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  • मप्र के भाजपा विधायक ने अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज को लिखा खत

    मप्र के भाजपा विधायक ने अवैध खनन को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज को लिखा खत

    भोपाल| मध्य प्रदेश के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अवैध खनन और कारोबार का मुददा उठाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। सतना जिले के मैहर विधानसभा के भाजपा के विधायक त्रिपाठी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखते हुए कहा है कि प्रदेश में रेत और पत्थर के अवैध खनन और कारोबार ने वर्तमान में माफिया का रूप ले लिया है। ऐसा लगता है कि इन माफियाओं के सामने प्रशासन और खनिज विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है। जहां अनुमति नहीं है वहां अवैध उत्खनन बेरोकटोक जारी है, वहां संगठित गिरोह सरकार को आर्थिक हानि और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने लगे हैं।

    मुख्यमंत्री को त्रिपाठी द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विंध्य, बुंदेलखंड, नर्मदा अंचल व चंबल सब जगह एक जैसी स्थिति है। खनन माफिया प्रशासन के नियंत्रण से बाहर नजर आता है। खनन नियमों का पालन कराने व अवैध खनन रोकने शासन-प्रशासन प्रभावी कार्यवाही नहीं कर पा रहा है जिससे वहां माफिया के हौसले बुलंद हैं।

    विधायक त्रिपाठी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि सतना, शहडोल, उमरिया और अनूपपुर जिलों में अवैध खनन कारोबार बेरोकटोक जारी है। माफिया की मनमानी के कारण ही रेत के के दाम अत्यंत महंगे होने से शासकीय निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं । शासकीय भवनों के निर्माण से ठेकेदार दूर भाग रहे हैं। महंगी रेत के कारण प्रधानमंत्री आवास जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रभावित हो रही हैं।

    भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री को संवेदनशील और पर्यावरण प्रेमी के साथ गरीबों का हित चिंतक बताते हुए अनुरोध किया है कि अवैध खनन को सख्ती से रोकें और माफिया पर नकेल कसें।

  • मप्र जनसहयोग से बना ‘मॉडल’ : शिवराज

    मप्र जनसहयोग से बना ‘मॉडल’ : शिवराज

    भोपाल/वाराणसी| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में हो रहे नवाचार ओर योजनाओं के क्रियान्वयन का वाराणसी में मुख्यमंत्रियों के कॉन्क्लेव में प्रजेंटेशन देते हुए कहा कि आमजन की भागीदारी से कोरोना नियंत्रण के मामले में अन्य राज्यों ने मध्य प्रदेश को मॉडल माना है। राज्य के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्रियों के कॉन्क्लेव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में पीएम स्वनिधि योजना, आयुष्मान भारत योजना, आवास योजना और स्वामित्व योजना के बेहतर क्रियान्वयन के पीछे आमजन का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है। कोविड की दोनों लहरों के दौरान भी नागरिकों की भागीदारी से महामारी पर नियंत्रण के प्रयासों में अच्छी सफलता मिली। मध्य प्रदेश में हुए इस कार्य को यदि अन्य राज्यों ने एक मॉडल माना है तो इसके पीछे आमजन के सहयोग के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्राप्त मार्गदर्शन की मुख्य भूमिका है।

    मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश में कुछ वर्ष पहले प्रारंभ किए गए आनंद विभाग की रचनात्मक गतिविधियों और आम लोगों को अवसाद से दूर कर प्रसन्न रखने के प्रयासों की भी जानकारी दी।

    मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि नीति-निर्माण, निर्णय लेने और मॉनिटरिंग में जनता की भागीदारी प्राप्त की जा रही है। नीति-निर्माण के अंर्तगत विभिन्न वर्गो की पंचायतों में जनता से सुझाव प्राप्त किए गए। लाड़ली लक्ष्मी, संबल योजना, मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना ऐसी पंचायतों की ही देन हैं। जनता से प्राप्त सुझावों के आधार पर योजनाएं बनाई गईं। यह सब पूर्व के वर्षो में फलीभूत हुआ।

