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  • सपा ने जारी की 10 और उम्मीदवारों की सूची, अभिषेक मिश्रा और मोहम्मद रेहान का टिकट कटा

    सपा ने जारी की 10 और उम्मीदवारों की सूची, अभिषेक मिश्रा और मोहम्मद रेहान का टिकट कटा

    द न्यूज 15 
    लखनऊ। यूपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने 10 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी कर दी है। इसमें पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक अभिषेक मिश्रा के साथ-साथ मोहम्मद रेहान का भी टिकट काट दिया गया है।
    सपा ने लखनऊ उत्तर से अभिषेक मिश्रा का टिकट काटकर पूजा शुक्ला को मैदान में उतारा है। इसके साथ ही लखनऊ पश्चिम से मोहम्मद रेहान का टिकट कर अरमान को सपा ने टिकट दिया है। वहीं पार्टी ने लखनऊ सेंट्रल से रविदास मेहरोत्रा को चुनावी मैदान में उतारा है। समाजवादी पार्टी ने उन्नाव के बांगरमऊ से मुन्ना अल्वी, लखनऊ के बक्शी का तालाब से गोमती यादव, लखनऊ पूर्व से अनुराग भदौरिया, लखनऊ कैंट से राजू गांधी, रायबरेली की बछरावां से श्याम सुंदर भारती, इसौली से ताहिर खान, बबेरू से विशम्भर यादव को टिकट दिया है।

  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बढ़त लेने को जाटों को मना रही भाजपा!

    पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बढ़त लेने को जाटों को मना रही भाजपा!

    घर-घर जाकर 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में लामबंद होकर वोट करने के लिए किसानों का आभार व्यक्त कर रहे गृह मंत्री अमित शाह

    सपा पर अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगाकर किया जा रहा सहानुभूति बटोरने का प्रयास

    मुजफ्फरनगर से चुनावी प्रचार शुरू कर रहे हैं अखिलेश यादव और जयंत चौधरी

    चरण सिंह राजपूत
    किसान आंदोलन के बाद बदले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समीकरणों को लेकर भाजपा ने जाटों को मनाने के लिए बड़ी रणनीति बनाई है। इस रणनीति के तहत खुद गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल रखा है। अमित शाह जहां जाटों के घर-घर जाकर 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में लामबंद होकर वोट करने के लिए उनका आभार व्यक्त कर रहे हैं। कैराना में हिंदूओं के पलायन को मुख्य मुद्दा बना रहे हैं। वहीं सपा पर अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगाकर लोगों की सहानुभूति बटोर रहे हैं। भावनात्मक मुद्दों को भुनाने में माहिर भाजपा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर पूरा ध्यान फोकस कर लिया है। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को गलत घर जाने का नाम देकर उन पर डोरे डाले जा रहे हैं। भाजपा को डर सता रहा है कि कहीं नाराज जाटों की सहानुभूति सपा-रालोद गठबंधन को न मिल जाए। यही वजह है कि भाजपा ने संजीव बालियान के अलावा दिल्ली के जाट नेता प्रवेश चौधरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगा दिया है।
    दरअसल तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक चले किसान आंदोलन का असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में साफ देखा जा रहा है। भले ही मोदी सरकार ने ये तीनों कानून वापस ले लिये हों पर किसान अभी भी भाजपा से बहुत नाराज हैं। उसका बड़ा कारण केंद्र सरकार के किसानों की एमएसपी गारंटी कानून, आंदोलन में दर्ज हुए किसानों पर मुकदमों को वापस लेने, दम तोड़ने वाले किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की बात मानने के बावजूद सरकार ने कोई तवज्जो नहीं दी। यही कारण है कि किसान ३१ जनवरी को विश्वासघात दिवस मनाने जा रही है।
    दरअसल 10 फ़रवरी को पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीट पर वोट डाले जाएंगे। पहले चरण के चुनाव से पहले जहां भाजपा ने भी जाटलैंड में ताकत झोंक दी है। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी आज मुजफ्फरनगर से अपने चुनाव प्रचार शुरू करने जा रहे हैं।  अखिलेश यादव और जयंत चौधरी शुक्रवार को सबसे पहले मुजफ्फरनगर में सपा-रालोद गठबंधन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। 2013 के बाद से जाटों की नाराजगी का सामना कर रहे अखिलेश यादव के लिए जाटों को मनाने की बड़ी चुनौती है। इससे पहले पिछले साल दोनों नेताओं ने 7 दिसंबर को सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया था। इसे किसान आंदोलन का असर ही कहा जायेगा कि लम्बे अरसे के बाद जाट रालोद के साथ देखे जा रहे हैं।
    किसान आंदोलन की वजह से जाटों में उपजी नाराजगी को लेकर भी भाजपा के नेता पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। बीजेपी के तमाम बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत केंद्र और प्रदेश के कई मंत्री पश्चिमी यूपी में सक्रिय हैं।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेरठ में जनसंपर्क अभियान चलाएंगे और घर-घर जाकर लोगों से बीजेपी को वोट करने की अपील करेंगे। 10 फ़रवरी को पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीट पर वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ, मथुरा और आगरा जिले की विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें से कई सीटों पर जाट समुदाय निर्णायक भूमिका अदा करता है। इसलिए सभी दल इस समुदाय को साधने में लगे हुए हैं। भाजपा ने जहां कैराना में हिंदुओं के पलायन को मुख्य मुद्दा बनाया है वहीं सपा पर अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगाकर सपा के राज में कानून व्यवस्था बिगड़ने की बात बीजेपी नेता कर रहे हैं।

