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  • आगरा कैंट सीट से चुनाव लड़ेंगी एक ट्रांसजेंडर : यूपी चुनाव

    आगरा कैंट सीट से चुनाव लड़ेंगी एक ट्रांसजेंडर : यूपी चुनाव

    द न्यूज़ 15
    आगरा। उत्तर प्रदेश में 26 वर्षीय ट्रांसजेंडर राधिका बाई रिजर्व आगरा कैंट निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। सोमवार को उनकी उम्मीदवारी को मंजूरी दी गई।

    राधिका का असली नाम आकाश सोनी है। यह आगरा जिले में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली पहली ट्रांसजेंडर होंगी।

    उन्होंने अपने समुदाय के सदस्यों के समर्थन से डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया है।

    राधिका ने कहा कि उन्होंने जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए चुनाव मैदान में प्रवेश किया।

    राधिका ने कहा, “मुझे यह साबित करना होगा कि ट्रांसजेंडर राजनीति में सफल हो सकते हैं और लोगों के मुद्दों को सफलतापूर्वक संबोधित कर सकते हैं। मैं आम आदमी के लिए सरकारी स्कूलों के नेटवर्क को मजबूत करके शिक्षा को सस्ती बनाने के लिए काम करूंगी। मेरा जन्म और पालन-पोषण यहीं हुआ, इसलिए मैं लोगों से मुझे एक मौका देने का अनुरोध कर रही हूं क्योंकि मैं उनके लिए बहुत कुछ करना चाहती हूं।”

    उन्होंने आगे कहा कि “मेरा मानना है कि राजनीति मुझे किन्नर समुदाय के कल्याण के लिए काम करने का अवसर भी देगी।”

    गौरतलब है कि वर्ष 2000 में एक ट्रांसजेंडर आशा देवी गोरखपुर नगर निगम की मेयर चुने जाने के बाद सुर्खियों में आई थीं।

    उनके चुनाव ने राजनीतिक दलों को बड़ा झटका दिया था।

    इससे पहले 1998 में ट्रांसजेंडर शबनम मौसी मध्य प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए चुनी गई थीं। वह जन प्रतिनिधि के रूप में चुनी जाने वाली पहली ट्रांसजेंडर थीं।

  • अदिति सिंह की तरफ से रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनौती : UP चुनाव

    अदिति सिंह की तरफ से रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनौती : UP चुनाव

    द न्यूज़ 15
    लखनऊ। कांग्रेस पूर्व विधायक अदिति सिंह जो हल ही में भाजपा में शामिल हुईं है| कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को रायबरेली से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। अदिति सिंह को कांग्रेस के गढ़ से भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है।

    उन्होंने कहा, “रायबरेली अब कांग्रेस का गढ़ नहीं रहा। प्रियंका आ सकती हैं और चुनाव लड़ सकती हैं।”

    “मुझे नहीं पता कि उन्होंने रायबरेली और अमेठी (राहुल गांधी के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र) के लोगों को हल्के में क्यों लिया। रायबरेली और अमेठी के लोग कहीं और के लोगों की तुलना में अधिक क्षमाशील रहे हैं। इन स्थानों को कभी गढ़ कहा जाता था और लोगों ने उन्हें वोट दिया था। कुछ भी हो, लेकिन कांग्रेस के लोग रायबरेली और अमेठी के लोगों की परवाह नहीं करते हैं।”

    अदिति सिंह ने कहा, “उनके लिए रायबरेली या अमेठी में वोट मांगने आना वाकई शर्मनाक होगा, क्योंकि जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं, कांग्रेस नेता कभी भी उन लोगों की परवाह नहीं करते हैं जिन्होंने सभी बाधाओं के खिलाफ उन्हें वोट दिया।”

    उन्होंने आगे कहा, “रायबरेली मेरा परिवार है, लेकिन कांग्रेस ने अपने लोगों के लिए कभी काम नहीं किया। मेरे पिता (अखिलेश सिंह) के निधन के बाद , यहां के लोगों ने मेरा समर्थन किया।”

    उन्होंने कहा कि उनकी सीट पर पहली बार कमल खिलेगा और उन्हें भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने पर गर्व है।

  • कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों की सूची जारी की

    कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों की सूची जारी की

    द न्यूज़ 15
    देहरादून। लंबे इंतजार के बाद आखिर कांग्रेस ने अपने 53 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पिछले डेढ़ महीने से कांग्रेस अपने इन प्रत्याशियों को एक जुट करने में जुटी हुए थी, लेकिन जिस तरीके के हालात कांग्रेस में दिखाई दिए और गुटबाजी दिखाई दी उसके बाद अब जाकर कांग्रेस अपनी लिस्ट जारी कर पाई है। हालांकि अभी भी कुछ सीटों पर लिस्ट जारी नहीं हुई है।
    गढ़वाल क्षेत्र-
    गंगोत्री – विजयपाल सजवाण
    यमुनोत्री – दीपक बिजल्वाण
    पुरोला – मालचंद
    बद्रीनाथ – राजेंद्र भंडारी
    कर्णप्रयाग – मुकेश नेगी
    थराली- डॉक्टर जीतराम
    रुद्रप्रयाग- प्रदीप थपलियाल
    केदारनाथ – मनोज रावत
    टिहरी- रोका गया
    घनसाली- धनिलाल शाह
    देवप्रयाग – मंत्री प्रसाद नैथानी
    नरेन्द्र नगर – रोका गया
    धनोल्टी -जोत सिंह बिष्ट
    प्रताप नगर- विक्रम सिंह नेगी
    पौड़ी – नवल किशोर
    चौबट्टाखाल- रोका गया
    यमकेश्वर – शैलेंद्र सिंह रावत
    कोटद्वार- सुरेंद्र सिंह नेगी
    श्रीनगर- गणेश गोदियाल
    लैंसडाउन – अनुकृति गुसाईं
    चकराता- प्रीतम सिंह
    विकास नगर- नवप्रभात
    सहसपुर- आर्येन्द्र शर्मा
    देहरादून कैंट- रोका गया
    धरमपुर- दिनेश अग्रवाल
    राजपुर रोड- राजकुमार
    मसूरी- गोदावरी थापली
    डोईवाला- रोका गया
    रायपुर- हीरा सिंह बिष्ट
    हरिद्वार – सतपाल ब्रह्मचारी
    हरिद्वार ग्रामीण- रोका गया
    ज्वालापुर- रोका गया
    रानीपुर- राजवीर चौहान
    रुड़की- रोकागया
    झबरेड़ा- रोका गया
    लक्सर- रोका गया
    पिरान कलियर- फुरकान अहमद
    खानपुर- रोका गया
    मंगलौर- काजी निजामुद्दीन
    भगवानपुर- ममता राकेश
    धारचूला – हरीश सिंह धामी
    पिथौरागढ़ – मयूख महर
    डीडीहाट- प्रदीप पाल
    गंगोलीहाट- खजान गुड्डू
    बागेश्वर – रंजीत दास
    कपकोट- ललित फर्सवाण
    अल्मोड़ा – मनोज तिवारी
    जागेश्वर- गोविंद सिंह कुंजवाल
    सोमेश्वर – राजेन्द्र बारकोटी
    रानीखेत- करन माहरा
    सल्ट- रोका गया
    द्वाराहाट- मदन बिष्ट
    नैनीताल- संजीव आर्य
    हल्द्वानी- सुमित हृदेश
    रामनगर- रोका गया
    लालकुआं- रोका गया
    भीमताल- दान सिंह भंडारी
    कालाढूंगी- रोका गया
    चम्पावत- हेमेश खर्कवाल
    लोहाघाट- खुशाल सिंह अधिकारी
    रुद्रपुर- मीना शर्मा
    बाजपुर- यशपाल आर्य
    काशीपुर- नरेंद्र चन्द्र सिंह
    गदरपुर- प्रेमानंद महाजन
    जसपुर- आदेश सिंह चौहान
    किच्छा- तिलक राज बेहड़
    सितारगंज- नवतेज पाल सिंह
    नानकमत्ता- गोपाल सिंह राणा
    खटीमा- भुवन कापड़ी