    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में आनंद विभाग और राज्य आनंद संस्थान की स्थापना की गई, जिसमें 60 हजार से अधिक स्वयंसेवक, आनंदक के रूप में पंजीकृत हो चुके हैं। आधुनिक युग में बढ़ रहे तनाव और अशांति के अनेक कारण हो सकते हैं। भीतर की शांति और आनंद सभी चाहते हैं। शांत और सुखी व्यक्ति एक समृद्ध समाज का निर्माण कर सकता है।

    उन्होंने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में ‘अल्प विराम कार्यक्रम’ व्यक्ति को आंतरिक कमियों को समझने और सुधारने का अवसर देता है। आनंद क्लब रक्तदान, भोजन एवं सामग्री दान, आपदा में सहयोग, शिक्षा, पर्यावरण, स्वच्छता, बालिकाओं को आत्म-रक्षा प्रशिक्षण और निराश्रितों की मदद का कार्य करते हैं। आनंद सभा, आनंदम केंद्र, आनंद उत्सव, प्रसन्नता का वातावरण बढ़ा रहे हैं। एक आनंद कैलेंडर भी तैयार किया गया है।

    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस-पांच जून से प्रदेश में अंकुर अभियान प्रारंभ किया गया है। इसमें पौधरोपण करने पर पौधा रोपने वाले नागरिक को डिजिटल प्रमाणपत्र और प्राणवायु पुरस्कार देने का प्रावधान किया गया है। नागरिकों से परिवार के सदस्यों की जन्म वर्षगांठ और विवाह वर्षगांठ के साथ ही परिवार के दिवंगत सदस्य की स्मृति में पौधा लगाने का आह्वान किया गया है।

    मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राशन वितरण, मध्याह्न् भोजन कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, छात्रवृत्ति वितरण और संबल योजना की मॉनिटरिंग जन-सहयोग से हो रही है। दीनदयाल अंत्योदय समितियां सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के अमल पर निगाह रखती हैं। ये समितियां ग्राम पंचायत, विकास खंड, नगर पालिका, नगर निगम, जिला और राज्य स्तर पर गठित की गई हैं।

  • कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए बचाव के तरीके अपनाएं : शिवराज

    कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए बचाव के तरीके अपनाएं : शिवराज

    भोपाल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर जैसी किसी समस्या या आशंका को ध्यान में रखकर बचाव के सभी आवश्यक उपाय अपनाने की अपील की है। साथ ही सरकार ने तीसरी लहर को रोकने प्रयास तेज कर दिए हैं।

    मुख्मयंत्री चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे मास्क लगाएं, हाथों को समय-समय पर साफ करें और दूसरों से आवश्यक दूरी अवश्य बनाकर रखें। कुछ देशों में कोरोना के नए वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। अभी तक भारत में इसकी उपस्थिति की कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानियां अत्यंत जरूरी हैं।

    मुख्यमंत्री चौहान ने वैक्सीनेशन को कारगर हथियार बताते हुए सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील की और कहा कि दिसम्बर माह तक वैक्सीन के दोनों डोज प्रदेश के सभी नागरिकों को लगाना हमारी प्राथमिकता है। यही कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय है। अभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक नहीं होगी लेकिन संक्रमण रोकने के सभी नियमों और सावधानियों का पालन प्रदेशवासी अवश्य करें।

    मुख्यमंत्री ने कहा है कि दूसरे देशों से मध्यप्रदेश आने वाले यात्रियों के संबंध में भारत सरकार के सर्विलांस नियमों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। दूसरे देशों से आने वाले व्यक्तियों से सहयोगात्मक रवैया अपनाने की अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों को संक्रमण के जरा भी लक्षण दिखते हैं, वे तुरंत टेस्ट करवाएं। बिल्कुल भी असावधान न रहें, संक्रमण फैलने से रोकने के जो आवश्यक नियम हैं, उन सबका पालन करें। सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। राज्य सरकार की कोशिश है कि तीसरी लहर न आ पाए।