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  • उत्तर प्रदेश के दूसरे चरण के चुनाव में सपा-रालोद गठबंधन को बढ़त! 

    उत्तर प्रदेश के दूसरे चरण के चुनाव में सपा-रालोद गठबंधन को बढ़त! 

    सपा-रालोद को 31-35 और भाजपा को 16-20 सीटें दिखा रही है आम लोगों की ग्राऊंड रिपोर्ट

    द न्यूज 15 

    नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के दूसरे चरण में हुए मतदान में जीतने वाली सीटों की आम लोगों की ग्राउंड रिपोर्ट खूब वायरल हो रही है। इस अनुमान के हिसाब से सपा-रालोद को बढ़त दिखाई जा रही है। इस रिपोर्ट के अनुसार सपा-रालोद गठबंधन को 31-35 और भाजपा को 16-20 और अन्य को 3 सीटें दिखाई जा रही है। इस रिपोर्ट के अनुसार -1-Behat : BJP, 2- NaKur : SP,  3- Sahranpur Nagar : SP+, 4- Saharanpur : SP+, 5- DeobAnd : BJP,  6- Rampur Maniharan (SC) : BJP-BSP, 7- Gangoh : BJP,  8- Najibabad : SP+, 9- Nagina (SC): SP+, 10- Barhapur : BJP, 11- DhaMpur : BJP, 12- Nehtaur (SC) : SP+, 13- Bijnor : SP+, 14 -Chandpur : SP-BJP Close Contest, 15- NooRpur : SP+, 16- Kanth : SP+, 17- Thakurdwara :SP+, 18- Moradabad Rural : SP+, 19- MorAdabad Nagar :,  BJP-SP Close Contest, 20- Kundarki : SP+, 21-  Bilari : SP, 22- Chandausi (SC) : BJP, 23- Asmoli : SP, 24- Sambhal : SP, 25- Suar : SP, 26- Chamraua : SP, 27-  Bilaspur : BJP, 28-  Rampur : SP, 29- Milak (SC) :SP-BJP Close Contest, 30-Dhanaura (SC): BJP, 31- NaugawaN Sadat : SP+, 32- Amroha : SP+, 33- Hasanpur BJP-SP Close Contest, 34- Gunnaur- SP+, 35- Bisauli (SC): SP, 36- Sahaswan : SP+, 37- Bilsi : SP+, 38- Badaun: BJP,  39- Shekhupur :SP, 40- Dataganj :SP, 41- Baheri : SP+ .,42- Meerganj : BJP, 43- Bhojipura : SP+, 44- Nawabganj : BJP
    45- Faridpur (SC) : BJP Close contest,  46- Bithari Chainpur : BJP,
    47- Bareilly : SP+, 48- Bareilly Cantt. : SP+
    49- Aonla BJP-SP Close Contest
    50-  Katra : BJP
    51- Jalalabad SP-BJP Close Contest
    52- Tilhar : SP
    53- Powayan (SC) : BJP
    54- Shahjahanpur : SP
    55- Dadraul : SP

  • जनपद बिजनौर में सपा-रालोद गठबंधन का माहौल

    जनपद बिजनौर में सपा-रालोद गठबंधन का माहौल

    द न्यूज 15  
    बिजनौर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बिजनौर जिला बड़ा महत्वपूर्ण माना जाता है। इस बार जिले में सीधी टक्कर भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच है। बिजनौर में जो समीकरण उभरकर सामने आ रहे हैं, उसके अनुसार सपा-रालोद गठबंधन का मजबूत दिखाई दे रहा है।
    दरअसल बिजनौर ज़िले में 8 विधानसभा सीटें हैं।  दो सीट पर लोकदल के प्रत्याशी है और 6 पर सपा के प्रत्याशी है । सपा ने दो मुस्लिम, एक जाटव ( सुरक्षित सीट ) , एक जाट , एक सैनी और एक गुर्जर प्रत्याशी को मैदान में उतारा है । दो मुस्लिम प्रत्याशियों में एक OBC और एक सामान्य वर्ग से है । हमारे ज़िले में सभी सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशी के लिए लगभग 70-80 टिकट माँगने वाले थे । एक एक सीट पर 10-15 लोग ज़ोर आज़माइश में लगे थे । सपा के एक नेता ठाकुर मूलचंद चौहान के अलावा पूरे ज़िले में किसी एक टिकटार्थी ने भी बग़ावत नहीं की और सब पार्टी प्रत्याशी का चुनाव लड़ा रहे हैं ।