    ऋषिकेश- शूरवीर सिंह सजवाण

  • कांग्रेस का चौथा उम्मीदवार भी सपा में शामिल : यूपी चुनाव

    कांग्रेस का चौथा उम्मीदवार भी सपा में शामिल : यूपी चुनाव

    द न्यूज़ 15
    बरेली। बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया अरोन और उनके पति पूर्व सांसद प्रवीण सिंह अरोन भी सपा में शामिल हुए जिसके बाद कांग्रेस ने अपना चौथा उम्मीदवार भी खो दिया है। सुप्रिया अब सपा के टिकट पर बरेली कैंट से चुनाव लड़ेंगी।

    अभी कुछ ही दिन पहले कांग्रेस ने इस सीट से उनके नाम की घोषणा की थी। हालांकि, उन्होंने अभी तक पार्टी की ओर से अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है।

    इससे पहले, हमीरपुर से कांग्रेस उम्मीदवार गजराज सिंह, खुर्जा से बंसी पहाड़िया और चमरोहा से यूसुफ अली ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद सपा में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी थी।

    पार्टी ने अब तक सपा के चार उम्मीदवारों को खो दिया है।

    इस बीच, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष अजय शुक्ला ने कहा, “कई लोग दल बदलते हैं लेकिन प्रवीण सिंह ने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति में हैं। उन्होंने चौथी बार पार्टी बदली हैं और यह उनके राजनीतिक करियर के लिए आखिरी बार होगा। सच कहूं तो हम सभी को राहत मिली है कि पार्टी अब एक समर्पित उम्मीदवार को टिकट दे सकती है।

    प्रवीण अरोन ने संवाददाताओं से कहा, “हम एक स्थिर सरकार सुनिश्चित करने और अपने लोकतांत्रिक संस्थानों को बचाने के लिए सपा में शामिल हुए। हमारा लक्ष्य राज्य में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली एक स्वतंत्र और पूर्ण बहुमत वाली सरकार प्रदान करना है।”

    प्रवीण 2009 में तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता संतोष गंगवार को हराया था। 1989 के बाद यह एकमात्र मौका था जब गंगवार इस सीट से हारे थे।

  • बुलंदशहर की स्याना विधानसभा सीट को ‘हॉट’ बना रही ‘देहाती गर्ल’

    बुलंदशहर की स्याना विधानसभा सीट को ‘हॉट’ बना रही ‘देहाती गर्ल’

    तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चले किसान आंदोलन से बनाई विशेष पहचान

