रामनरेश
रांची । झारखंड के लोकसभा चुनाव में 12 विधायक भी चनावी मैदान मे है। जिसमें दो विधायक अपनी पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे हैं । 7 विधायक इंडिया ब्लॉक के हैं, वहीं 3 विधायक बीजेपी के हैं। किसे सफलता मिलेगी और किसे नहीं, ये चुनाव के बाद पता चलेगा।
झारखंड में सत्तारूढ़ विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ और प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दिये जाने के बाद इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने सात मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने तीन विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीट के लिए चुनाव होंगे। दिलचस्प बात यह है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के दो मौजूदा विधायकों ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जो पार्टी के भीतर संभावित आंतरिक कलह को दर्शाता है।
राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन में कांग्रेस,
झामुमो, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)-लिबरेशन शामिल हैं। गठबंधन के सीट बंटवारे की व्यवस्था के अनुसार, कांग्रेस सात सीट पर और झामुमो पांच सीट पर चुनाव लड़ेगी।झामुमो ने रणनीतिक रूप से अपने चार मौजूदा विधायकों को संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मैदान में उतारा है, यह कदम चुनावी सफलता के लिए क्षेत्रीय दलों की स्थापित नेताओं पर निर्भरता को दर्शाता है। शिकारीपाड़ा से विधायक नलिन सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से, टुंडी से विधायक मथुरा महतो को गिरिडीह से, मनोहरपुर से विधायक जोबा मांझी को सिंहभूम से और बहरागोड़ा से विधायक समीर कुमार मोहंती को जमशेदपुर से उम्मीदवार बनाया गया है।
कांग्रेस ने मांडू से विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को हजारीबाग लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है, जबकि पोड़ैयाहाट से विधायक प्रदीप यादव गोड्डा से चुनाव लड़ेंगे। जयप्रकाश हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। ‘इंडिया’ के एक अन्य सहयोगी दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन ने कोडरमा से बगोदर के विधायक विनोद कुमार सिंह पर भरोसा जताया है। इसके विपरीत भाजपा ने अपने विधायक मनीष जायसवाल को हजारीबाग संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतारा है। भाजपा ने बाघमारा के विधायक डुलु महतो को धनबाद से और जमा के विधायक सीता सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। झामुमो विधायक सीता सोरेन ने भाजपा में शामिल होने से पहले 19 मार्च को पार्टी और झारखंड विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।