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  • पश्चिम बंगाल: ED ने बंगाल के सरकारी आवासों पर छापे मारे

    पश्चिम बंगाल: ED ने बंगाल के सरकारी आवासों पर छापे मारे

    WB में सरकारी आवासों सहित 13 स्थानों पर छापेमारी की

    पश्चिम बंगाल,ED
    पश्चिम बंगाल,ED

    एक चौंकाने वाले खुलासे में, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में पश्चिम बंगाल में सरकारी आवासों सहित 13 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें सरकारी नौकरी भर्तियों से जुड़े बड़े भ्रष्टाचार घोटाले का खुलासा हुआ। जांच ने नगर निगमों के भीतर रिश्वतखोरी और अवैध प्रथाओं के जाल को उजागर किया है, जिससे राज्य का राजनीतिक परिदृश्य और खराब हो गया है। यह लेख कथित नौकरी घोटाले, राजनीतिक प्रभाव और गहन जांच की आवश्यकता के विवरण पर प्रकाश डालता है।

    नौकरी घोटाले का खुलासा

    ईडी की जांच 2014 से 2018 तक पश्चिम बंगाल में सरकारी नौकरी भर्तियों के इर्द-गिर्द घूमती है, खासकर नगर निगमों में। चौंकाने वाली बात यह है कि रोजगार के अवसरों के बदले में इच्छुक उम्मीदवारों से बड़ी रकम वसूली गई थी। ईडी की पूछताछ के बाद गुरुवार को ममता बनर्जी के मंत्री रथिन घोष के आवास समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की गई।

    भ्रष्टाचार का घोटाला नगर निगमों से परे फैला हुआ है और इसमें शिक्षक भर्तियाँ भी शामिल हैं। यह कार्यप्रणाली सुसंगत प्रतीत होती है, जिसमें इच्छुक उम्मीदवारों को सरकारी पद हासिल करने के लिए भारी रकम का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाता है। ईडी के सूत्र बताते हैं कि प्रत्येक पद के लिए निश्चित दरें मौजूद थीं और उम्मीदवारों को इन पूर्व निर्धारित दरों के अनुसार भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया था।

    भ्रष्टाचार का मामला नौकरी चाहने वालों से आर्थिक उगाही तक नहीं रुकता। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इसमें मजदूर, ड्राइवर, सफाई कर्मचारी, टाइपिस्ट और समूह-सी पदों सहित विभिन्न नौकरी श्रेणियां शामिल हैं।

    एक मामले में, मजदूर की नौकरी चाहने वाले एक व्यक्ति से कथित तौर पर 4 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया था। इसी तरह, टाइपिस्ट और ग्रुप-सी पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले उम्मीदवारों से कथित तौर पर प्रत्येक से 7 लाख रुपये लिए गए थे। इसके अलावा, रिश्वत प्राप्त करने से पहले, भर्ती को वैध दिखाने के लिए, उम्मीदवारों को एक नौकरशाही प्रक्रिया से भी गुजारा गया था।

    इस भ्रष्टाचार घोटाले के उजागर होने के महत्वपूर्ण राजनीतिक निहितार्थ हैं, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के अत्यधिक आरोपित राजनीतिक परिदृश्य के संदर्भ में। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने ED पर उनकी छवि खराब करने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगाया है, जबकि BJP और CPM (एम) जैसे विपक्षी दलों ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करने का अवसर जब्त कर लिया है।

    Mamta Banarjee
    Mamta Banarjee

    चुनावी वर्ष में इन खुलासों के समय ने राजनीतिक आक्रोश बढ़ा दिया है। सार्वजनिक चर्चा में आरोप-प्रत्यारोप का बोलबाला है और दोनों पक्ष जोरो-शोरो से अपना पक्ष रख रहे हैं। टीएमसी का कहना है कि ईडी अपने फायदे के लिए उन्हें बदनाम कर रही है, जबकि विपक्ष का कहना है कि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जाना चाहिए।

    पश्चिम बंगाल में कुख्यात शिक्षक भर्ती मामले की जांच के दौरान, ईडी को नगर निगमों के भीतर नौकरी घोटाले से संबंधित दस्तावेज मिले। इसके चलते ईडी ने अप्रैल में हाई कोर्ट के साथ यह जानकारी साझा की। इसके बाद, Justice Abhijit Gangopadhyay की अध्यक्षता वाली  ने मामले पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई  ने शुरू की।

    ईडी ने तर्क दिया है कि राज्य भर के विभिन्न शहरी स्थानीय निकायों में नौकरी की भर्ती में रिश्वतखोरी और अनियमितताओं के समान मामले सामने आए हैं। उन्होंने इन आरोपों की स्वतंत्र जांच का आग्रह किया है. जस्टिस अभिजीत बनर्जी की बेंच ने इस अनुरोध पर सहमति जताई है.

    हालांकि, दो जजों की एक अन्य पीठ ने बिना ठोस सबूत के मामले को आगे बढ़ाने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने जांच करने से पहले तथ्य प्रस्तुत करने के महत्व पर जोर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी ले गई थी, जिसने ईडी और सीबीआई दोनों को अपनी जांच जारी रखने का निर्देश दिया था।

    बताते हुए चले की, जैसे-जैसे कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी और भी मामले सामने आएंगे, इस घोटाले का आगामी चुनावों और राज्य के शासन पर प्रभाव स्पष्ट हो जाएगा। अंत में, इस जांच के नतीजे न केवल इसमें शामिल लोगों के भाग्य का निर्धारण करेंगे बल्कि पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य के भविष्य को भी आकार देंगे।

  • Delhi Excise Policy मामले में AAP को आरोपी बनाने के लिए कानूनी सलाह ले रहा है ED- सूत्र