    सपना चौधरी की रह चुकी हैं सुरक्षा गार्ड

    अपने अड़ियल रवैये के लिए जानी जाती हैं पूनम पंडित

    चरण सिंह राजपूत 
    मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में एक साल तक चले किसान आंदोलन में अपनी बेबाक भाषा के दम पर विशेष पहचान बनाने वाली पूनम पंडित अब राजनीति में किस्मत आजमा रही रही हैं। लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने पूनम पंडित को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की स्याना सीट से टिकट दिया है। पूनम पंडित की ठेठ देहाती भाषा युवा वर्ग में बहुत पसंद की जाती है। सोशल मीडिया पर भी पूनम पंडित के अच्छे खासे समर्थक हैं। पूनम पंडित जीतेंगी या फिर हारेंगी यह तो समय ही बताएगा पर उनके इस सीट से लड़ने के बाद स्याना हॉट सीट के नाम जानी जा रही है। यह सीट उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में चर्चा का विषय बनी हुई है।
    देश का इतिहास गवाह है कि दौर बदलते रहते हैं। यह दौर स्थानीय मुद्दों का है। एक समय था कि किसी भी क्षेत्र की लोकल भाषा महानगरों में जाकर हास्यास्पद बन जाती थी। आज यही लोकल भाषा वरदान साबित हो रही है। अब हर क्षेत्र में लोकल भाषा नाम और दाम दोनों कमा रही है। चाहे पंजाबी गाने हों या फिर हरियाणवी, चाहे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पसंद की जाने वाली रागनी हो या फिर क्षेत्रीय भाषा में बनी फिल्म या फिर वेब सीरीज। लोकल भाषा में बने कार्यक्रम देशभर में धूम मचा रहे हैं।  यही स्थिति राजनीति में भी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भाषा से किसान नेता राकेश टिकैत ने अलग पहचान बनाई है। यह लोकल भाषा में बोलने की पारंगता ही थी कि पूनम पंडित ने अकेले दम पर किसान आंदोलन में एक अलग पहचान बनाई। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रवक्ता के तौर पर किसान आंदोलन में एंट्री मारने वाले पूनम पंडित ने अपने अपनी बेबाक ठेठ देहाती भाषा के दम पर अपने को किसान आंदोलन का एक चर्चित चेहरा बना लिया। यह पूनम पंडित का क्षेत्र और किसान के प्रति जज्बा और लगाव ही था कि भारतीय किसान यूनियन (भानु) के किसान आंदोलन से हटने के बावजूद वह आंदोलन में न केवल टिकी रहीं बल्कि मुजफ्फरनगर पंचायत में उनको मंच पर न चढ़ने देने का भी उनके वजूद पर कोई असर नहीं पड़ा।  वह इस अन्याय के खिलाफ भी लड़ी और यह उनका यह व्यवस्था से लड़ने का तरीका ही रहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें बुलंदशहर की स्याना सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है।
    दरअसल पूनम पंडित इंटरनेशनल शूटर भी रह चुकी हैं। वह शूटिंग में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं।रूरल यूथ गेम्स 2018 में 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। पूनम पंडित को ऐसे ही कांग्रेस ने टिकट नहीं दे दिया है। यह उनके जज्बे और लगन का ही परिणाम है कि आज वह यूथ में एक असरदार चेहरा हैं।
    दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जितने भी नेता अपने दम पर उभरे हैं उनकी अपनी पहचान लोकल भाषा रही है। चाहे चौधरी चरण सिंह रहे हों, महावीर त्यागी रहे हों,  मायावती रही हों, कल्याण सिंह रहे हों, महेंद्र सिंह टिकैत रहे हों या फिर उनके बेटे नरेश टिकैत और राकेश  टिकैत। ये सब लोकल भाषा के नाम से ही जाने जाते रहे हैं।  पूनम पंडित मूल रूप से सिकंदराबाद ब्लाक क्षेत्र की इस्माइलपुर की रहने वाली हैं। इस क्षेत्र की भाषा का उन पर पूरा असर है। पूनम पंडित किसान आंदोलन से चर्चा में आईं हैं।
     एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में पूनम पंडित ने कहा था कि उन्‍हें यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि वह सपना चौधरी की बाउंसर रहीं हैं। घर चलाने के लिए वह नौकरी करती थीं। यह पूनम पंडित का जज्बा ही था कि एक लड़की होते हुए भी वह अपना घर परिवार छोड़कर किसान आंदोलन में डटी रहीं। पूनम पंडित ने न केवल गाजीपुर बार्डर बल्कि सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर भी अलग पहचान बनाई। इतना ही नहीं वह पंजाब बार्डर पर वह किसानों के साथ रहीं। किसान आंदोलन के दौरान इलेक्ट्रानिक मीडिया व यूट्यूब पर पूनम पंडित ने अपनी बेबाक भाषा से खास पहचान बनाई है। पूनम के पिता विनोद पंडित का नौ साल पहले देहांत हो गया था। उनकी बहन पूजा पंडित व संध्या पंडित की शादी हो चुकी है। भाई पिंटू पंडित मेरठ में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करतेे हैं। पूनम पंडित स्थानीय मुद्दे भी उठाती रहती हैं। अब देखना है कि किसान आंदोलन में पहचान बनाने वाली पूनम पंडित राजनीति में क्या गुल खिलाती हैं।

    दरअसल स्याना विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट मानी जाती है। इस सीट पर  2017 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार स्याना विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूनम पंडित को लड़ाने से यह सीट हॉट सीट हो गई है। इन विधानसभा चुनाव में स्याना सीट पर कांग्रेस से पूनम पंडित, भाजपा से देवेंद्र सिंह लोढ़ी, रालोद की और से दिलनवाज खान चुनाव लड़ रहे हैं तो बसपा से सुनील भारद्वाज ने परचा भरा है। 2017 में स्याना में कुल 54.15 प्रतिशत वोट पड़े थे। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से देवेंद्र ने बहुजन समाज पार्टी के दिलनवाज खान को 71630 वोटों के मार्जिन से हराया था।

