Tag: Rajasthan

  • NIA ने PFI पे मारी रेड्स

    NIA ने PFI पे मारी रेड्स

    दिल्ली समेत कई राज्यों में पड़ी छापेमारी

    जी हां तो आप देख रहे है THE NEWS 15, और हम आपको बताने जा रहे है NIA यानि की (National Investigation Agancy) ने कहा-कहा और क्यों मारी है ये PFI (Popular Front of India) छापेमारी जिसे भारत का एक चरमपंथी इस्लामी गठबंधन कहा जाता है.

    AIN Raids on PFI
    AIN Raids on PFI

    हम आपको बताते हुए चले NIA की लगातार छापेमारी में यह सामने आया है कि वह दिल्ली समेत, यूपी के लखनऊ, महाराष्ट्र, और राजस्थान समेत कई प्रतिबंधित संगंठनो (PFI) के ठिकानो पर छापेमारी कि गयी है, जिसमे हम आपको बता दें कि दिल्ली के पुराणी दिल्ली के हवासि-खाना में छापेमारी की गयी, साथ हि हम यह भी बता दे जिस बिल्डिंग में छापेमारी की गयी उसका नाम ‘2034’ मुमताज़ बिल्डिंग बताया जा रहा है और छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस के कुछ ऑफिसर्स मुमताज़ बिल्डिंग के बहार तैनात किये गए थे.

    पूछताछ के दौरान यह भि बताया गया ‘मुमताज़ बिल्डिंग’ में कुछ धार्मिक पुश्ताके छापने का काम किया जा रहा था, और हम आपको यह भी बता दे की केवल दिल्ली हि नही बल्कि और भी स्थानों पर यह छापेमारी इसी मुद्दे को लेकर की जा रही है, साथ ही हम आपको यह भी बता दे की PFI (Popular Front of India) एक ऐसी संस्था है जो की The Unlawful Activities (Prevention)Act1967, (UAPA) के तहत बैन कर दी गयी थि जिसे गैर कानूनी गतिविधियाँ, भारत केंद्र सरकार और साथ-ही-साथ तमाम संस्थाए हैं जो की एक प्रतिबंधित संगठन है, साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि पुराणी दिल्ली का यह वो इलाका है जो काफ़ी घना बसा हुआ है.

    साथ हि यह बताया जा रहा है कि जब ‘NIA’ की छापेमारी की जा रही थी, उस दौरान ‘मुम्ताज़ बिल्डिंग’ के आस-पास के लोगो को भनक भि नहीं थि, और जब सुबह लोग सो कर अपनी घरों से बहार निकले तो उन्होंने देखा बिल्डिंग में NIA और पुलिस कर्मी मौजूद थे और मुमताज़ बिल्डिंग की तलाशी ले रहे थे.

    जब हमारी टीम ने पूछ-ताछ किया

    TheNews15
    TheNews15

    अब हम आपको जानकारी देते हुए आगे चलते है कि जब हमारी “The News 15” टीम पुराणी दिल्ली के हवासिखाना ‘मुमताज़ बिल्डिंग’ पहुंची तो वहा लोगो ने कुछ अपनी बयान में जानकारी देते हुए कहा कि “पता नही क्यों छापेमारी हुई है इससे पहले आज तक कभी यहाँ कुछ नही हुआ ऐसा हलाकि वहा के कर्मचारियों से भी पुच-ताछ के दौरान बताया “वह जब सुबह अपने दफ्तर पे आए तो देखा कुछ पुलिस और NIA के अधिकारी मुमताज़ बिल्डिंग के बाहर खड़े थे और कर्मचारियों से गेट खुलवाने के बाद अन्दर चान-बीन करने लगे और कुछ देर तक छान-बीन करने के बाद वहा से चले गए.

    तो यह सभी बातो को ध्यान में रखते हुए कि सरकार PFI को निशाना बनाते हुए आगे क्या अहम् फैसला लेगी.