    चुनाव का अंदाज़ा आप इस बात से लगाया जा सकता है कि नजीबाबाद सीट पर तसलीम अहमद ( सपा प्रत्याशी ) को दलित, जाट अपने गांवों में बुलाकर सभाएं करवा रहे हैं, वहाँ पर बनिये तसलीम अहमद को अपने यहाँ बुलाकर चंदा दे रहे हैं । धामपुर सीट पर सैनी समाज के लोग नईम उल हसन ( सपा प्रत्याशी ) की मीटिंग अपने गांवों में करवा रहे हैं । नूरपुर में रामअवतार सैनी और चाँदपुर में स्वामी ओमवेश के साथ मुसलमान ऐसे जुड़ रहे हैं जैसे शायद किसी मुस्लिम प्रत्याशी के साथ भी नहीं जुड़ते ।
    बिजनौर और बढ़ापुर में बसपा की रुचि वीरा और मुहम्मद ग़ाज़ी जैसे चेहरे भी मुसलमानों को अपने साथ जोड़ने में सफ़ल नहीं हो पा रहे हैं । बाक़ी नगीना और नहटौर तो रिज़र्व सीट हैं, यहाँ के मुसलमान तो खुद गठबंधन के प्रत्याशी से बोल रहे हैं कि आप दूसरे समाज पर महनत करो, हमें तो केवल इतना बता दो कि हमारे समाज का कौन सा गाँव या मुहल्ला आपसे नाराज़ है, हम उसे मना लेंगे । बिजनौर में जिस तरह का चुनाव चल रहा है, अगर आठों सीट भी गठबंधन जीत जाए तो कोई हैरत की बात नहीं होगी।
  • जाट और मुसलमान हुए एक, हराकर रहेंगे भाजपा को : मुजफ्फरनगर

    जाट और मुसलमान हुए एक, हराकर रहेंगे भाजपा को : मुजफ्फरनगर

    द न्यूज़ 15
    मुजफ्फरनगर। UP विधानसभा चुनाव के चलते CM योगी आदित्यनाथ ने “80 बनाम 20″ का नारा दिया था। उनके इस नारे पर एक 40 वर्षीय किराना व्यापारी मोहम्मद शमीन कहते हैं कि मेरठ में ”60-40” की लड़ाई है। उनका दवा है कि मेरठ के सभी मुसलमान, जो शहर की आबादी का लगभग 40% हैं, समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन को वोट देंगे। भाजपा के पास यहां कोई मौका नहीं है।
    मेरठ में बीजेपी ने अपने युवा नेता कमल दत्त शर्मा को मौका दिया है, जिनका मुकाबला सपा के मौजूदा विधायक रफीक अंसारी से है। मेरठ जिले में सात विधानसभा क्षेत्र हैं। मेरठ, मेरठ छावनी, मेरठ दक्षिण, सिवलखास, सरधना, हस्तिनापुर और किठौर में पहले चरण के मतदान में 10 फरवरी को वोटिंग हुई थी। यूपी चुनाव के पहले चरण में कुल मिलाकर 60.1 फीसदी मतदान हुआ।
    पश्चिमी यूपी में पुरानी वफादारी के खिलाफ नए राजनीतिक गठजोड़ देखने को मिल रहे हैं। अखिलेश के नेतृत्व वाली सपा ने जाटों का समर्थन पाने के लिए जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली रालोद के साथ गठबंधन किया है, जो अब निरस्त किए गए कृषि कानूनों को लेकर भाजपा से नाराज हैं। इस बीच, बीजेपी घर-घर जाकर प्रचार कर रही है। सपा पर अपने शासन के दौरान ‘गुंडाराज’ का आरोप लगा रही है। भगवा पार्टी जाटों तक पहुंच रही है और गठबंधन में दरार पैदा करने का प्रयास कर रही है।
    इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मतदाता बंटे हुए हैं। घंटा घर के पास क्रॉकरी की दुकान चलाने वाले पीएल आहूजा कहते हैं, ”मेरठ में बीजेपी उम्मीदवार शर्मा की जीत होगी। शर्मा की छवि साफ-सुथरी है। साथ ही अब गुंडागर्दी भी नियंत्रण में है और गरीबों को महीने में दो बार मुफ्त राशन मिलता है।” आपको बता दें कि इस चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जो मुस्लिम वोटों को विभाजित कर सकते हैं।
    मोहम्मद अंसारी, जिन्हें लॉकडाउन के दौरान खेल का सामान बेचने वाली अपनी छोटी सी दुकान बंद करनी पड़ी थी और अब दिहाड़ी के रूप में काम करते हैं, कहते हैं कि ‘साइकिल’ इस शहर में सवारी करेगा। कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं अब बेरोजगार हूं। क्या यह काफी नहीं है?”
    मुजफ्फरनगर के चरथवल विधानसभा क्षेत्र के नारा गांव के वीर चंद त्यागी कहते हैं, ”भीतर इलाकों में जाटों का मूड बीजेपी के मुकाबले सपा-रालोद के पक्ष में 60:40 है। शहरी इलाकों में यह 50:50 है।” उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के खिलाफ अभी भी कुछ गुस्सा है लेकिन हमारा वोट भगवा पार्टी को जाएगा। हमारी लड़कियां वर्तमान शासन के तहत स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए स्वतंत्र हैं। वे हिंदुओं के बारे में बात करते हैं। इसके अलावा हमें गन्ने का बकाया समय पर मिल गया है।’
    सीएसडीएस के सह-निदेशक संजय कुमार कहते हैं, ”इस बीच, विपक्षी दल जाटों को लुभाने और क्षेत्र के दो प्रमुख घटकों- जाटों और मुसलमानों को एक साथ लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन नहीं है कि जाट और मुसलमान अपने मतभेदों को दूर कर सकते हैं, लेकिन इस बार उनका एक साझा दुश्मन है। उन्होंने महसूस करना शुरू कर दिया है कि अगर उन्हें बीजेपी को हराना है तो उन्हें एकजुट होना चाहिए।”