  • चिढ़कर कह दिया था… यूपी चुनाव में CM कैंडिडेट बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा 

    चिढ़कर कह दिया था… यूपी चुनाव में CM कैंडिडेट बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा 

    द न्यूज 15 
    नई दिल्ली। उत्तर विधान सभा चुनाव में महिलाओं की पैरवी के मामले में एक अलग पहचान बनाने वाली प्रियंका गांधी कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा मानी जा रही हैं। कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है कि उनकी पार्टी यानी कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पूरी शक्ति से चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि विकास, बेरोज़गारी, महंगाई, महिलाओं की सुरक्षा के जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए वो मुद्दे मुख्य तौर पर कांग्रेस उठा रही है। कांग्रेस जनता की आवाज़ उठा रही है,आशा है कि इसका नतीजा अच्छा होगा।”
    एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने कई पहलुओं पर बात की है। उन्होंने कहा, ”सभी राजनीतिक दल असलियत को छुपाकर चुनाव के समय ऐसे मुद्दे उठाना चाह रहे हैं जो जज़्बाती हैं जैसे जाति, सांप्रदायिकता पर आधारित मुद्दे क्योंकि वो विकास की बात नहीं करना चाहते हैं। इससे नुकसान सिर्फ जनता और फायदा राजनीतिक दलों का होता है।”
    यूपी में कांग्रेस पार्टी की तरफ से सीएम कैंडिडेट को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा, ”मेरी पार्टी कहीं-कहीं पर ये तय करती है कि CM का चेहरा कौन बनेगा और कहीं पर तय नहीं करती है। ये पार्टी का तरीका है। मैं ये नहीं कह रही हूं कि CM का चेहरा मैं ही हूं। वो मैंने चिढ़ कर कह दिया क्योंकि बार-बार वो ही सवाल पूछे जा रहे हैं।”
    कांग्रेस नेता ने कहा, ”इस सरकार ने बेरोज़गारों नौजवानों के लिए क्या किया है? चुनाव आता है तो कहते हैं कि 25 लाख नौकरियां देंगे, कभी ये समझाया है कि रोज़गार कहां से आएगा? हमने ये कहा कि हम 20 लाख नौकरियां देंगे, हमने हवा में नहीं कहा। हमने पूरा घोषणापत्र निकाला है।” उन्होंने कहा, ”5 साल से उत्तर प्रदेश में इनकी सरकार है, इनको पिछला महीना ही मिला हवाईअड्डे, हाईवे का उद्घाटन करने और नई इंडस्ट्री लगाने के लिए..क्या इससे पहले इनके पास समय नहीं था? चुनाव के सिर्फ एक महीने पहले आप सब घोषणाएं कर रहे हैं, घोषणाएं करनी हैं तो ठोस तरह से करें।”
    गठबंधन के सवाल पर प्रियंका गांधी वाड्रा vs कहा, ”हम किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार थे लेकिन ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई और हम अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। एक तरह से ये हमारी पार्टी के लिए अच्छा है। हमने काफी समय से UP में बहुत ज़्यादा सीटों से चुनाव नहीं लड़ा है।”  जब एक पार्टी 400 सीटों में से सिर्फ 100 या 200 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो ये बात साफ है कि पार्टी जिन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ती है उन सीटों पर वो कमजोर होती जाती है। हमारी पार्टी के लिए अकेले चुनाव लड़ना और अपनी पार्टी को सशक्त बनाना बहुत जरूरी था।”
    चुनाव के बाद गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ”ये दरवाजा बीजेपी के लिए एक दम बंद है और बाकी पार्टियों के लिए खुला है। समाजवादी पार्टी और भाजपा एक हद तक एक ही बिसात पर खेल रहे हैं क्योंकि दोनों का फायदा उसी तरह की राजनीति से हो रहा है।”
    उन्होंने कहा, ”मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि चुनाव भी आ गया लेकिन फिर भी वो सक्रिय नहीं हुईं, हो सकता है कि उन पर भाजपा सरकार का दबाव हो।
  • यूपी चुनाव : प्रियंका गांधी ने जारी किया अपना घोषणापत्र ‘भर्ती विधान’, 1.5 लाख प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का वादा 

