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  • Joshimath Sinking Updates: आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और राहत पैकेज का एलान

    Joshimath Sinking Updates: आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और राहत पैकेज का एलान

    Joshimath में हो रहे भू-धंसाव को लेकर, उत्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 13 जनवरी यानी शुक्रवार को कैबिनेट बैठक खत्म हुई । इस बैठक के ज़रिए, सरकार ने आपदा प्रभावित लोगों के लिए काफी बड़े फैसले लिए हैं, जिसमें 5000 रुपये तक किराया बढ़ाने का फैसला भी शामिल है । कैबिनेट बैठक के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि, सरकार ने प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए 5 जगह चिन्हित की हैं – पीपलकोटी, गौचर, ढाक, कोटिफार्म और सेलांग । बैठक में जोशीमठ के भविष्य को लेकर भी रोडमैप जारी किया गया।

    कैबिनेट की बैठक के बाद, धामी सरकार ने 45 करोड़ की आर्थिक सहायता को जारी करने की मंजूरी दी । साथ – साथ, प्रभावित परिवारों के लिए अब 4 हजार की जगह 5 हजार किराए की दर की । हालांकि, यह सिर्फ मकान मालिक के लिए है जो किराए पर रह रहे थे उनके लिए यह राहत नहीं है । सरकार ने नवंबर से 6 महीने के बिजली-पानी के बिल को भी माफ किया। आपदा के चलते, उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्रियो ने एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला भी लिया है।

    सरकारी घोषणा के मुताबिक, राहत शिवीरी में रह रहे लोगों को खाने के लिए प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 450 रुपये दिए जाएंगे। इसमें भी अगर कोई, राहत शिविर के बजाय खुद से खाना बनाता है तो उसे भी प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 450 रुपये खाने का दिया जाएगा। शिविर में एक कमरे के लिए अधिकतम 950 रुपये महीना देने की घोषणा की गई है ।

    सरकार ने विस्थापित पशुओं के लिए भी कुछ अहम फैसले लिए हैं । फैसले के मुताबिक15 हजार रुपये प्रति पशु दिए जाएंगे । गौरतलब है कि, जोशीमठ में 80 बड़े और 45 छोटे पशु हैं । वाणिज्यक व सरकारी बैंक की किस्त पर 1 साल तक रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध करेंगे ।

    जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते जोशीमठ नगर क्षेत्र के 9 वार्ड में 760 प्रभावित भवनों को अभी तक चिन्हित किया जा चुका है. जिसमें से 128 भवनों को असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है । उत्तराखंड प्रशासन ने अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 51 भवनों के 344 कक्षों का चिह्नीकरण कर लिया है. इसमें 1425 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है ।

  • Champawat By Election-  चंपावत में हो रहे उपचुनावों में पुष्कर सिंह धामी के लिए प्रचार करने पहुँचें CM योगी आदित्यनाथ

    Champawat By Election- चंपावत में हो रहे उपचुनावों में पुष्कर सिंह धामी के लिए प्रचार करने पहुँचें CM योगी आदित्यनाथ

    Champawat By Election- CM  सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड (Uttarakhand)  के चंपावत उपचुनावों (Champawat By Election) को लेकर CM सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के पक्ष में शुक्रवार को एक रेली को संबोधित किया।

    उत्तराखंड (Uttarakhand)   के चंपावत (Champawat) में होने वाले आगामी उपचुनावों को लेकर प्रचार जोरों शोरों से चल रहा है। बात करें उम्मीदवारों की तो बीजेपी (BJP) से (Uttarakhand) उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं कांग्रेस (Congress) से निर्मला गहतोड़ी को चंपावत (Champawat) से मैदान में उतारा गया है।

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    चंपावत (Champawat) में होने वाले उपचुनावों को लेकर सभी में भारी उत्साह है और सभी उम्मीदवार प्रचार में अपनी जी-जान लगा रहें है। इस बार हो रहे उपचुनावों में सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के पक्ष में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक रेली को संबोधित किया और इस रेली के दौरान उन्होंने पुष्कर सिंह धामी को वोट देने की अपील की साथ ही विपक्ष पर जमकर कई जुबानी हमले किए।

