Tag: UP assembly election

  • UP Election Result 2022: सपा गठबंधन की 304 सीटों पर कैसे होती जीत? अखिलेश ने बताया गणित

    UP Election Result 2022: सपा गठबंधन की 304 सीटों पर कैसे होती जीत? अखिलेश ने बताया गणित

    द न्यूज 15

    लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में भाजपा की प्रचंड जीत के बीच समाजवादी पार्टी और गठबंधन में शामिल नेताओं की ओर से ईवीएम को लेकर कई बार सवाल खड़े किए गए। मतगणना से ठीक पहले खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेन्‍स कर आरोप लगाए। हालांकि अभी तक ईवीएम से छेड़छाड़ या गड़बड़ी का कोई पुख्‍ता सबूत कहीं से सामने नहीं आया है। मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर पोस्‍टल बैलेट के वोटों का हवाला देते हुए इशारों में सवाल उठाया। इसके साथ ही अखिलेश ने अपने ढंग से पोस्‍टल बैलेट में सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के बड़े पैमाने पर वोट मिलने का दावा भी किया।
    अखिलेश ने एक ट्वीट में लिखा- ‘पोस्टल बैलेट में सपा-गठबंधन को मिले 51.5% वोट व उनके हिसाब से 304 सीटों पर हुई सपा-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। पोस्टल बैलेट डालने वाले हर उस सच्चे सरकारी कर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता!’
    ओमप्रकाश राजभर का दावा-बीजेपी और बीएसपी के बीच थी मिलीभगत : उधर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर कहा है कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच मिलीभगत थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पूर्वांचल की 122 सीटों पर भाजपा ने बसपा के टिकट तय किए। सपा गठबंधन के साथ इस चुनाव में 6 सीटें जीतने वाले सुभासपा प्रमुख ने कहा कि उनके पास सबूत भी है। उन्होंने कांग्रेस पर भी भाजपा की मदद का आरोप जड़ा है।  न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजभर ने कहा, ”पूर्वांचल में 122 सीटें ऐसी हैं जिनपर बीजेपी दफ्तर में बैठकर प्रत्याशी तय किए गए और सिंबल बसपा ऑफिस में दिए गए। मैं इसके लिए सबूत दे सकता हूं। जो पार्टियां 4 बार सत्ता में रहीं, चाहे वह बसपा हो या कांग्रेस, बीजेपी का समर्थन किया। उनके वोट कहां गए?”

  • बसपा की एक और सूची जारी , 53 प्रत्याशियों की घोषणा : UP चुनाव

    बसपा की एक और सूची जारी , 53 प्रत्याशियों की घोषणा : UP चुनाव

    द न्यूज़ 15
    उत्तर प्रदेश। शुक्रवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए 53 उम्मीदवारों की सूची जारी की।
    जिसमें उम्मीदवारों में मुस्लिम 15, अनुसूचित जाति 14, अन्य पिछड़ा वर्ग 11 और सवर्ण 13 उम्मीदवार उतारे हैं। सवर्ण में सात ब्राह्मणों को टिकट दिया गया है। इस चरण में छह महिलाओं को टिकट दिया गया है। मायावती ने एक सीट को छोड़कर अन्य सभी सीटों पर नए उम्मीदवार मैदान में उतारे।

