भवेश कुमार
पटना। बिहार सरकार ने महागठबंधन सरकार में जारी टेंडर के खिलाफ एक बार फिर कार्रवाई की है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने 400 करोड़ रुपए का टेंडर रद्द करते हुए दोबारा जारी करने की बात कही है।
बिहार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री नीरज कुमार बबलू ने इसके पहले भी पीएचईडी विभाग में गड़बड़ी को लेकर टेंडर रद्द कर चुके हैं. इस मामला को लेकर मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनने के बाद सभी विभाग एक्टिव मोड में काम कर रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए विभाग ने पिछले 4 हजार करोड़ का टेंडर रद्द कर दिया है।इस टेंडर को रद्द करने के बाद अब नए सिरे से टेंडर निकाला जाएगा।
मंत्री ने कहा कि 1 महीने के अंदर टेंडर पूरा कर लिया जाएगा और उसके बाद अगस्त महीने से काम शुरू भी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग अब पुरानी टेंडर को संशोधित करने का काम करेगा। नीरज कुमार बबलू ने कहा कि इसमें कई चीजों को जोड़ा गया है।
नीरज कुमार बबलू ने कहा टेंडर में गड़बड़ी की बात अलग है। पिछले सरकार में क्या हुई है उस पर ज्यादा चर्चा करना नहीं चाहते है। हम मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना नल जल योजना को सुचारू रूप से हर घर तक शुद्ध जल पहुंचने के लिए उस टेंडर को रद्द कर नया टेंडर कर रहे हैं। जब हमने पुराने टेंडर को जांच करवाया तो हमने पाया कि कई गांव मोहल्ला नल जल योजना से वंचित है। इसलिए अब उस गांव मोहल्ला को जोड़ेंगे एक घर छूटे ना इस पर विभाग काम करेंगी।”
मंत्री ने बताया कि विभाग को हाईटेक किया जाएगा। विभाग में सोलर सिस्टम से पानी की टंकी भरना और बंद होने वाला सिस्टम लगाया जाएगा। कई दिनों तक बिजली गुल रहने से लोगों को पानी नहीं मिल पाता है। इसी को देखते हुए हाईटेक किया जा रहा है। इसके साथ ऑटोमेटिक नल लगाया जाएगा जिससे कि पानी की बर्बादी भी नहीं होगी।अभी तक 4000 करोड़ का टेंडर रद्द कर दिया गया है। पिछली सरकार में जो टेंडर हुआ था उसको लेकर शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर हम लोगों ने जांच करवाया और जांच के उपरांत टेंडर को रद्द किया गया।
मंत्री नीरज कुमार बबलू ने कहा कि 4000 चापाकल लगाने का लक्ष्य है जिसमें 1500 चापाकल अभी तक लगाया जा चुका है। कुछ दिनों में सभी चापाकल लगा दिया जाएगा। राज्य में कुल 497 वॉटर टैंकर लोग स्वास्थ्य प्रमंडल में उपलब्ध है, जिसमें से आवश्यकता अनुसार 9 जिलों में 83 टैंकर के माध्यम से समस्या ग्रस्त क्षेत्र में ग्रामीणों को जलापूर्ति कराई जा रही है।राज्य में 15 वाटर एटीएम भी आवश्यकता अनुसार उपलब्ध कराई गई है।