  • Rajasthan: IAS पवन अरोड़ा पर लगा सैक्स रैकेट चलाने का आरोप

    Rajasthan: IAS पवन अरोड़ा पर लगा सैक्स रैकेट चलाने का आरोप

    राजस्थान (Rajasthan) में एक महिला अधिकारी (lady officer) के आरोपों से सनसनी फैल गई है। आरएएस अधिकारी पूजा मीणा (Pooja Meena) ने आईएएस पवन अरोड़ा पर सेक्स रैकेट (sex racket) चलाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने खुद को परेशान किए जाने के आरोप भी लगाए। पूजा मीणा ने रोते हुए राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी शांति धारीवाल के लिए कहा कि वे पवन अरोड़ा को संरक्षण देते हैं। आईएएस पवन अरोड़ा ने आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि पूजा मीणा की ओर से लगाए गए सभी आरोप असत्य, मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं।यह आरोप राजस्थान के झालावाड़ की नगर निगम कमिश्नर पूजा मीणा ने लगाए हैं. पूजा मीणा ने कहा कि उनका बार-बार इसलिए ट्रांसफर किया जा रहा है और अब एपीओ किया।क्योंकि वो इनके रैकेट में शामिल नहीं हो रही थीं. उन्होंने कहा कि हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन पवन अरोड़ा सेक्स रैकेट चलाते हैं. वहीं राजस्थान के शहरी विका।

    मंत्री पर लगाये कई गंभीप आरोप
    पूजा मीणा ने कहा कि हृदेश कुमार शर्मा पहले डायरेक्टर हैं डीएलबी का जिसने पवन अरोड़ा को प्रोटेक्शन दिया है। मीणा ने कहा कि उनकी जितनी भी चार्जशीट बनाई गई, फेक बनाई गई, कोई रिकाॅर्ड नहीं है। उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने और कोर्ट जाने की बात कहते हुए मंत्री पर भी आरोप जड़ेे। पूजा मीणा ने कहा, ‘बहुत दुर्भाग्य की बात है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पवन अरोड़ा के साथ मिला हुआ है। क्योंकि यह पहले डीएलबी डायरेक्टर था। शांति धारीवाल जी ने भी अन्याय किया है। बदमाश लोगों को धारीवाल प्रोटेक्शन करते हैं। अच्छे अधिकारियों के साथ अन्याय होता है।’ बता दें, आईएएस पवन अरोड़ा डीएलबी के निदेशक रह चुके हैं। वर्तमान में राजस्थान हाऊसिंग बोर्ड के आयुक्त है।

  • आखिर क्यों नाराज हुई Sonia Gandhi Ashok Gehlot से?

    आखिर क्यों नाराज हुई Sonia Gandhi Ashok Gehlot से?

    Congress Party के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर काफी बहस चल रही है और आए दिन काफी अलग अलग खबरें भी सुनने को मिलती है जिनमे से कितनी सच होती हैं और कितनी झूट वो तो किसी को नहीं पता लेकिन जो खबर हाल ही में सुनने में आई है वो ये है कि Rajasthan के मुख्यमंत्री पद को लेकर Ashok Gehlot और Sachin Pilot के बीच की लड़ाई अब Delhi तक पहुँच गई है। और इसी विवाद के चलते हुए ये भी सुनने में आ रहा है कि Sonia Gandhi Ashok Gehlot से काफी नाराज हैं। लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ जिस वजह से विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया?

    Sachin Pilot and Ashok Gehlot

    दरअसल Rajasthan के मुख्यमंत्री Ashok Gehlot को Congress High Command नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहता था लेकिन उसके लिए Gehlot की जगह किसी और को Rajasthan का मुख्यमंत्री बनाना था। रविवार को Congress विधायक दल की एक बैठक होनी थी जिसमे सभी Supervisors एक-एक करके सभी विधायकों से मिलने वाले थे, और नए नेता के चुनाव के लिए Sonia Gandhi ने वरिष्ठ नेता Ajay Maken और Mallikarjun Kharge को Supervisor बनाकर रविवार को राजस्थान भेजा था। लेकिन बैठक होने से पहले Ashok Gehlot के विधायकों ने अपना बागी रूप धारण कर लिया।

    क्या रूप दिखाया Ashok Gehlot के विधायकों ने?

    दरअसल विधायक दल की बैठक में जाने की बजाए सभी समर्थक विधायक मंत्री Shanti Dhariwal के घर पहुँच गए। इसके बाद सभी विधायकों ने Speaker से मुलाकात की और उसके बाद सभी ने अपना इस्तीफा पकड़ा दिया हलाकी Speaker ने अभी तक इनमे से कोई भी इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।

    Cabinet Minister Shanti Dhariwal

    इन विधायकों की गिनती लगभग 82 बताई जा रही है और ऐसा लग रहा है कि ये विधायक Sachin Pilot या उनके खेमे में से किसी को भी मुख्यमंत्री नहीं बनने देना चाहते हैं।

    क्यों नाराज हुई Sonia Gandhi Ashok Gehlot से?

