन्य सुविधाएं नहीं लीं। उनकी धर्मपत्नी स्व. राजमणि देवी ने भी इसी आदर्श का पालन किया।

शिक्षा और समाजसेवा के प्रतीक:

स्व. मिश्र ने शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने अपने पिता द्वारा स्थापित जीए उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवानपुर के सचिव के रूप में सेवा दी। इसके अलावा, उन्होंने अपने माता-पिता के नाम पर “श्री राम परीक्षण चंद्र ज्योति इंटर स्तरीय उच्च माध्यमिक विद्यालय” की स्थापना के लिए 5 एकड़ भूमि दान दी, जो बाद में सरकारीकृत हो गया। एलएन कॉलेज भगवानपुर की स्थापना में भी उनकी भूमिका रही।

उन्होंने दो मध्य विद्यालयों के लिए भूमि दान की और क्षेत्र के गरीब बच्चों को शिक्षा में हरसंभव मदद दी। उनकी न्यायप्रियता के चलते उन्हें वैशाली जिले की पहली लोक अदालत का अध्यक्ष बनाया गया। कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें “किसान श्री” सम्मान से नवाजा गया।

उपस्थित अतिथिगण ने दी श्रद्धांजलि:

श्रद्धांजलि सभा में राजद प्रदेश प्रवक्ता एवं उनके पुत्र चित्तरंजन गगन, प्रो. कुमारी राजमणि, डॉ. भूपेंद्र प्रसाद मिश्र, डॉ. एसके तिवारी, डॉ. वीणा तिवारी, प्रो. मनीष, शैलेंद्र पांडेय, ऋषभ गगन, श्रुति, शताक्षी, नेहा ओझा, नीता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने स्व. मिश्र के महान योगदान को स्मरण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।