    यूपी चुनाव : प्रियंका गांधी ने जारी किया अपना घोषणापत्र ‘भर्ती विधान’, 1.5 लाख प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का वादा 

    द न्यूज 15 

    नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। इसे जारी करते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमने अपने मेनिफेस्टो को युवाओं से बात करते हुए तैयार किया है। उन्होंने कहा कि देश और उत्तर प्रदेश की मूल समस्या देश के हर युवा को पता है।
    राहुल गांधी ने कहा कि युवा यूपी के भविष्य हैं। उनके लिये कांग्रेस के पास खोखले शब्द नहीं बल्कि एक रणनीति है। युवाओं को हम रोजगार कैसे देंगे, इसकी जानकारी घोषणापत्र में है। हमने यूपी के युवाओं से बात करके उनके विचार इसमें शामिल किए हैं। राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर 24 घंटे में लगभग 880 युवा रोज़गार खोते हैं। भाजपा के पिछले 5 सालों के शासन में लगभग 16 लाख युवाओं ने रोज़गार खोया है।
    उन्होंने कहा कि देश को सच दिख रहा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। यूपी के युवाओं को नए विजन की जरूरत है। हम देश की लड़ाई लड़ रहे हैं और आप प्रदेश की लड़ाई लड़ रहे हैं।
    राहुल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम आपको हर साल 2 करोड़ रोज़गार देंगे। सच्चाई सबको दिख रही है। ऐसा क्यों हो रहा है। क्योंकि देश का पूरा धन 2-3 बड़े उद्योगपतियों के हाथों में दिया जा रहा है।”
    कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत को एक नए विजन की ज़रुरत है। भारत को विजन कांग्रेस पार्टी ही दे सकती है, छोटी-छोटी पार्टियां नहीं दे सकती हैं। भाजपा का विजन देश का विजन नहीं है। अगर उत्तर प्रदेश को एक नया विजन नहीं दिया गया तो भारत को एक नया विजन नहीं दिया जा सकता है।
    उन्होंने कहा कि रोज़गार छोटे और मीडियम व्यवसाय से आते हैं। रोज़गार बड़े-बड़े व्यवसाय से कम आता है। भाजपा की नीति छोटे व्यापारियों को ख़त्म करने की है। नोटबंदी, गलत GST और कोरोना के समय सरकार द्वारा लिए गए गलत निर्णय के कारण 14 करोड़ युवाओं ने रोज़गार खोया है।
    प्रियंका गांधी ने कहा, “उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर प्राथमिक विद्यालयों में डेढ़ लाख शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। वहीं पेपर लीक होने पर कड़ी सजा दी जाएगी। शिक्षा बजट को भी बढ़ाया जाएगा।”
    सरकारी नौकरियों में लड़कियों को 40 फीसदी आरक्षण: प्रियंका गांधी ने कहा, “हमारी सरकार आने पर सरकारी नौकरियों में लड़कियों के लिए 40% आरक्षण का प्रावधान देंगे। इसके अलावा राज्य में रोजगार के बेहतर अवसर पैदा करने के लिए एक जॉब कैलेंडर बनाया जाएगा और उसका सख्ती से पालन किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि हम स्टार्टअप्स के लिए 5000 करोड़ रुपये मुहैया कराएंगे। बता दें कि कांग्रेस ने पुलिस विभाग में 1 लाख रिक्त पद भरने का वादा किया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि जनता को जागरुक होना ही पड़ेगा। जातिवाद, सांप्रदायिकतावाद से आपका पेट नहीं भरने वाला है। इससे सिर्फ़ कुछ राजनीतिक दलों का फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जब आपको मालूम है कि आपको जाति और धर्म के आधार पर वोट मिलेगा। तो फिर आप उसका नल क्यों लगाएंगे, उसकी सड़क, स्कूल क्यों बनाएंगे, उसके लिए कुछ क्यों करेंगे। लेकिन जब सरकार बनाने की बात होती है तब जवाबदेही मांगिए और विकास पर अपना वोट दीजिए।