    जब इस घटनाक्रम के बारे में Ajay Maken और Mallikarjun Kharge ने Sonia Gandhi को बताया तो वो काफी गुस्सा हो गईं थी उनका कहना था कि Congress के एक वरिष्ठ नेता से ऐसी अपेक्षा नहीं थी। लेकिन इस घटना के होने से Ashok Gehlot पर काफी बुरा असर पड़ा है क्योंकि ऐसा सुनने में आ रहा है कि अब Congress High Command अब अपने फैसले पर दोबारा विचार करेगी की Ashok Gehlot को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना चाहिए या नहीं।

    Sonia Gandhi

    ये भी बताया जा रहा है कि अब Gehlot की जगह Congress High Command अब दूसरे नेताओं को अध्यक्ष बनाने पर भी विचार कर रही है जिसमें Mallikarjun Kharge, Mukul Wasnik, Digvijay Singh और K.C. Venugopal का नाम सामने आया है।

    UP Politics : उत्तर प्रदेश में एमएलसी नगर पालिका चुनाव लड़ेगी भाजपा : भूपेंद्र चौधरी

    – Ishita Tyagi 

     

  • 300 year old temple : राजस्थान का मंदिर BJP ने गिरवाया या कांग्रेस ने ?

    300 year old temple : राजस्थान का मंदिर BJP ने गिरवाया या कांग्रेस ने ?

    300 year old temple : 22 अप्रैल को twitter पर राजस्थान के मंदिर की चर्चा बनी रही। BJP IT सेल के मुखिया अमित मालवीय (amit malviya) ने राजस्थान के 300 साल पुराने मंदिर (300 year old temple) की फोटो शेयर करते हुए कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान (rajasthan) में 300 साल पुराना मंदिर (300 year old temple) गिरा दिया हैं। अमित मालवीय  (amit malviya) ने दिल्ली के जहांगीरपुरी पर कांग्रेस के आवाज उठाने के मामले को भी इसी पर नथ्थी कर दिया और कांग्रेस को तुष्टिकरण की राजनीति करने वाला बताया।

    भारत में इन दिनों बुलडोजर (bulldozer) एक्शन सुर्खियों में है। उत्तर प्रदेश में माफियाओं पर बुलडोजर चला तो दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश में भी बुलडोजर का असर नजर आया। मामला इतना गंभीर हो गया है कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर (bulldozer) कार्रवाई का मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। इस बीच राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने मंदिरों (300 year old temple) पर राजस्थान(rajasthan) सरकार के बुलडोजर (bulldozer) चलाने का मामला सामने आने पर अब कांग्रेस घिरती नजर आई लेकिन कहानी अभी तक एक तरफा ही थी। अब कांग्रेस ने क्या आरोप लगाए जानते है लेकिन उसके पहले अब तक का पूरा घटनाक्रम जानते हैं।

    पहले हम मामले को समझते है –

    दरसल, अलवर के राजगढ़ में तीन हिंदू मंदिरों को गिराने की बात सामने आ गई। मास्टर प्लान में अतिक्रमण के वजह से राजगढ़ प्रशासन ने 300 साल पुराने तीन मंदिरों (300 year old temple) को गिरा दिया। इन मंदिरों में लगी भगवान शिव, हनुमान जी समेत अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया है। ये शिवालय पर जूते पहनकर चढ़ने और मूर्तियों पर कटर मशीन चलाने से हिंदूवादी संगठन भड़क गए हैं, वहीं स्थानीय लोगों ने जब इसका विरोध  किया तो पुलिस ने बलपूर्वक उनको हटाया।

    किस किस के खिलाफ मामला दर्ज –

    यह पूरी घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। 17 अप्रैल से लगातार इस तरह के मामले राजगढ़ में सामने आ रहे हैं।। इसके विरोध में क्षेत्र के कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा, SDM केशव प्रसाद वीणा, नगर पालिका के चेयरमैन सतीश दुहारिया के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए तहरीर दी गई है।।अब इस पूरे मामले पर राजनीति गरमा गई है।राजस्थान (rajasthan) में कांग्रेस की सरकार है ऐसे में बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साध दिया है। आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरु हो चुका है।