  • क्‍या मेरा पति गुंडा है जो लाठियां बरसाईं, सीएम योगी से जयंत चौधरी की पत्नी के सवाल वाला वीडियो वायरल

    क्‍या मेरा पति गुंडा है जो लाठियां बरसाईं, सीएम योगी से जयंत चौधरी की पत्नी के सवाल वाला वीडियो वायरल

    साल 2020 के अक्टूबर महीने में जयंत चौधरी हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे। तभी बीच रास्ते में पुलिस ने जयंत चौधरी समेत रालोद नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था।

    द न्यूज 15 

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच रालोद नेता जयंत चौधरी की पत्नी चारू चौधरी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से सवाल पूछती हुई नजर आ रही हैं और कह रही हैं कि क्या मेरा पति गुंडा है जो आपने उन पर लाठियां बरसाई गई ।
    दरअसल चारू चौधरी का यह वीडियो राष्ट्रीय लोकदल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है। इस वीडियो में वह किसी जनसभा को संबोधित करती हुई नजर आ रही हैं और कह रही हैं कि क्‍या मतलब था मेरे पति पर इतनी लाठियां बरसाने का, गुंडा है वो, मवाली है? क्‍या गलत किया था जयंत चौधरी ने? ठीक है आप प्रशासन हैं, आप सरकार हैं, आपका मन चाहा तो आपने उन पर लाठियां बरसा दीं, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि उन लाठियों का पूरा हिसाब पश्चिम उत्तर प्रदेश आपको देगा।
    बता दें कि साल 2020 के अक्टूबर महीने में जयंत चौधरी हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे। तभी बीच रास्ते में पुलिस ने जयंत चौधरी समेत रालोद नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था। पुलिस ने जिस समय जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज किया उस समय वे कुछ टीवी चैनल्स को बयान दे रहे थे। हालांकि रालोद कार्यकर्ताओं ने किसी तरह घेरा बनाकर जयंत चौधरी को बचाया था। इस घटना के बाद जयंत चौधरी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर आपको लाठी चलाने का हक है तो मेरा अपने लोगों के साथ खड़े होने का हक है! खूब लाठी चलाओ, हमारा निश्चय उतना ही मजबूत होगा!
    आमतौर पर राजनीति से दूर रहने वाली जयंत चौधरी की पत्नी चारू चौधरी भी इस बार के चुनावी अखाड़े में उतर गई हैं। वे भी सपा गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रही हैं। हालांकि वे 2014 के लोकसभा चुनाव में भी जयंत के पक्ष में वोट मांगते हुए नजर आईं थीं। चारु चौधरी मुख्य रूप से पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। जयंत और चारू ने साल 2003 में शादी की थी। दोनों की दो बेटियां भी हैं। चारू की दिलचस्पी शेयर मार्केट में भी है और उन्होंने लंदन से इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की ट्रेनिंग ली है।
  • किसान नेताओं की भाजपा को हराने और सजा देने की अपील