  • शिक्षा और रोजगार मुद्दे पर प्रियंका गांधी का सीएम योगी पर निशाना 

    शिक्षा और रोजगार मुद्दे पर प्रियंका गांधी का सीएम योगी पर निशाना 

    कांग्रेस प्रभारी ने कहा- पांच वर्षों में यूपी में 16.5 लाख युवाओं ने खो दी नौकरी

    द न्यूज 15 
    नई दिल्ली । कांग्रेस लगातार भाजपा पर हमलावर हो रही है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में रोजगार और शिक्षा के मुद्दों पर योगी आदित्यनाथ सरकार घेरा है।  एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले पांच वर्षों में 16.5 लाख युवाओं ने अपनी नौकरी खो दी और चार करोड़ लोगों ने नौकरी की उम्मीद छोड़ दी। उन्होंने युवाओं से आगामी विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे पर सरकार को कड़ा जवाब देने का आह्वान किया। भाजपा से निष्कासित हरक सिंह रावत को लेकर उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि अगर वह (हरक सिंह) कांग्रेस पार्टी छोड़ने की अपनी गलती स्वीकार करेंगे, तो हम उनका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। वहीं इस पर हरक सिंह ने कहा कि मेरी आज सुबह बातचीत हुई है वे (हरीश रावत) आगे बताएंगे कि क्या होगा।
    उन्होंने कहा कि वे मेरे बड़े भाई हैं, मैं अपने बड़े भाई से 100 बार भी माफी मांग सकता हूं। कांग्रेस पार्टी का अपना निर्णय है। 2016 में परिस्थितियां अलग थीं। वहीं दूसरी तरफ पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को अपनी तरफ से सीएम कैंडिडेट की घोषणा कर दी है। बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए AAP की तरफ से भगवंत मान सीएम पद का चेहरा होंगे। गौरतलब है कि आगामी 20 फरवरी को पंजाब में विधानसभा चुनाव होना है। बता दें कि चुनाव आयोग ने पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया है। पंजाब की सभी 117 सीटों पर अब 20 फरवरी को मतदान होंगे। इसके पहले, पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होना था।
  • जेल में बंद पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की बेटी ऐश्वर्या ने प्रियंका गाँधी के उम्मीदवारों पर उठाया सवाल

    जेल में बंद पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की बेटी ऐश्वर्या ने प्रियंका गाँधी के उम्मीदवारों पर उठाया सवाल

    द न्यूज़ 15
    कानपुर (उत्तर प्रदेश)| दुष्कर्म मामले के दोषी पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर की बेटी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने गुरुवार को उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मां आशा सिंह को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया है। इस विषय पर सेंगर की बेटी ऐश्वर्या सिंह सेंगर ने शनिवार शाम को एक वीडियो अपलोड किया है।

    वीडियो ऐश्वर्या ने कहा कि “मैं एक लड़की हूं, सच को सबके सामने लाने के लिए लड़ भी सकती हूं। प्रियंका गांधी राजनीतिक दृष्टिकोण से उठाया गया यह कदम शायद आपको सही लगे, लेकिन समाज और नैतिकता का धर्म आपको कभी माफ नहीं करेगा।”

    ऐश्वर्या आगे कहती हैं, “जिन्हें आपने टिकट दिया है, उन पर फर्जी टीसी बनाने के आरोप में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनकी जमानत भी खारिज हो चुकी है। उन्नाव में जिस परिवार को आपने टिकट दिया है उसके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं। जब मेरी मां को टिकट दिया गया तो आपकी पार्टी को सभी धर्म और अधर्म याद आ गए, लेकिन इस मामले में आपको सच्चाई नहीं दिख रही है। इन लोगों ने तीन बार अपराध का समय बदला और मेरे पिता की लोकेशन उनके उन्नाव कार्यालय से 17 किलोमीटर दूर थी। मेरे पिता भी नार्को टेस्ट के लिए तैयार थे, लेकिन इन लोगों ने मना कर दिया।”

    उन्होंने आगे कहा, “मैं आज भी कह रही हूं कि अगर मेरे पिता के पास एक भी सबूत है या अगर उन्होंने इन लोगों के साथ गलत किया है, तो मेरे पूरे परिवार को फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए।”

    ऐश्वर्या ने प्रियंका को यह भी याद दिलाया कि आपके भाई पर भी इसी तरह के आरोप लग रहे हैं।