    मंदिर पर BJP का पक्ष  (300 year old temple)-

    इस मामले पर BJP  नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय (amit malviya) ने कहा है कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, ”राजस्थान (rajasthan) के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर (300 year old temple) करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म।”

    300 year old temple: राजस्थान में किसके कहने पर गिरा मंदिर
    300 year old temple: राजस्थान में किसके कहने पर गिरा मंदिर

    इसके बाद एक और ट्वीट में मालवीय ने कहा, ”18 अप्रैल को राजस्थान (rajasthan) के राजगढ़ कस्बे में बिना नोटिस प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों और दुकानों पर बुलडोजर (bulldozer) चला दिया।”

    मंदिर पर कांग्रेस का पक्ष  (300 year old temple)-

    कांग्रेस सरकार में मंत्री सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि नगरीय निकाय बोर्ड का चेयरमैन BJP का है सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव लाकर मंदिर को गिराने की कार्यवाही की जबकि कांग्रेस से सदा इसका विरोध भी किया हैं।

    वही कांग्रेस विधायक जौहरी लाल वीणा ने बताया कि मंदिर तोड़ने पर अतिक्रमण हटाने में कांग्रेस पार्टी का कोई रोल नहीं है, भाजपा की अगुवाई में ही बोर्ड की मीटिंग में सारे निर्णय लिए, जिसमें मंदिर हटाने की बात का जिक्र भी था, BJP  पर आरोप लगाया कि ये भगवान को नही मानते और राम के नाम पर राजनीति करते हैं और मंत्री जी ने खुद को भगवान को मानने वाला बताया।

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    अब जानते है कि सच्चाई क्या है आखिर किसका है राजगढ़ – राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड BJP का है, BJP के सतीश दुहारिया बोर्ड के चेयरमैन है। राजगढ़ में 38 मे से एक पार्षद कांग्रेस का है, बोर्ड ने ही 17 अप्रैल को सर्वसम्मति से सड़क चौड़ी करने का आदेश दिया गया हैं कार्यवाही के लिए SDM  केशव मीणा से 150 पुलिसकर्मी और अन्य संसाधन मांगे थे। इसके बाद कार्यवाही की गई।

    लिखत आदेश में ये सामने आया कि मंदिर का गर्भगृह सुरक्षित हैं मंदिर से मूर्तियां पहले ही हटा ली गई थी। मंदिर तोड़ने से पहले ही सारी मूर्तियों को ससम्मान हटा लिया गया। मंदिर से हटाई मूर्तियों को पुनर्स्थापित करने का काम नगर पालिका राजगढ़ करेगी।

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    अब ये आप तय करें कि मंदिर तोड़ने का आदेश किसने किसके कहने पर दिया था कौन इस मामले पर भड़काने का प्रयास कर रहे थे और 300 साल पुराने मंदिर (300 year old temple) तोड़ने की घटना को बुलडोजर (bulldozer) की कार्यवाही पर सवाल उठाने से ले जा कर जोड़ दिया।

    बात करें राजस्थान (rajasthan) की तो हाल ही में करौली में नव संवत्सर पर शोभायात्रा के दौरान पथराव के हिंसा हो गई थी और जब अभी करोली का हिंसा के घाव भरे नहीं हैं ऐसे में अलवर के 300 साल पुराने मंदिर (300 year old temple) को बुलडोजर (bulldozer) के हवाले कर देना, राजस्थान सरकार (rajasthan government) पर सवालिया निशान खड़ा करता है, और इस कार्रवाई के बाद अगर वहां का माहौल खराब होता है तो जिम्मेदार कौन होगा ?