    दरअसल सपा ने शामली जिले की कैराना विधानसभा सीट ने नाहिद हसन और रामपुर विधानसभा सीट से आजम खां को उम्मीदवार घोषित किया है। सपा के दोनों ही उम्मीदवार इस समय जेल में बंद है। आजम खां के बेटे अब्दुला आजम खां को सपा ने स्वार विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है, जिसकी हाल में ही जेल से जमानत हुई है। अब्दुला आजम खां 2017 में विधायक बने थे, लेकिन फर्जी दस्तावेजों के चलते उनकी विधायकी रद्द कर दी गई। साथ ही जेल भी जाना पड़ा।
    इतना ही नहीं भाजपा बुलंदशहर से सपा-रालोद के उम्मीदवार मोहम्मद यूनुस, जिन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं का मुद्दा बना रही है। अमरोहा से सपा ने जिन महबूब अली को टिकट दिया है, उन पर भी कई आपराधिक मामले चल रहे हैं। मीरगंज से सपा प्रत्याशी सुल्तान बेग पर भी गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है। धोखाधड़ी और साजिश के 29 मामलों का सामना कर चुके नसीर अहमद खान को चमरूहा सीट से सपा ने टिकट दिया है। भाजपा इन नेताओं को  टिकट देने पर सपा की नीयत पर ऊँगली उठा रही है। भाजपा के नेता क्षेत्र में यह माहौल बना रहे हैं कि जब सपा अपराधियों को टिकट दे रही है तो फिर सरकार बनने पर लोग कितने सुरक्षित रहेंगे ?
    समाजवादी पार्टी गठबंधन के उम्मीदवारों के आपराधिक इतिहास पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी जोरदार हमला बोला है। उन्होंने मतदाताओं को इस प्रकार की पार्टी को एक और मौका नहीं देने की चेतावनी दी है। सीएम ने कैराना, बुलंदशहर, अमरोहा और लोनी के उम्मीदवारों का जिक्र करते हुए कहा है कि इनके आपराधिक इतिहास खंगाल कर देखे जाएं। कैराना से नाहिद हसन को टिकट दिए जाने के मामले में सीएम ने हिंदुओं के पलायन का आरोप के मामले में सपा पर निशाना साध रहे हैं।

  • भाजपा को सता रहा, सपा को जाटों की सहानुभूति मिलने का डर : UP चुनाव

    भाजपा को सता रहा, सपा को जाटों की सहानुभूति मिलने का डर : UP चुनाव

    द न्यूज़ 15
    मुजफ्फरनगर। गणतंत्र दिवस के दिन उत्तर प्रदेश के जाट बिरादरी से जुड़े लोगों के साथ गृहमंत्री अमित शाह की बैठक की बहुत चर्चा है। इसमें भी सर्वाधिक चर्चा भाजपा की ओर से रालोद को साथ लाने का प्रस्ताव है। नाराज जाट मतदाताओं को रालोद के समर्थन तक ही सीमित रखना चाहती है पार्टी, इसलिए जयंत को साथ आने का प्रस्ताव दिया। दरअसल, भाजपा मानती है कि चुनाव से पहले चौधरी अजित सिंह की मौत के बाद जाट बिरादरी में रालोद और इसके मुखिया जयंत चौधरी के पक्ष में सहानुभूति है। रालोद ने इस बार सपा के साथ गठबंधन किया है।

    ऐसे में पार्टी को डर है कि जयंत के पक्ष में जाट बिरादरी के एक पक्ष की सहानुभूति का लाभ कहीं सपा को न मिल जाए। भाजपा इस क्षेत्र में जाट बिरादरी की सहानुभूति को रालोद तक ही सीमित रखना चाहती है। उत्तर प्रदेश में जाट और मुस्लिम बिरादरी के 44 फीसदी मतदाता हैं। अगर इन दोनों बिरादरी की सहानुभूति सपा-रालोद के गठबंधन के पक्ष के साथ आती है तो भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी होंगी।
    इस चुनाव में भाजपा, सपा, बसपा और रालोद के केंद्र में जाट बिरादरी है। इस बिरादरी के भाजपा ने 17, रालोद ने 10, सपा ने पांच और बसपा के 10 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। बीते विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर दंगे ने जाट और मुस्लिम बिरादरी के बीच दरार डाल दी थी।

    इसी कारण भाजपा को इस क्षेत्र की 136 में से 109 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। भाजपा इस चुनाव में भी जाट और मुसलमान के बीच बनी खाई को बनाए रखना चाहती है। भाजपा चाहती है कि पहले तो रालोद के प्रति इस बिरादरी की सहानुभूति कम की जाए। दूसरा, खुद को इस बिरादरी के असली हितरक्षक के रूप में प्रचारित किया जाए।

  • भारत का सबसे लम्बा आदमी भी सपा में हुआ शामिल

    भारत का सबसे लम्बा आदमी भी सपा में हुआ शामिल

    द न्यूज़ 15
    लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हुए भारत के सबसे लंबे कद के व्यक्ति धर्मेंद्र प्रताप सिंह। पार्टी के एक बयान में कहा गया कि प्रतापगढ़ के धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने सपा की नीतियों और अखिलेश यादव के नेतृत्व में भरोसा जताते हुए सपा की सदस्यता हासिल की है।

    धर्मेंद्र प्रताप सिंह 46 साल के हैं। वह 8 फीट और 2 इंच लंबे हैं और उनका नाम गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज है और वह एशिया के सबसे लंबे पुरुषों में से एक है।

    प्रतापगढ़ जिले के नरहरपुर कसियाही गाव के निवासी के पास मास्टर डिग्री है, लेकिन वे अपने लिए नौकरी खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

    धर्मेंद्र को रोजगार पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और उनकी लंबाई के कारण उन्हें झुकने में भी समस्या होती है। उनके पास कोई नौकरी नहीं है और उनकी शादी नहीं हुई है।