नोएडा के बहलोलपुर गांव में असामाजिक तत्वों ने मंदिर में लगी मूर्तियों को तोड़ दिया। जिसके बाद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा किया है।
द न्यूज 15
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बहलोलपुर गांव के एक शिव मंदिर में रविवार की रात को कुछ असामाजिक तत्वों ने मूर्ति को खंडित कर दिया। इस बात की जानकारी सोमवार को सुबह तब हुई जब पुजारी व अन्य लोग पूजा करने पहुंचे थे। मंदिर की मूर्ति खंडित होने की सूचना पर आसपास के ग्रामीण इकट्ठा हो गए और हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद मौके पर पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर लोगों को शांत कराया। वहीं, प्रशासन ने मंदिर के आसपास स्थित मीट की अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया गया। हालांकि, पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह पूरा मामला नोएडा के कोतवाली सेक्टर-63 के अंतर्गत आने वाले बहलोलपुर गांव के शिव मंदिर का है। रविवार को रात में पूजा करने के बाद पुजारी घर चले गए। फिर जब सोमवार सुबह मंदिर पहुंचे तो मंदिर की मूर्ति खंडित मिली और फर्श पर खून के धब्बे दिखे। पुजारी ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी तो हंगामा शुरू हो गया। घटना की सूचना पर डीसीपी हरीश चंदर ने मौके पर पहुंचकर सभी को शांत कराया।
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि मंदिर की मूर्ति खंडित अवस्था में मिली और खून के धब्बे भी देखे गए। उन्होंने कहा कि, घटना के दौरान आरोपी को मंदिर के दरवाजे पर लगे शीशे से चोट पहुंची होगी। प्राथमिक जांच के अनुसार यह खून किसी व्यक्ति का ही है। पुलिस की चार टीमें मामले में जांच में लगी हैं और मंदिर और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा किया है।
घटना को लेकर ग्रामीणों का आरोप है कि पुजारी को बंधक बनाकर तोड़फोड़ को अंजाम दिया गया है। हालांकि, डीसीपी हरीश चंदर ने कहा कि पुजारी को बंधक बनाने की बात गलत है। वहीं, मंदिर के आसपास कई मीट की अवैध दुकानें हैं, जिन्हें बंद किए जाने की मांग ग्रामीण काफी समय से कर रहे थे। इस पर पुलिस ने संबंधित विभाग को सूचना दी और प्राधिकरण ने कार्रवाई करते हुए आसपास की मीट की अवैध दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।
प्रशासन के अनुसार, मंदिर परिसर के आसपास अवैध रूप से करीब 25 दुकानें संचालित हो रही थी, जिन्हें हटाने की मांग रविवार की घटना के बाद तेजी से उठी थी। मंदिर में हुई इस घटना के बाद कई तरह की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे, जिसके बाद पुलिस ने घटना की जानकारी साझा करते हुए शांति की अपील की है। हालांकि, अब बजरंग दल जैसे कई संगठनों ने कहा है कि पूरे परिसर को गंगा जल से धोने के बाद मूर्ति की स्थापना की जाएगी।