     

     

     

     

     

     

  • रंग नहीं फेंके जाते हैं पत्थर, राजस्थान के डूंगरपुर में होली पर अनोखी परंपरा को देख रह जाएंगे दंग

    रंग नहीं फेंके जाते हैं पत्थर, राजस्थान के डूंगरपुर में होली पर अनोखी परंपरा को देख रह जाएंगे दंग

    द न्यूज 15

    उदयपुर। आपने अलग-अलग तरह की होली के बारे में सुना होगा। लेकिन राजस्थान के डूंगरपुर में जिस तरह होली खेली जाती है उसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। यहां के भीलूड़ा गांव में होली पर रंग नहीं फेंके जाते, बल्कि पत्थरबाजी होती है। इसमें गांव के लोगों के साथ जनप्रतिनिधि भी हिस्सा लेते हैं। पत्थर फेंकने के लिए गोफन और गिलोर का इस्तेमाल किया जाता है। गांव में रघुनाथ मंदिर के सामने होली पर यह पत्थरबाजी का खेल खेला जाता है।
    पत्थरबाजी के लिए बनते हैं दो गुट : होली के दूसरे दिन भीलूड़ा समेत आसपास के गावों के लोग ढोल कुंडी की थाप पर गैर नृत्य करते हुए रघुनाथजी मंदिर परिसर में इकट्ठा होते हैं। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद एकत्र भीड़ अपने आप दो गुटों में बंट जाती है। इसके बाद ढोल कुंडी की धुन पर लोग थिरकने लगे। अचानक एक दूसरे गुट पथराव शुरू कर देते हैं। मैदान में ही लोग अपने बचाव की जगह तलाश लेते हैं और फिर वहां से शुरू होती है पत्थरबाजी वाली होली।
    यह है मान्यता : गांववाले मानते हैं कि पत्थर मार होली से जो खून जमीन पर गिरता है उससे गांव में कोई विपत्ति नहीं आती है और गांव में खुशहाली रहती है। पत्थरों से बचने के लिए गांव के लोग अपने लिए रूमाल, गमछा, ढाल, थाली साथ लेकर आते हैं। इस पत्थर फेंकने वाली होली में डेढ़ घंटे तक चले पथराव में पत्थर लोगों के सिर, हाथ पैर और मुंह पर लगे, जिससे खून बहने लगा। एक दिन पहले पत्थर मारने वाली होली में दोनों पक्षों के 48 लोग घायल हो गए। घायलों को भीलूड़ा अस्पताल लेकर गए। डॉक्टरों ने घायलों का इलाज किया। पांच घायलों को सागवाड़ा हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया।

  • भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2021 की रौनक राजस्थान पविलियन

    भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2021 की रौनक राजस्थान पविलियन

    नई दिल्ली| राजे-रजवाड़ों की आन-बान, शान और लोक जीवन के चटकीले और रंगीले परिधान और ऊंटों की सवारी जिस भूमि की तरफ इशारा करती है, इसी अनुपम संगम को दर्शाता ‘भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले’ का राजस्थान पवेलियन है। गौरतलब है कि 14 से 27 नवंबर, 2021 तक राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान मंडप के निदेशक दिनेश सेठी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले की इस वर्ष की थीम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अनुरूप राजस्थान मंडप तैयार किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार के उद्योग, रीको व बीप विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विशेष स्टॉल लगाया गया है, जिसमें प्रदेश में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए व्यापार संबंधी सभी प्रकार की जानकारी आगुंतकों को दी जा रही है।

    सेठी ने बताया कि मंडप में इस वर्ष राजस्थानी हैंडलूम को बढ़ावा देते हुए विश्व प्रसिद्ध जयपुरी रजाइयों, बैडशीट्स, जैकेट्स एवं गृहसज्जा इत्यादि के सामान के साथ ही स्टोन ज्वेलरी, रंग-बिरंगे लाख कंगन व चूड़ियों के स्टॉल्स के अतिरिक्त राजस्थान के प्रसिद्ध पापड़, गजक, अचार-चटनी एवं अन्य खाने-पीने के उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए हैं।

    उन्होंने बताया कि मंडप में राजकीय विभागों में राजस्थान पर्यटन, हैंडलूम, राजस्थान खादी ग्रामोद्योग, उद्योग और रूडा के अतिरिक्त इस बार स्टॉल लगाने के लिए राज्य के विभिन्न अंचलों जैसे जयपुर, श्रीगंगानगर, बागरू, बाड़मेर, जोधपुर, झुंझुनू, नागौर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।

    इस बार के मेले में शुरुआती दिनों में उम्मीद से बेहतर खरीदार पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे व्यापार मेले की रौनक राजस्थान पवेलियन बना हुआ है। मांग लगातार बढ़ रही है, इसलिए उम्मीद है कि कोविड-19 के बाद जिस तरह से मेले से जुड़े लोगों को नुकसान हुआ था, इस बार उनकी भरपाई हो जाएगी। मेला अभी करीब एक सप्ताह और चलने वाला है।