    किसान नेताओं की भाजपा को हराने और सजा देने की अपील

    योगी सरकार वापस आई तो 3 कृषि कानून फिर से किसानों पर थोपे जाएंगे : डा. सुनीलम 
    उत्तर प्रदेश के 57 किसान संगठन भाजपा को गांव गांव जाकर सजा देने की कर रहे हैं अपील 

    द न्यूज 15 
    नई दिल्ली/लखनऊ। समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन के समर्थन में आज राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह, संविधान बचाओ, देश बचाओं अभियान के संयोजक अरूण श्रीवास्तव एवं किसान नेता, पूर्व विधायक (सपा) डॉ सुनीलम गठबंधन के सभी प्रत्याशियों के पक्ष में  इटावा और करहल विधानसभा  के विभिन्न गाँव मे जनसम्पर्क किया ।
    इटावा में सर्वेश शाक्य के समर्थन में  प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा को हराने और सजा देने की अपील की है, जिसका व्यापक असर अब तक 30 विधानसभा क्षेत्रों में दौरा करने पर देखने मे  आया है। डॉ सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ जुड़े संगठनों के कार्यकर्ता गांव-गांव में पर्चे बांटकर एवं नुक्कड़ सभाएं कर किसानों को यह बतला रहे कि यदि योगी सरकार वापस आई तो 3 कृषि कानून फिर से वापस आ जाएंगे, जिन्हें रद्द कराने के लिए किसानों ने 380 दिन तक आंदोलन चलाया था तथा 317 किसानों ने शहादत दी थी।
    उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सभी कृषि उत्पादों की एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी को लेकर आंदोलन की योजना तैयार की जा रही है। डॉ सुनीलम ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसान लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचले जाने की घटना एवं गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त एवं गिरफ्तार नहीं किए जाने के कारण आक्रोशित है तथा वोट के माध्यम से भाजपा को सबक सिखाएंगे। डॉ सुनीलम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 57 किसान संगठन भा ज पा को सजा देने की अपील गांव गांव जाकर कर रहे हैं। डॉ सुनीलम ने कहा कि सपा रालोद गठबंधन के नेता अखिलेश और जयंत चौधरी  ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है तथा किसानों को एम एस पी पर खरीद , निशुल्क सिचाई की व्यवस्था और 15 दिन में
    गन्ना किसानों को भुगतान  करनर ,शहीद परिवारों को 25 लाख  रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है ।
    दूसरी तरफ भा ज पा ने किसानों को कुचला है । इसलिए जरूरी है किसान विरोधियों को हराया जाए ,सजा दी जाए। संविधान बचाओ, देश बचाओ अभियान के संयोजक अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि  बहुजन समाज पार्टी गठबंधन को हराने के लिए वोट काटने की नीति पर काम कर रही है। उनकी नेता का कहना है कि वे गठबंधन की सरकार नहीं बनने देने के लिए किसी को भी समर्थन देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बीएसपी को वोट देने का लाभ भाजपा को मिलेगा और गठबंधन को नुकसान होगा।
    राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह ने कहा कि देश में आजादी आंदोलन की नींव खतरे में है। देश की गंगा -जमुनी तहजीब को भाजपा खत्म करने पर आमादा है जबकि गठबंधन विकास ,रोजगार, सिंचाई, बिजली , सामाजिक सुरक्षा ,महिला सुरक्षा की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह, डॉ राम मनोहर लोहिया, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की विरासत को बचाने और बढ़ाने के लिए गठबंधन की जीत सुनिश्चित की जानी चाहिए। प्रेस वार्ता में नीरज यादव ,सर्वोदय जागरण मंच ,आदिवासी समाजसेवी नमन दीक्षित मौजूद थे।

  • हमारे साथ है 36 बिरादरी, कल तक संभाल लो : जयंत चौधरी 

    हमारे साथ है 36 बिरादरी, कल तक संभाल लो : जयंत चौधरी 

    रालोद अध्यक्ष ने कहा-आत्मविश्वास पर अति विश्वाश हावी होने मत दो, हमें इतिहास रचना है 

