एक मकान से की करोड़ों की कमाई, पुलिस का घूमा सिर
नालन्दा। तस्वीर में आप जिस महिला को देख रहे हैं, उसकी भोली सूरत पर मत जाइए। भोली सूरत वाली ये महिला धोखाधड़ी की बड़ी ‘खिलाड़ी’ है। इसने एक मकान को ही कई लोगों को बेचकर करोड़ों की कमाई की है। पुलिस को जब इसके बारे में पता चला था तो उसका भी सिर घूम गया था। ये महिला पिछले एक साल से फरार थी, जिसे मंगलवार को नालंदा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी है।
नालंदा पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला मीना देवी पर आरोप है कि उसने अपने पति और बेटे के साथ मिलकर एक ही मकान कई लोगों को बेचकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। मीना देवी पिछले एक साल से फरार चल रही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह नालंदा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में एनओसी लेने के लिए आने वाली है। पुलिस ने जाल बिछाकर मीना देवी को बैंक से ही धर दबोचा। मीना देवी कतरीसराय थाना क्षेत्र के गोवर्धन विगहा की रहने वाली है।
धोखाधड़ी का मामला लहेरी थाना क्षेत्र का है। पीड़ित नीरज भान सिंह और केदार प्रसाद ने पुलिस को बताया कि मीना देवी ने अपने पति उदय कुमार वर्मा और बेटे अमित कुमार से साथ मिलकर अजंता होटल के पास स्थित अपने मकान को कई लोगों को बेच दिया। पीड़ितों ने बताया कि मीना देवी और उसके परिवार ने इस तरह 5 से 6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।नीरज भान सिंह ने बताया कि उन्होंने इस संपत्ति के लिए 45 लाख रुपये दिए थे, लेकिन रजिस्ट्री के बिना ही परिवार फरार हो गया।
वहीं, केदार प्रसाद ने बताया कि उनके बेटे ने आरोपी के बेटे अमित कुमार को व्यवसाय के लिए तीन चेक के माध्यम से 30 लाख रुपये दिए थे। अमित कुमार, जो मध्य विद्यालय कोरारी में शिक्षक हैं, वह अभी फरार हैं।
लहेरी थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि आरोपी महिला और उसके पति एवं बेटे के खिलाफ लहेरी थाने में दो प्राथमिकी दर्ज हैं, साथ ही मानपुर में भी एक मामला दर्ज है। पुलिस ने बताया कि मीना देवी मैरा- बरीठ से पैक्स का चुनाव लड़ने वाली थी और एनओसी लेने पहुंची थी, लेकिन इसी बीच पुलिस को इसकी भनक लग गई और पुलिस ने वहां से आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया।थानाध्यक्ष ने बताया कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। थानाध्यक्ष का मानना है कि इस गिरफ्तारी से अन्य आरोपियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। मामले की जांच जारी है।