  • राजस्थान में सक्रिय कोविड मामलों में वृद्धि

    राजस्थान में सक्रिय कोविड मामलों में वृद्धि

    जयपुर | राजस्थान में सक्रिय कोविड -19 मामलों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है, पिछले 24 घंटों में राज्य में कुल 17 ताजा मामले सामने आए हैं, जिनमें से 10 जयपुर से हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, जयपुर के अलावा बाड़मेर (चार), अजमेर (दो) और जोधपुर (एक) मामला दर्ज किया गया।

    अधिकारियों ने कहा कि तीन महीनों में यह पहली बार है कि राज्य की राजधानी में नए मामलों की संख्या दोहरे अंकों में है।

    यह आंकड़ा चिंता का विषय है क्योंकि जयपुर के सभी स्कूल और कॉलेज 15 नवंबर से शत-प्रतिशत व्यवस्था के साथ व्यक्तिगत रूप से कक्षाएं शुरू करेंगे।

    साथ ही, भारत और न्यूजीलैंड के बीच एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 17 नवंबर को एसएमएस स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जहां फिर से 100 प्रतिशत लोगों को बैठने की अनुमति दी गई है। लेकिन पूरी तरह से वैक्सीनेटिड दर्शकों को ही अनुमति दी जाएगी।

    इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन जारी रखने की चेतावनी दी है।

    25 अक्टूबर को अपने एक बयान में, उन्होंने कहा था कि डेल्टा प्लस एवाय .4.2 के कई मामले भारत में भी सामने आए हैं। यह डेल्टा वैरिएंट से भी तेज फैलता है। अन्य देशों के अनुभव के आधार पर केंद्र सरकार को समय पर इसकी रोकथाम के लिए एसओपी तैयार कर जारी करना चाहिए।

    “शुरूआत में, डेल्टा वैरिएंट के कुछ ही मामले थे लेकिन इसे देश भर में फैलने में समय नहीं लगा। इस वैरिएंट के लिए पूरी तैयारी आवश्यक है ताकि डेल्टा वैरिएंट के समान अनुभव से बचा जाए।”

    राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने सकारात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि कोरोना टीकाकरण के मामले में राजस्थान राष्ट्रीय औसत से काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

    83 प्रतिशत लोगों को पहली खुराक दी जा चुकी है और 48.9 प्रतिशत लोगों को बीमारी के खिलाफ पूरी तरह से टीका लगाया गया है।

    उन्होंने कहा कि एक विशेष कार्य योजना के तहत राज्य में टीकाकरण को बढ़ावा देने के प्रयास जारी हैं, जिसमें कम टीकाकरण दर वाले जिलों में टीकाकरण शिविरों की संख्या बढ़ाना शामिल है।

  • कैटरीना, विक्की राजस्थान के सिक्स सेंस फोर्ट में करेंगे शादी

    कैटरीना, विक्की राजस्थान के सिक्स सेंस फोर्ट में करेंगे शादी

    जयपुर| बॉलीवुड स्टार कैटरीना कैफ और विक्की कौशल राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के सिक्स सेंस फोर्ट होटल में शादी के बंधन में बंधने के लिए तैयार हैं। शादी का जश्न 7-12 दिसंबर तक चलेगा और शादी के लिए होटल में बुकिंग हो चुकी है।

    हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है।

    वीआईपी वेडिंग के आयोजन के लिए कई इवेंट कंपनियां मिलकर काम करेंगी। अधिकारियों ने पुष्टि की कि अलग-अलग आयोजनों के लिए अलग-अलग कंपनियों को काम पर रखा जा रहा है।

    इन इवेंट कंपनियों ने अपना काम जोर शोर से शुरु भी कर दिया है।

    वहीं कैटरीना और विक्की कौशल की टीम भी शादी की तैयारियों में जुट गई है।

    स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को 10 सदस्यीय टीम सिक्स सेंस बड़वारा किला पहुंची थी।

    होटल प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक टीम ने शादी से जुड़े सभी इंतजामों पर नजर बनाए रखी है।

    टीम ने बरात आने से लेकर मेहंदी, हल्दी तक के डेकोर के इंतजाम देखे है।

    हालांकि अभी शादी के कार्यक्रमों की घोषणा नहीं की गई है।