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  • जीत के लिए नई प्लानिंग, अमित शाह अब पूर्वांचल में डालेंगें डेरा

    जीत के लिए नई प्लानिंग, अमित शाह अब पूर्वांचल में डालेंगें डेरा

    द न्यूज़ 15
    नई दिल्ली। UP विधानसभा चुनाव के चलते पूर्वांचल से लखनऊ की राह आसान करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह 12 फरवरी से गोरखपुर क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर डेरा डालेंगे। शुक्रवार को छठे चरण के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो जाएगी।
    गोरखपुर क्षेत्र की हर विधानसभा सीट पर गृह मंत्री अमित शाह विचार करेंगें , जिसे लेकर भाजपा कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप देने में जुटी है। बड़े नेताओं को उन सीटों पर खासतौर पर भेजा जाएगा जहां कांटे की टक्कर होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसी कड़ी में सहजनवा विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा की तिथि भी तय की जा रही है।
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस क्षेत्र में ताबड़तोड़ प्रचार करेंगे तो वही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के साथ ही छठें चरण के लिए पार्टी के अन्य स्टार प्रचारक भी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए शहर से लेकर देहातों तक पहुंचेंगे। किस नेता को कौन सी विधानसभा सीट पर भेजा जाना है इसको लेकर विधानसभा स्तर पर सुझाव भी लिया जा रहा है। पार्टी नेताओं का कार्यक्रम शीघ्र तय हो जाएगा।
    विधानसभा चुनाव के पांचवें, छठें और सातवें चरण में पूर्वांचल की सीटों पर मतदान होना है। इनमें कई जगहों पर भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जाती है तो कई जगहों पर विरोधी दल गठबंधन के साथ तगड़ी चुनौती दे रहे हैं। पार्टी रणनीति के मुताबिक जैसे-जैसे चरणवार चुनाव सम्पन्न होते जाएंगे ठीक वैसे-वैसे पार्टी नेताओं को बाकी बचे क्षेत्रों में भेजा जाएगा। अब चुनाव को लेकर भाजपा ने हर सीटों पर फीडबैक लेकर रणनीति बनानी शुरू की है। नामांकन खत्म होने के बाद पार्टी के दिग्गज नेता पार्टी के प्रचार के लिए पहुंचेंगे।
    पूर्वांचल की 165 सीटों को अपने पक्ष में करने के लिए विरोधी दल भी पुरजोर प्रयास कर रहे हैं। इन सीटों पर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए भाजपा बीते दिनों जन विश्वास यात्रा भी निकाल चुकी है।
    उधर गोरखपुर क्षेत्र में 62 विधानसभा सीटें हैं। पार्टी ने इस बार 55 प्लस का लक्ष्य तय किया हैं। पार्टी के दिग्गज नेता केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को लेकर लोगों तक पहुंचेंगे। इसके साथ ही लोक कल्याण संकल्प पत्र में भाजपा के वादे की जानकारी भी उन्हें देंगे।

  • पूर्वांचल में मिल सकती हैं 47 से 50 सीटें, क्या BJP को मिलेगा एक्सप्रेस-वे का फायदा?

    पूर्वांचल में मिल सकती हैं 47 से 50 सीटें, क्या BJP को मिलेगा एक्सप्रेस-वे का फायदा?

    लखनऊ। कहा जाता है कि जिस पार्टी को पूर्वांचल का आशीर्वाद मिल जाए, वह लखनऊ में सत्ता हासिल करने में कामयाब हो जाती है। इस बार यूपी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पूर्वांचल एक्सप्रेस के जरिए सियासी समीकरण साधने में जुटी है। टाइम्स नाउ-पोलस्ट्रैट के ओपिनियन सर्वे के अनुसार, पूर्वांचल में बीजेपी को 92 में से 47 से 50 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, सपा को 31-35, बीएसपी को 11-13 और कांग्रेस को 1-2 सीटें तक मिल सकती हैं। वोट शेयर को देखें तो बीजेपी को यहां 39.4 फीसदी, सपा को 36.9 फीसदी, बीएसपी को 12.5 फीसदी जबकि कांग्रेस को 7.9 फीसद वोट मिलते नजर आ रहे हैं।

    गौरतलब है कि 2017 विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल और आसपास के जिलों की कुल 164 सीटों में से बीजेपी को 115 पर फतह मिली थी। सपा को 17, बीएसपी को 14 और कांग्रेस को मात्र 2 सीटें मिली थीं। इसी तरह 2012 चुनाव में सपा को इस क्षेत्र में 102 सीटें, बीजेपी को 17, बीएसपी को 22 और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं। 2007 में जब मायावती यूपी में पूर्ण बहुमत के साथ आईं तो पूर्वांचल में उनकी पार्टी 85 सीटें जीतने में कामयाब रही। सपा को 48, बीजेपी को 13, कांग्रेस को 9 और अन्य को 4 सीटें मिली थीं।\

    पूर्वांचल में आते हैं 28 जिले

    पूर्वांचल में 28 जिले आते हैं जिनमें वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, गोरखपुर, कुशीनगर, सोनभद्र, कुशीनगर, देवरिया, महाराजगंज, संतकबीरनगर, बस्ती, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, सिद्धार्थनगर, चंदौली, अयोध्या, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी और अंबेडकरनगर जिले शामिल हैं।

