एंट्री के लिए सुबह नौ बजे ही लाइन में लगे लोग
राजगीर। वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के रंगारंग आगाज के साथ ही राजगीर में हॉकी का रोमांच चरम पर पहुंच गया. मैच देखने के लिए दर्शकों में काफी उत्साह दिखा. सुबह नौ बजे से ही दर्शक लाइन में लग गये थे. जैसे-जैसे समय बढ़ता गया, दर्शकों की लाइन लंबी होती गयी. दर्शकों में हर उम्र के लोग दिखे. छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक मैच देखने के लिए कतार में लगे हुए थे. मौसम थोड़ा गर्म था, इसके बावजूद दर्शकों का जोश चरम पर था. दर्शकों ने बताया कि बिहार में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की बड़ी प्रतियोगिता हो रही है. यह हमलोगों के लिए गर्व की बात है. इससे देश-दुनिया में बिहार की छवि बदलेगी.
स्टेडियम में दर्शकों की इंट्री गेट नंबर दो से थी. गेट पर गहन जांच के बाद ही स्टेडियम में जाने की अनुमति दी जा रही थी. स्टेडियम के अंदर कलम, गमछा, पानी की बोतल, खाने-पीने के समान ले जाने पर राेक थी. दर्शक सामान बाहर रखने को मजबूर थे. दर्शकों ने बताया कि गर्मी की वजह से गमछा साथ लाये थे, लेकिन यहां गमछे को भी बाहर रखवाया जा रहा है. सुरक्षा इतनी सख्त थी किसी पुलिसकर्मी को भी बिना पास अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था.
मैच को लेकर युवाओं में काफी उत्साह का माहाैल रहा. कई युवा आकर्षक वेशभूषा में आये थे. राजगीर से आये नीतिश कुमार सिर पर मुकुट और तिरंगा लेकर मैच देखने आये थे. उन्होंने बताया कि मैं भारत का सपोर्ट करने के लिए आया हूं. इसके लिए कई दिन पहले ही पास बुक कर लिया था. कई युवा दर्शक पारंपरिक ड्रेस में आये थे. कतार में खड़े युवा बार-बार चक दे इंडिया का नारा लगा रहे थे. गेट पर खड़े पुलिस के जवान दर्शकों से बार-बार प्रतिबंधित समान को स्टेडियम के अंदर नहीं ले जाने की अपील कर रहे थे. दर्शक भी उनका भरपूर सहयोग कर रहे थे.
गेट नंबर दो के पास कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां से सीसीटीवी से आसपास के क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. इसके अलावा कंट्रोल रूम में मेडिकल, इलेक्ट्रिसिटी, नगर परिषद, पीएचडी, आपदा मैनेजमेंट की टीम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार बैठी हुई है.
मैच देखने के लिए आने वाले दशकों की सुविधाओं का खास ख्याल रखा गया है. काफी संख्या में जगह-जगह टाॅयलेट और पेयजल की व्यवस्था की गयी है. लोगों ने भी कहा कि यहां आने पर किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही है. सरकार की ओर से अच्छी व्यवस्था की गयी है. मौका मिला तो दूसरे दिन भी मैच देखने आयेंगे.
मैच देखने के लिए आने वाले दर्शकों ज्यादातर स्थानीय ही थे. राजगीर से बाहर के एक दो लोग ही मिले. बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि ऑनलाइन पास की बुकिंग में कोई परेशानी नहीं हुई. सुबह दस बजे टिकटजिनी एप पर आसानी से पास बुक हो गया. एक दर्शक ने बताया कि सोमवार के मैच के लिए रविवार को पास को बुक किया.
मैच शुरू होने से पहले सभी टीमों के हर खिलाड़ी के साथ एक-एक छोटा बच्चे भी मैदान में गया. सभी बच्चे आकर्षक और पारंपरिक वेश-भूषा में थे. टीमों के मैदान में प्रवेश के दौरान दर्शकों ने तालियां बजा कर उनका स्वागत किया.
मैच के दौरान खिलाड़ियों के हर मूवमेंट पर दर्शक तालियां बजा कर उनका उत्साह बढ़ा रहे थे. टीम चाहे कोई भी हो, दर्शक सभी का हौसला बढ़ा रहे थे. गोल होने के बाद आतिशाबाजी हो रही थी. चियर्स गर्ल दशकों का मनोरंजन कर रही थीं. दर्शक देर शाम तक स्टेडियम में जुटे रहे. भारत और मलेशिया का मैच शुरू होने से पहले ही दर्शकों की संख्या बढ़ गयी. मैच शुरू होने के बाद पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. दर्शक बार-बार चक दे इंडिया का नारा लगा कर भारतीय टीम का हौसला बढ़ाते रहे.