    53 प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट

    अवनीश खान उर्फ फूल बाबू बिसलपुर पीलीभीत
    जाकिर हुसैन पलिया लखीमपुर खीरी
    मनमोहन मौर्य निघासन गोला गोकर्णनाथ
    शिखा वर्मा श्रीनगर
    मीरा बानो धौरहरा
    मोहन बाजपेई लखीमपुर
    सरिता वर्मा कस्ता
    शकील अहमद सिद्दीकी मोहम्मदी
    राजेंद्र प्रसाद वर्मा महोली
    खुर्शीद अंसारी सीतापुर
    रानू चौधरी हरगांव
    मोहम्मद जुनेद अंसारी लहरपुर
    हाशिम अली बिसवां
    मीसम अम्मार रिजवी महमूदाबाद
    श्याम किशोर मिश्रिख
    राहुल तिवारी सवायजपुर
    करण सिंह लोधी शाहाबाद
    सर्वेश कुमार जनसेवा गोपामऊ
    कमल वर्मा सांडी
    कृष्ण कुमार सिंह उर्फ सतीश वर्मा बिलग्राम मल्लावां
    तिलक चंद्र राव बालामऊ
    अब्दुल मन्नान संडीला
    रामकिशोर पाल बांगरमऊ
    राजेंद्र गौतम सफीपुर
    विनय चौधरी मोहन देवेंद्र सिंह उन्नाव
    प्रेम सिंह चंदेल भगवंत नगर
    विनोद कुमार त्रिपाठी पुरवा
    जगदीश रावत मलिहाबाद
    सलाउद्दीन सिद्दीकी बख्शी तालाब
    मोहम्मद जलीस खान सरोजनी नगर
    कायम रजा खान लखनऊ पश्चिम
    मोहम्मद सरवर मलिक लखनऊ उत्तरी
    आशीष कुमार सिन्हा लखनऊ पूर्वी
    आशीष चंद्र श्रीवास्तव लखनऊ मध्य
    अनिल पांडे लखनऊ कैंट
    देवेंद्र कुमार सरोज मोहनलालगंज
    लाजवंती कुरील बछरावां
    शेर बहादुर सिंह लोधी हरचंदपुर
    मोहम्मद अशरफ रायबरेली
    ठाकुर प्रसाद यादव सरेनी
    अंजलि मौर्य ऊंचाहार
    जयराम सिंह तिंदवारी
    रामसेवक शुक्ला बबेरूं
    गया चरण चरण दिवाकर नरैनी
    धीरज प्रकाश राजदूत बांदा
    आदित्य सिंह पांडे जहानाबाद
    सुशील कुमार पटेल बिंदकी
    अयूब अहमद फतेहपुर
    चंदन सिंह रूपचंद सिंह पाल अयाह शाह
    फरीद अहमद हुसैनगंज
    दशरथ लाल सरोज खागा

  • ‘जिन्ना-पाकिस्तान’ पर बोले मुनव्वर राणा, अगर योगी आएगा तो मैं पलायन कर दूंगा

    ‘जिन्ना-पाकिस्तान’ पर बोले मुनव्वर राणा, अगर योगी आएगा तो मैं पलायन कर दूंगा

    द न्यूज़ 15
    उत्तर प्रदेश। UP विधानसभा चुनाव कुछ हे दिनों में होने वाले है। जिसके चलते सभी पार्टियां बढ़-चढ़ कर चुनाव प्रचार कर रही हैं। साथ ही सभी पार्टियां अलग-अलग मुद्दे को लेकर जनता का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में जुटी है। इस चुनावी सीजन में जिन्ना-पाकिस्तान का मुद्दा भी खूब उठता दिख रहा है। इसको लेकर अब मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने सवाल उठाए हैं।
    उन्होंने कहा, ‘जनता असल मुद्दों पर गौर कर वोट डालेगी। ये जिन्ना-पाकिस्तान से चुनावों का क्या लेना-देना है? इससे किसी भी पार्टी को कुछ हासिल नहीं होगा। ‘ उन्होंने आगे कहा, ‘पहले बैरिस्टर का नाम लिया जा रहा था तो जिन्ना का नाम आना ही था।
    ‘ साथ ही राणा ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, ‘अभी हम बोलेंगे कि हम ‘आराम’ कर रहे हैं तो ये बोल ने लगेंगे कि हमारे राम में आप ‘आ’ क्यों रहे हैं।
    इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने तो चीन के डर से शुगर को चीनी बोलना ही बंद कर दिया है। वहीं, पलायन की बात करते हुए उन्होंने कहा कि, मैं पहले ही बोल चुका हूं अगर योगी आएगा तो मैं पलायन कर दूंगा। इस बात को स्पष्ट तौर पर नोट कर लिया जाए। उन्होंने ये भी कहा कि, अगर कैराना से 10 हिंदुओं के पलायन का जिक्र किया जाता है तो हजारों मुसलमान भी यहां से पलायन कर रहे हैं जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि, मुसलमान ने अपने घरों में छुरी तक रखना बंद कर दिया है कि पता नहीं कब योगी उनको बंद करवा दें।