    पूर्वांचल एक्सप्रेस से मिलेगा फायदा?
    पूर्वांचल को साधने के लिए ही योगी सरकार ने ऐसे वक्त पर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग की है जब चुनाव सिर पर हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से यूपी के 9 जिले हैं जिनमें से बड़ा पूर्वी यूपी से है। इसके जरिए जो जिले जुड़ेंगे वहां विकास कार्यों में भी रफ्तार आएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और सीएम योगी की कर्मभूमि गोरखपुर भी पूर्वी यूपी में है। ऐसे में बीजेपी को उम्मीद है कि पूर्वांचल में किए गए काम से उसे डबल रिटर्न मिलेगा।

    कुशीनगर को एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज की सौगात
    पूर्वांचल एक्सप्रेस से पहले ही पीएम मोदी ने कुशीनगर में इंटरनैशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। इसी के साथ यहां राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी हुआ था। यह यूपी का तीसरा और सबसे लंबा रनवे वाला इंटरनैशनल एयरपोर्ट है। कुशीनगर एयरपोर्ट सिर्फ इंटरनैशनल कनेक्टिवटी नहीं बल्कि दुनिया तक भारत की सांस्कृतिक गाथा और बौद्ध सर्किट तक पहुंचने का जरिया बनेगा।

    पूरे यूपी में बीजेपी की सीट घटती नजर आ रही हैं
    पूरे यूपी की बात करें तो यूपी में बीजेपी की सत्ता आती दिख रही है हालांकि सीटों की संख्या पिछली बार से कम हैं। बीजेपी को 239-245, सपा को 119-125, बीएसपी को 28-32 और कांग्रेस को 5-8 सीटें मिलने के अनुमान हैं। इस आधार पर कहा जा सकता है कि बीजेपी को 2017 से कम सीटें मिलती दिख रही हैं, फिर भी वह बहुमत पाने में सफल होती दिख रही है। वहीं सपा को पहले की तुलना में फायदा होता दिख रही है, लेकिन सत्ता में आना मुश्किल लग रहा है।

  • विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल से बढ़त लेना चाहती है बीजेपी

    विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल से बढ़त लेना चाहती है बीजेपी

    विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल से बढ़त लेना चाहती है बीजेपी

  • पूर्वांचल बना सियासी कुरूक्षेत्र, शाह सपा के गढ़ में, अखिलेश गोरखपुर में भरेंगे चुनावी हुंकार

    पूर्वांचल बना सियासी कुरूक्षेत्र, शाह सपा के गढ़ में, अखिलेश गोरखपुर में भरेंगे चुनावी हुंकार

    आजमगढ़ | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार पूर्वाचल फिर सियासी कुरूक्षेत्र बन गया है। गृहमंत्री अमित शाह आज सपा का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में राजकीय कॉलेज का शिलान्यास करने के साथ ही जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद अमित शाह बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। शाह कार्यक्रम में सांसद खेल कुंभ का उद्घाटन करने के बाद खिलाडियों और खेल प्रेमियों को संबोधित करेंगे। वहीं समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की समाजवादी विजय यात्रा का तीसरा चरण पूर्वाचल में आयोजित होगा। अखिलेश 13 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृहजनपद गोरखपुर से रथयात्रा निकालेंगे। यह रथयात्रा गोरखपुर से कुशीनगर जाएगी। इसके जरिए अखिलेश यादव पूर्वाचल में अपनी पार्टी की तरफ जनता को आकर्षित करने की कोशिश करेंगे।

    अखिलेश यादव ने 12 अक्टूबर को रथयात्रा कानपुर से शुरू की थी और बुंदेलखंड का दौरा किया था। इस बीच अखिलेश यादव पश्चिमी यूपी में भी अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है। वहीं भारतीय जनता पार्टी 2022 में सत्ता दोहराने के लिए पूर्वाचल पर पूरा जोर लगा रही है।

    यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी भी पूर्वाचल के कई दौरे कर चुके है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ताबड़तोड़ पूर्वाचल के जिलों में ही दौरे और कार्यक्रम किए है। अब गृहमंत्री अमित शाह भी बाबा विश्वनाथ की नगरी में सत्ता में वापसी को लेकर चुनावी मंथन में डटे हैं। शाह के हालिया लखनऊ दौरे के बाद भाजपा ने सभी क्षेत्रों में मंडल प्रभारियों और संयोजकों की बैठकें की हैं।

    यूपी विधानसभा चुनाव के चलते गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर हैं। इसी कड़ी में अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को आजमगढ़ पहुंचेंगे। जहां राजकीय कॉलेज का शिलान्यास करेंगे। इसके बाद अमित शाह जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गृहमंत्री अमित शाह आजमगढ़ में रैली को संबोधित करने के बाद बस्ती जाएंगे। गृहमंत्री शुक्रवार देर शाम से वाराणसी में हैं। वहां पर शनिवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद उन्होंने दो दिवसीय राजभाषा सम्मेलन का शुभारंभ किया।