    उन्होंने कहा, “मेरा उन्नाव ऐसी राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगा जो एक परिवार को तबाह कर दे। इसका नतीजा आपको 10 मार्च को देखने को मिलेगा। मेरा उन्नाव मेरे साथ था और हमेशा रहेगा।”

    बांगरमऊ विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दुष्कर्म, हत्या, हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश और आपराधिक धमकी का दोषी ठहराया गया है।

  • चर्चित और विवादित मूसेवाला बने पंजाब के पार्टी उम्मीदवार : कांग्रेस

    चर्चित और विवादित मूसेवाला बने पंजाब के पार्टी उम्मीदवार : कांग्रेस

    द न्यूज़ 15
    चंडीगढ़। कांग्रेस ने 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मानसा सीट से चर्चित और विवादास्पद 28 वर्षीय पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला को उम्मीदवार बनाया है।

    कांग्रेस के मौजूदा विधायक नजर सिंह मनशाहिया द्वारा अनदेखी किए जाने के बाद विद्रोह के संकेत के बावजूद वह पार्टी आलाकमान की पसंद बनकर उभरे और उन्हें टिकट दे दी गई।

    इस दौरान प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मूसेवाला को यूथ आइकॉन बताया। सिद्धू ने कहा, केवल युवा ही नहीं, मूसेवाला को सभी आयु वर्ग के लोग पसंद करते हैं। उनका एक अनूठा स्टाइल है और वह एक यूथ आइकन हैं।

    मूसेवाला को एक बड़ा कलाकार बताते हुए, मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि अपनी कड़ी मेहनत से उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता है।

    पार्टी में शामिल होने के बाद मूसेवाला ने राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की।

    मूसेवाला की उम्मीदवारी की घोषणा से कुछ ही दिन पहले, मनसा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष चुसपिंदरबीर सिंह चहल ने मूसेवाला को डोप टेस्ट कराने की चुनौती दी थी। इस पर मूसेवाला, जिनके 10 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हैं, ने जवाब दिया कि उनके पास इस तरह के दुर्भावनापूर्ण आरोपों के लिए समय नहीं है।

    पार्टी ने शनिवार को 117 उम्मीदवारों में से 86 नामों के साथ पहली सूची जारी की, जिसमें 58 मौजूदा विधायक शामिल हैं। साथ ही अभिनेता और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले सोनू सूद की बहन मालविका सूद मोगा से पार्टी की उम्मीदवार हैं।

    अपने गीत संजू में हिंसा और गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोपों का सामना कर रहे मूसेवाला 3 दिसंबर, 2021 को कांग्रेस में शामिल हुए।

    मूसेवाला, जिनका असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है, लीजेंड, डेविल, जस्ट लिसन, जट्ट दा मुकाबला और हथियार जैसे हिट पंजाबी गानों के लिए जाने जाते हैं।

    उनका नाम 2018 में बिलबोर्ड कैनेडियन एल्बम में भी शामिल हुआ था।

    मूसेवाला ने राजनीति में कदम रखने के बाद कहा था, मैं राजनीति में स्टेट्स या प्रशंसा अर्जित करने के लिए नहीं आ रहा हूं। मैं इसे बदलने के लिए सिस्टम का हिस्सा बनना चाहता हूं। मैं लोगों की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं। मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं, क्योंकि पार्टी में ऐसे नेता हैं, जो आम परिवारों से आए हैं।

    उन्होंने कहा कि वह अभी भी अपने गांव में उसी घर में रह रहे हैं। उनके पिता एक पूर्व सैनिक हैं और उनकी मां एक सरपंच हैं। उन्होंने कहा, मेरे क्षेत्र के निवासियों को मुझसे उम्मीदें हैं।

    मनसा सीट से मौजूदा विधायक मनशाहिया आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर 20,000 से अधिक मतों के साथ चुने गए थे। अप्रैल 2019 में उन्होंने पार्टी से बगावत की और वे कांग्रेस में शामिल हो गए।

    मूसेवाला के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से, वरिष्ठ नेता मनशाहिया कहते रहे हैं कि उनका परिवार कांग्रेस का पारंपरिक समर्थक रहा है और वह इस सीट के बेहतर दावेदार हैं।