मुजफ्फरपुर/बोचहां। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड के मझौली पंचायत भवन में आज अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) के नेतृत्व में एक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में बोचहां, औराई, और गायघाट से सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की मनमानी से पीड़ित महिलाओं की आवाज को उठाना और समूह लोन माफी की मांग को लेकर राज्य सरकार पर दबाव बनाना था।
ऐपवा की राज्य कमेटी की सदस्य एवं मुजफ्फरपुर जिला सचिव रानी प्रसाद ने बताया कि राज्य की लाखों गरीब महिलाएं, जो जीविका समूह से जुड़ी हैं, उन्हें समय पर आवश्यक कर्ज नहीं मिल पाता। इससे उन्हें माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से कर्ज लेना पड़ता है, जिनकी ब्याज दरें काफी ऊंची हैं। इस शोषण के कारण कई महिलाएं आत्महत्या तक करने को मजबूर हो रही हैं।
ऐपवा जिला अध्यक्ष बिजनेस यादव ने सरकार से मांग की कि जैसे कॉर्पोरेट कंपनियों का कर्ज माफ किया गया है, वैसे ही गरीब महिलाओं का समूह लोन भी माफ किया जाए। इसके साथ ही झारखंड की तरह बिहार में भी सभी महिलाओं को ₹3000 मासिक पेंशन देने की मांग की गई।
महिला कार्यकर्ताओं ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर आवाज बुलंद की, जिसमें महिलाओं पर अत्याचार, बलात्कार जैसी घटनाओं पर रोक लगाने की मांग भी शामिल है। इन सभी मांगों को लेकर 28 नवंबर को बिहार विधानसभा के सामने प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा।