मुंगेर। सरस्वती विद्या मंदिर मुंगेर में त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला का भव्य उद्घाटन विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष अमरनाथ केशरी, सचिव अशोक कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक देवेन्द्र कुमार, समिति सदस्य मनीष कुमार एवं प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने किया, जबकि मंच संचालन रिया कुमारी ने कुशलतापूर्वक किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए बालिका खंड की प्रधानाचार्या कीर्ति रश्मि ने कहा कि इस त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला का उद्देश्य विगत सत्र के कार्यों की समीक्षा एवं आगामी सत्र के लिए सशक्त कार्ययोजना बनाना है ।
इस अवसर पर विद्यालय के सचिव अशोक कुमार और संघ के विभाग प्रचारक देवेन्द्र कुमार ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में शिक्षा की महत्ता और आचार्यों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (साक्षरता), मुंगेर मो. फारूक रहमान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा वह है जो लोगों को सही और गलत में फर्क करना सिखाती है। सरस्वती विद्या मंदिर में बच्चों के पढ़ाई के साथ ही उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाता है और साथ ही देश हित की बात की जाती है। यहां देशहित में बात करने वाले छात्रों का निर्माण किया जाता है। वार्षिक कार्ययोजना की सफलता की शुभकामना देते हुए कहा कि आने वाले सत्र के चुनौतियों के साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए ऐसी कार्ययोजना बनाएं जो छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों के हित में हो।
अध्यक्षीय उद्बोधन में अमरनाथ केशरी ने आचार्यों को शिक्षा के प्रति समर्पण और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर बल देने की प्रेरणा दी।
कार्यशाला के दौरान शिशु परिसर प्रभारी अविनाश कुमार ने विगत सत्र की विभिन्न विभागीय उपलब्धियों की समीक्षा प्रस्तुत की। आचार्य आनंद मोहन ने विभिन्न परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं के महत्व तथा भावी योजनाओं पर चर्चा की।
इसके अतिरिक्त, प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने आचार्य भारती के गठन, शून्यकालांश और दिवसाधिकारी की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने प्रांतीय एवं संकुलीय कार्य योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा की।
कार्यक्रम का समापन प्रियरंजन कुमार सिंह और राजाराम सिंह के नेतृत्व में शारीरिक अभ्यास और संघ प्रार्थना के साथ किया गया।
त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला का शुभारंभ