    Pushkar Singh Dhami, Champawat By Election
    Champawat By Election

    सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया रैली को संबोधित

    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- “उत्तराखंड (Uttarakhand by election) का जनपद चंपावत 31 मई को एक इतिहास बनाने जा रहा है।जनता सांसद, विधायक, प्रधान आदि जन-प्रतिनिधियों को चुनती है। लेकिन चंपावत(Champawat) के लोग इस बार ‘मुख्यमंत्री’ का चुनाव करने जा रहे हैं। उत्तराखंड (Uttarakhand) का विकास केवल बीजेपी कर सकती है। बीजेपी ने जो कहा है, किया है। जो कहेंगे, वह करेंगे। उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य में पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व वाली बीजेपी (BJP) सरकार ने विकास का एक मॉडल दिया है। उत्तराखंड वासियों के सपने पूरे हों, इसलिए बीजेपी (BJP) और पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) जैसे युवा जरूरी हैं।”

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    यूपी के सीएम ने कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व और मार्गदर्शन में कोविड टीकाकरण शुरू हुआ तो विपक्षी दलों ने मजाक उड़ाया था। उन्होंने कहा था कि पहाड़ों पर हर गांव तक वैक्सीन पहुंच ही नहीं सकती। लेकिन डबल इंजन की बीजेपी (BJP) सरकार के साथ उत्तराखंड (Uttarakhand) वासियों ने उन्हें करारा जवाब दिया।”

    चंपावत उपचुनाव (Champawat By Election)

    आपको बता दें कि, उत्तराखंड (Uttarakhand by election) के जनपद चंपावत (Champawat) में 31 मई को उपचुनाव होने जा रहे हैं। 31 मई को वोटिंग होगी और 3 जून को इस चुनाव के परिणाम आएंगे। इससे पहले जब उत्तराखंड (Uttarakhand) विधानसभा चुनाव हुए थे तब सीएम धामी को उत्तराखंड (Uttarakhand) के जनपद खटीमा से करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस सबके बाद चंपावत (Champawat By Election) के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद अपनी सीट सीएम धामी को दे दी। जिसके फलस्वरूप ही 31 मई को उपचुनाव होने जा रहा है।

  • उत्तराखंड कांग्रेस में एक परिवार से एक को टिकट देने पर अमल नहीं होगा

    उत्तराखंड कांग्रेस में एक परिवार से एक को टिकट देने पर अमल नहीं होगा

    नई दिल्ली | पंजाब की तर्ज पर उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट देने के फैसले पर अमल नहीं करेगी। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के अनुसार, उत्तराखंड में अभी ऐसा कोई नियम नहीं हुआ है और न ही अभी कोई फैसला लिया गया है कि एक परिवार से एक ही को व्यक्ति को टिकट मिलेगा।

    पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी की तरफ से ये फैसला लिया गया था कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा।

    हालांकि उत्तराखंड में इसको लेकर पार्टी नेताओं की राय अलग है।

    दरअसल, कांग्रेस के कई कद्दावर नेता अपने परिवार के अन्य सदस्यों के लिए भी टिकट मांग रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने अलावा अपनी बेटी के लिए भी विधानसभा का टिकट चाहते हैं। वहीं प्रदेश के नेता विपक्ष प्रीतम सिंह भी अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यशपाल आर्य भी अपने साथ अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। ऐसे में तमाम नेताओं की एक राय यह है कि एक परिवार से एक टिकट के नियम को उत्तराखंड विधानसभा में लागू न किया जाए।

    गौरतलब है कि बुधवार को उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में देर रात तक चली। बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गोदियाल, नेता विपक्ष प्रीतम सिंह वह अन्य सदस्य मौजूद रहे।

    पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बार कांग्रेस पार्टी के लिए केवल जिताऊ उम्मीदवार ढूंढना ही चुनौती नहीं है उम्मीदवार की विश्वसनीयता को भी परखा जा रहा है। कई मौकों पर कांग्रेस पार्टी के जीते हुए उम्मीदवार अन्य दलों में शामिल हो चुके हैं ऐसे में पार्टी इससे बचने के लिए इस तरीके की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसलिए पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवा दल और अन्य जैसे फ्रंटल संगठनों से भी सहयोग लेने की रणनीति बनाई है।