  • UP चुनाव : उम्मीदवारों के चयन और बंटवारे को लेकर दिल्ली में BJP की बैठक

    UP चुनाव : उम्मीदवारों के चयन और बंटवारे को लेकर दिल्ली में BJP की बैठक

    द न्यूज़ 15
    नई दिल्ली। सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बची हुई सीटों पर उम्मीदवारों के चयन और सीट बंटवारे को लेकर दिल्ली में लगातार दूसरे दिन भी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में भाजपा कोर ग्रुप की बैठक जारी रहेगी। इससे पहले रविवार को भी देर रात तक भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा , गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , यूपी चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ,यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत यूपी के चुनावी अभियान में जुटे अन्य नेताओं ने कई घंटे तक भाजपा मुख्यालय में बची हुई सीटों के समीकरण और उम्मीदवारों के नाम पर विस्तार से चर्चा की थी। बताया जा रहा है कि बैठक खत्म हो जाने के बाद जेपी नड्डा और अमित शाह ने अलग से भी काफी देर तक विचार विमर्श किया था।

    भाजपा, उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर अब तक 195 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। भाजपा, राज्य में अपना दल ( एस) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर राज्य की सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान तो कर चुकी है लेकिन सीटों की घोषणा अभी होना बाकी है।

    ऐसे में अब भाजपा को न केवल पांचवे, छठे और सातवें चरण के लिए उम्मीदवारों का नाम तय करना है बल्कि इसके साथ ही यह भी तय करना है कि सहयोगी दलों को कौन-कौन सी और कितनी सीट दी जाए । भाजपा को यह भी तय करना है कि सीट विशेष के समीकरण को देखते हुए अपने कौन-कौन से उम्मीदवारों को सहयोगी दलों के टिकट पर और उनके कौन-कौन से उम्मीदवार को अपने टिकट पर लड़ाया जाए।

    इसलिए सोमवार को लगातार दूसरे दिन भाजपा मुख्यालय में पार्टी के यूपी कोर ग्रुप के नेताओं की बैठक होगी। कोर ग्रुप द्वारा तय किए गए उम्मीदवारों और सहयोगी दलों को दी जाने वाली सीटों की सूची भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति को दी जाएगी।

    मंगलवार , 25 जनवरी को जेपी नड्डा की अध्यक्षता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर मुहर लगाई जाएगी और इसके बाद भाजपा उत्तर प्रदेश के अपने उम्मीदवारों की पांचवी सूची जारी करेगी।

  • प्रगति और शांति का प्रदेश चाहती है UP की जनता : योगी आदित्यनाथ

    प्रगति और शांति का प्रदेश चाहती है UP की जनता : योगी आदित्यनाथ

    द न्यूज़ 15
    नई दिल्ली। शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव पर निशाना भी साधा और अपने मजबूत वोट बैंक को संदेश देने की भी कोशिश की।

    दंगे और पलायन को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा , “‘नए उत्तर प्रदेश’ की जनता पलायन नहीं, प्रगति चाहती है और ‘दंगा मुक्त प्रदेश’ ‘सपा मुक्त प्रदेश’ जनता का संकल्प है।”

    योगी ने अपने अगले ट्वीट में सपा मुखिया पर हमला जारी रखते हुए कहा, “जिनका मूल चरित्र ही अलोकतांत्रिक, आपराधिक वंशवादी हो, उनके मुंह से लोकतंत्र और विकास की बात हास्यास्पद है। विधानसभा चुनाव प्रत्याशियों की सूची सपा के ‘दंगाई प्रेमी’ और ‘तमंचावादी’ होने की पुष्टि करती है।

    उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनावी मुद्दे भी साफ होते नजर आ रहे हैं। विकास के तमाम दावों के बीच कानून व्यवस्था को मजबूत करने को भाजपा अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मान रही है। पिछले 5 वर्षों में प्रदेश में पलायन के रूकने और दंगा नहीं होने देने को भी भाजपा लगातार अपनी उपलब्धियों के तौर पर प्रचारित कर रही है।
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा , गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह से लेकर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक , भाजपा के तमाम राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर के नेता मजबूत कानून व्यवस्था, दंगा और पलायन मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने की बात कहते हुए समाजवादी पार्टी और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते नजर आते हैं।

    दरअसल, भाजपा का यह मानना है कि उत्तर प्रदेश में उसका मुकाबला समाजवादी पार्टी से ही है इसलिए भाजपा लगातार 2012-2017 के अखिलेश यादव सरकार की तुलना 2017-2022 की योगी सरकार के कामकाज से करते हुए प्रदेश के बहुसंख्यक समुदाय के मतदाताओं को सीधा और स्पष्ट संदेश देने की कोशिश करती रहती है।