    द न्यूज 15 

    नई दिल्ली। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि गठबंधन की लहर है। इस बार ऐसी लहर है कि जैसी कभी बड़े चौधरी साहब के आगे थी। उन्होंने कहा है कि 36 बिरादरी उनके साथ हैं।  हमारे और हमकों सबको साथ लेकर चलना है। किसान तबका परेशान है उसका पेमेंट नहीं हो रहा है।  व्यापारी टैक्स और सुरक्षा से परेशान हैं और भाई चारा हम कायम करने में कामयाब रहे हैं बस अभी 2 दिन और ढील मत छोड़ना और आत्मविश्वास पर अति विश्वास को हावी मत होने दो ।
    पहली बार 2019 में भी हमको किसी को लगा नही था कि हम हार जाएंगे आंकड़े भी 50 हज़ार से ऊपर की जीत दिखा रहे थे लेकिन हमारी कुछ गलतियों की वजह से हम हार गए थे बूथ मैनेजमेंट हमारा कमजोर था मैं सभी बूथ कमेटी के सदस्यों से लेकर
    प्रत्याशी तक से बोलना चाहता हूँ चुनाव में हम बढ़त में है। इसको 2 दिन और बढ़ाये रखना है और आप सभी चौधरी साहब के टाइम से जानते हैं ही बूथ मैनेजमेंट कैसे किया जाता है, जो नाराज है उनको माना लो और जो मान गए हैं। उनको जिम्मेदारी दो 10 तारीख को ही चुनाव है और 10 को ही उसका फैसला है तो इस तारीख को इतिहास बनना है ऐसा मौका बार बार नही मिलेगा मैं आपका हूं और आप लोगो का मेरे ऊपर पूरा हक है अगर कोई मुझसे नाराज है तो चुनाव के बाद वो मुझको डॉट भी सकते है उनका हक है मुझ पर लेकिन ये आपकी लड़ाई है वरना फिर कोई किसान की नही सुनेगा ना कोई आंदोलन हो पायेगा ।  हर गली मोहल्ले में 2/4 आदमी को ज़िम्मेदारी दीजिये ताकि वो सभी की वोट डलवा सकते है और जो किसी कारणवस बाहर गए है उनको बुलवा सकें । एक एक वोट कीमती है 2017 चुनाव में 30 से ज्यादा सीटें पर जीत का अंतर 500 वोटों से भी कम था तो हर वोट जरूरी है अगर अपने हर गाँव से बाहर गए किसी काम से कम से  कम 10 लोगो को भी बुला लिया और उनमें से 7 लोग आपके पक्ष के रहे और आपकी विधानसभा में 100 गांव है तो अपने 700 वोट से बढ़त बना ली है जो आपको जीत दिला सकती है मेरा सभी छोटे भाइयों युवाओं से अनुरोध है ये आपका चुनाव है आपके घर का चुनाव है इसको अपना हक समझ कर ज़िम्मेदारी ले और उसमें सहयोग करे और आखरी बात किसी भी वीडियो” या किसी भी हिन्दू मुस्लिम मुद्दे को हवा ना दे क्योंकि ये चुनाव के अंत चल रहा है ये विशेष पार्टी के लोग किसी भी हद तक जा कर झूठ अफवाह कुछ भी फैला सकते है आपको उससे बचना है मुझसे भी उम्र में बड़े और तजुर्बेदार लोग होते है गांव में अगर मुझसे कुछ रहे गया हो तो उनकी सलाह ले लेना आप युवा मेरे भाइयों और ये मेरा संदेश सबको पहुँचा देना मेरे बुजुर्गों को पढ़ कर भी सुना देना मेरे भाइयों । और एक कल आखिरी दिन है एक बार मेरे इस संदेश को चुनाव कार्यालय में आये सभी लोगो को भी पढ़ कर सुना देना।
    24  घंटे बचे है मान सम्मान की लड़ाई है।
    चौधरी साहब को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी ।
  • गठबंधन के बावजूद मांट से सपा और आरएलडी दोनों के उम्मीदवार चुनावी मैदान में 