    पार्टी नेताओं की मानें तो चुनावी राज्यों में कांग्रेस को फ्रंटल संगठनों के के बीच समन्वय को मजबूत करने की आवश्यकता है। मंगलवार को ही इसी संबंध में उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इन संगठनों को प्रमुख को बुलाकर उनसे चर्चा की गई थी।

    हालांकि उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के अनुसार पार्टी दिसंबर उत्तराखंड के उम्मीदवारों का ऐलान करने की तैयारी कर रही है। देवेंद्र यादव के अनुसार उत्तराखंड में इसलिए उम्मीदवार चुनने में हम ज्यादा समय नहीं लगाएंगे, क्योंकि इसकी तैयारी लम्बे समय से की जा रही है।

  • उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कमज़ोर दिखती कांग्रेस पार्टी

    उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कमज़ोर दिखती कांग्रेस पार्टी

    उत्तराखंड विधानसभा के 2022 चुनाव के लिए कुछ महीने ही बाकी हैं। आज़ादी के बाद से अभी तक यह बात रही है की उत्तराखंड में जिस पार्टी का विधायक जीत जाता हैं सुबे में उसी पार्टी की सरकार का शासन होता हैं।

    यह नियम कोई मामूली नियम नही हैं। यह देश की आज़ादी के बाद से बरकरार हैं क्योंकि यह नियम जूड़ा हैं गंगोत्री विधनसभा सीट से। दरअसल में गंगोत्री विधानसभा साल 2000 में बनी थी। उत्तराखंड में पहले गंगोत्री विधानसभा सीट न होकर उत्तरकाशी विधानसभा सीट हुआ करती थी।

  • उत्तराखंड में भाजपा ने घर-घर जाकर शुरू किया प्रचार अभियान

    उत्तराखंड में भाजपा ने घर-घर जाकर शुरू किया प्रचार अभियान

    नई दिल्ली | उत्तराखंड में चुनावी रणनीति के तहत एक लाख से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर राज्य में पार्टी सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को उजागर करने का काम सौंपा गया है। ‘हर घर बीजेपी, घर घर बीजेपी’ कार्यक्रम के तहत पार्टी कार्यकर्ता राज्य के 11,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर हर दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं।

    पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, कार्यकर्ता समूह घर-घर जा रहे हैं और मतदाताओं को राज्य सरकार के कार्यों के बारे में बता रहे हैं और उसी का उल्लेख करते हुए साहित्य सौंप रहे हैं।

    उन्होंने कहा, “भाजपा कार्यकर्ता जिस घर में जाते हैं उसके बाहर पार्टी का स्टीकर भी चिपकाते हैं। हमारे कार्यकर्ता भी घर के मालिक की सहमति से पार्टी के झंडे लगाते हैं। हमारे सरकारी कार्यों को सूचीबद्ध करने वाला दीवार लेखन अभियान भी पूरे राज्य में चल रहा है।”

    पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि राज्य में आगामी विधानसभा में ‘मिशन 60 प्लस’ हासिल करने के लिए भाजपा को राज्य भर के लोगों तक पहुंचने की जरूरत है।

    जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेता गौरव पांडेय ने कहा, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सांसदों, विधायकों सहित भाजपा कार्यकर्ता उत्तराखंड में दूसरी बार सरकार बनाने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। कार्यकर्ता दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों से भी मिल रहे हैं।”

    उत्तराखंड विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी-मार्च में उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर और गोवा के साथ होंगे। चुनावों के लिए, भाजपा की राज्य इकाई ने अपने संगठनात्मक ढांचे को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए कई अभियान शुरू किए हैं जैसे प्रत्येक मतदान केंद्र पर 21 सदस्यीय समिति का गठन और उनका सत्यापन शामिल है।

    प्रदेश पार्टी उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने आईएएनएस को बताया कि सभी मतदान केंद्रों का गठन और सत्यापन का काम पूरा कर लिया गया है।