     

  • अखिलेश शुरू करेंगे मुफ्त बिजली के लिए पंजीकरण अभियान : UP चुनाव

    अखिलेश शुरू करेंगे मुफ्त बिजली के लिए पंजीकरण अभियान : UP चुनाव

    द न्यूज़ 15
    लखनऊ। समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनावों के बाद सरकार बनाने पर घरेलू कनेक्शन पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली चाहने वालों का बुधवार से ‘नाम लिखवाओ’ (पंजीकृत) अभियान शुरू कर रही है। पार्टी ने पहले घोषणा की थी कि वह 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद यूपी में सपा सरकार बनने पर घरेलू कनेक्शन पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली देगी। पार्टी ने किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने की भी घोषणा की है।

    पंजीकरण अभियान की जानकारी देते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि फॉर्म ऑनलाइन और पार्टी की वेबसाइट और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगे। 300 यूनिट मुफ्त बिजली चाहने वालों को घर पर मौजूदा बिजली कनेक्शन के विवरण के साथ फॉर्म भरना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि पंजीकरण की औपचारिकताएं पूरी करते हुए लोगों को उस नाम को दर्ज करना होगा, जिससे उनके घर का बिजली का कनेक्शन है जिसके लिए छूट की मांग की जा रही है।

    उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने-अपने बूथों पर फार्म भरेंगे।

    सपा प्रमुख ने कहा कि जिन लोगों के पास अभी घरेलू बिजली कनेक्शन नहीं है और भविष्य में एक प्राप्त करने की योजना है, उन्हें अपने आधार कार्ड या राशन कार्ड के विवरण का उपयोग करके पंजीकरण पूरा करना होगा, जिसके नाम पर कनेक्शन मांगा जाएगा।

  • UP चुनाव : एक ही सीट को लेकर पति-पत्नी के बीच होड़

    UP चुनाव : एक ही सीट को लेकर पति-पत्नी के बीच होड़

    द न्यूज़ 15
    लखनऊ। लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट को लेकर पति और पत्नी के बीच होड़ शुरू हो गई है, जहां पति-पत्नी दोनों भाजपा में टिकट के लिए दावा कर रहे हैं। पत्नी योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री स्वाति सिंह है और उनके पति दया शंकर सिंह, भाजपा की राज्य इकाई में उपाध्यक्ष हैं।

    स्वाति सिंह सरोजिनी नगर से मौजूदा विधायक हैं और दूसरे कार्यकाल के लिए टिकट पाने की इच्छुक हैं।

    स्वाति का राजनीति में प्रवेश एक तरह से ‘आकस्मिक’ था।

    उनके पति दया शंकर सिंह जुलाई 2016 में तब विवादों में आ गए थे, जब उन्होंने बसपा अध्यक्ष मायावती के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणी की थी।

    बसपा ने सिंह के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन शुरू किया और भाजपा बचाव की मुद्रा में चली गई। सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और भाजपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया।

    हालांकि, हफ्तों बाद, भाजपा ने दया शंकर की पत्नी स्वाति सिंह को अपनी महिला शाखा के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया।

    स्वाति सिंह, तब तक राजनीति में पूरी तरह से नौसिखिया थीं।

    हालांकि, उन्होंने सरोजिनी नगर से 2017 का चुनाव जीता। वह योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री बनीं।

    मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल विवादों में रहा है – उनमें से एक मंत्री बनने के तुरंत बाद एक बियर बार का उद्घाटन करना है।

    इस बीच, दया शंकर सिंह का निष्कासन चुपचाप रद्द कर दिया गया और उन्हें फरवरी 2018 में राज्य इकाई का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

    जब टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो दया शंकर सिंह ने कहा, “विवाद के कारण मुझे पिछली बार टिकट नहीं मिला था लेकिन मेरी टीम ने स्वाति की जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत की थी। इस बार मैं चुनाव लड़ना चाहता हूं लेकिन यह पार्टी पर निर्भर है।”

    दूसरी ओर, स्वाति सिंह ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

    सूत्रों ने बताया कि पति-पत्नी दोनों पार्टी में अलग-अलग नेताओं के जरिए अपने टिकट की पैरवी कर रहे हैं।