    गठबंधन के बावजूद मांट से सपा और आरएलडी दोनों के उम्मीदवार चुनावी मैदान में 

    द न्यूज 15 

    मथुरा।  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल ने गठबंधन किया है। लेकिन सत्ता हासिल करने से पहले ही सपा-आरएलडी गठबंधन में पेच फंसता दिखाई दे रहा है। दरअसल, यह पेच मथुरा की मांट विधानसभा पर फंसा है, जहां दोनों दलों के प्रत्याशियों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया है और इस कारण टेंशन बढ़ गई है।
    आरएलडी और समाजवादी पार्टी अभी तक गठबंधन में उम्मीदवार उतारते रहे हैं लेकिन मांट सीट पर नामांकन दाखिल करने वाले दोनों उम्मीदवार इसे अपनी वर्चस्व की लड़ाई बताने लगे हैं, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रालोद के उम्मीदवार योगेश नौहवार 2017 में भी यहां से चुनाव लड़े थे और 432 वोटों के छोटे अंतर से वह बसपा उम्मीदवार श्याम सुंदर शर्मा से हार गए थे।
    योगेश नौहवार का कहना है कि उन्होंने इस क्षेत्र में काफी मेहनत की है और यहीं से चुनाव लड़ेंगे। ‘न्यूज24’ से बात करते हुए योगेश नौहवार कहते हैं कि इतने मामूली अंतर से हारने के बाद भी सीट को बलिदान करना, ये पार्टी को नुकसान करने वाली चीजें हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन से कोई फायदा नहीं है।

    दूसरी तरफ, समाजवादी पार्टी की तरफ से एमएलसी डॉ. संजय लाठर मांट विधानसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाने जा रहे हैं। इससे पहले वह 2012 में भी मांट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले डॉ. संजय लाठर सपा युवजन सभा और सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।

    संजय लाठर ने कहा, ”पहले उनको (योगेश नौहवार) को टिकट मिला था लेकिन बाद में मुझे टिकट मिल गया। टिकट को लेकर कोई विवाद नहीं था, ये गठबंधन का मामला है। उनका राष्ट्रीय नेतृत्व उनको समझाने में लगा है।”

    फिलहाल, संजय लाठर और योगेश नौहवार एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोकते नजर आ रहे हैं और दोनों में से कोई भी उम्मीदवार नामांकन वापस नहीं लेना चाहते हैं। देखना है कि आने वाले समय में इस सीट को लेकर सपा-आरएलडी गठबंधन अंतिम फैसला क्या करता है।

  • BJP ने किया दावा : 10 फरवरी से ही होगा UP में जीत का सफर

    BJP ने किया दावा : 10 फरवरी से ही होगा UP में जीत का सफर

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    नई दिल्ली। विधान सभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा, कृषि कानूनों के विरोध में हुए किसान आंदोलन का यहां तक कि जाटलैंड कहे जाने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मतदाता भी भाजपा के पक्ष में ही वोट करेंगे। यह दावा करते हुए भाजपा के एक दिग्गज नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत का सफर 10 फरवरी यानि पहले चरण से ही शुरू हो जाएगी जो 7वें और अंतिम चरण तक कायम रहेगी।

    अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के दावे के विपरीत भाजपा के दिग्गज नेता ने यह दावा किया है कि पहले दोनों चरणों में होने वाले चुनाव में किसानों के आंदोलन का कोई असर नहीं होगा और पार्टी इस बार भी इस इलाके में 2017 से कम सीटें नहीं जीतेगी यानि पार्टी ने 2017 में जितनी सीटों पर जीत हासिल की थी इस बार उसके बराबर या उससे ज्यादा सीट ही हासिल करेगी।

    दरअसल, प्रदेश में पहले चरण के तहत 10 फरवरी को 58 सीटों पर और दूसरे चरण के तहत 14 फरवरी को 55 सीटों पर मतदान होना है। इस पश्चिम और ब्रज क्षेत्र को किसानों का गढ़ कहा जाता है। इसी इलाके से किसान आंदोलन के अगुवा रहे राकेश टिकैत आते हैं और विपक्षी यह दावा कर रहे हैं कि सपा-रालोद गठबंधन ने भाजपा को इस इलाके में कमजोर कर दिया है।

    आपको बता दें कि पहले और दूसरे चरण के तहत राज्य की 113 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। इसमें से 105 सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार की घोषण कर चुकी है और बची हुई 8 सीटों पर भी पार्टी जल्द ही अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर सकती है।

    भाजपा के कुशल रणनीतिकार और उत्तर प्रदेश में कई बार कामयाबी हासिल कर चुके अमित शाह 23 जनवरी से एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मैराथन दौरा करने वाले हैं। यह बताया जा रहा है कि शाह पश्चिम और ब्रज सहित पूरे प्रदेश का दौरा कर सभी विधानसभा सीटों तक पहुंचने की कोशिश करेंगे। चुनावी मुहिम के तहत शाह पश्चिम उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय के नेताओं के साथ भी मुलाकात कर सकते हैं ।