    Delhi Excise Policy मामले में AAP को आरोपी बनाने के लिए कानूनी सलाह ले रहा है ED- सूत्र

    Delhi: Liquor Policy Scam और Money Laundering मामले में प्रवर्तन निदेशालय Aam Aadmi Party को आरोपी बनाए जाने को लेकर कानूनी सलाह ले रहा है। आपको बता दें कि बुधवार को Liquor Scam Case में पूर्व Deputy CM Manish Sisodia की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान Court ने ED से सवाल किया “अगर PMLA के तहत शराब नीति से एक Political Party को फायदा पहुंचा, तो फिर वह पार्टी इस केस में शामिल क्यों नहीं है? शराब नीति से सीधे राजनीतिक पार्टी को फायदा हुआ,तो वह मामले में आरोपी या पक्षकार क्यों नहीं है?
    बरहाल, इस पूरे मामले में आप की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही। बीते दिन ही ED की टीम ने करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद पार्टी के राज्यसभा सांसद Snajay Singh को गिरफ्तार कर लिया। जैसा कि Manish Sisodia तो पहले से ही इस मामले में जेल में बंद हैं। अब ED पूरी पार्टी को ही मामले में आरोपी बनाने का सोच रही है। इसी बीच Delhi CM Kejrival ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से INDIA गठबंधन बना हैं, PM Modi बौखलाए गए हैं, उनको लग रहा है अगर यह गठबंधन हुआ तो वह हार सकते हैं।

     

    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "ये लोग सारे झूठे केस लगा रहे हैं। इतने केस लगा लिए, इतनी जांच कर ली लेकिन कुछ निकलता तो है नहीं। इस जांच-जांच के खेल में सबका समय खराब होता है।"
    दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “ये लोग सारे झूठे केस लगा रहे हैं। इतने केस लगा लिए, इतनी जांच कर ली लेकिन कुछ निकलता तो है नहीं। इस जांच-जांच के खेल में सबका समय खराब होता है।”

    Kejrival के इस बयान पर BJP ने निशाना साधते हुए कहा जांच की तपिश CM Arvind Kejriwal तक भी पहुंचेगी। वहीं BJP सांसद Manoj Tiwari ने कहा कि पापी चाहे कितना भी चतुर क्यों न हो उसे सजा जरूर मिलती है।

    आपको बता दें कि अबतक आबकारी नीति घोटाला मामले में Manish Sisodia, Vijay Nair,कारोबारी Sameer Mahendru समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं Money Laundering मामले में Satyendra Jain भी जेल में हैं। Liquor Scam Case में तेलंगाना के सीएम KCR की बेटी कविता से लगातार पूछताछ हो रही है। अप्रैल महीने में CM Arvind Kejrival से भी इसी मामले में लंबी पूछताछ हुई थी। Manish Sisodia की गिरफ्तारी Delhi के Excise Department के प्रमुख रहते हुए की गई उस वक्त मनीष सिसोदिया ने मार्च 2021 में नई Excise Policy का ऐलान किया था असिन November में नई Liquor Policy भी लागू की गई थी। नीति में गड़बड़ी होने के आरोपों के बीच CBI ने 19 August को Manish Sisodia के घर पर छापेमारी कर 27 फरवरी को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

    Riya Tomar

  • Delhi Excise Policy Case: दिल्ली आबकारी घोटाले मामले पर BJP ने फिर आप को घेरे में लिया

    Delhi Excise Policy Case: दिल्ली आबकारी घोटाले मामले पर BJP ने फिर आप को घेरे में लिया

    Delhi Excise Policy Case: दिल्ली आबकारी घोटाले मामले पर BJP ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी पर फिर निशाना साधा है, दिल्ली प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रेस वार्ता कर दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी पर कार्यवाही की बात कही और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए, साथ कुछ सबूत भी मीडिया के सामने पेश किए .

    दिल्ली भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि ई.डी. के द्वारा न्यायालय मे प्रस्तुत तथ्यों से दो बातें साफ हो रही है की आम आदमी पार्टी एवं उसकी सरकार और तेलंगाना के कुछ राजनेताओं एवं दक्षिण के कुछ बड़े शराब व्यापारियों के बीच एक कारटल बना।

    इन तथ्यों के न्यायालय मे रखे जाने के बाद मैं दिल्ली की जनता की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से 3 सवाल पूछना चाहता हूँ :

    1. यह कैसे मुमकिन है की बिना मुख्यमंत्री के राजनीतिक संरक्षण के विजय नायर एक्साइज विभाग के फैसले अदल बदल करवाता रहा?
    2. यह कैसे मुमकिन है की 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन विजय नायर बिना राजनीतिक संरक्षण के कर जाये?
    3. मुख्यमंत्री कहते रहे हैं की विजय नायर तो आम आदमी पार्टी के चुनाव प्लानिंग विभाग का काम देखते हैं पर अब जब यह साफ हो गया है की विजय नायर खुद को एक्साइज विभाग अधिकारी बता कर सौदे करते थे-तो दिल्ली की जनता मुख्यमंत्री की सीधी प्रतिक्रिया जानना चाहती है?

    श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि मै आशा करता हूँ की मुख्यमंत्री अब सामने आ कर इस मामले में विजय नायर के खुद अपने से और आम आदमी पार्टी से रिश्तों को स्पष्ट करेंगे। हम उम्मीद करते हैं मुख्यमंत्री अपनी बात रिकार्डिड मैसेज से नहीं जीवित प्रेस कांफ्रेंस में रखेंगे।

  • Money Laundering Case: सुकेश चंद्रशेखर के साथ रहना पड़ा जैकलीन पे भारी, पुलिस ने लंबी पूछताछ की करली तैयारी

    Money Laundering Case: सुकेश चंद्रशेखर के साथ रहना पड़ा जैकलीन पे भारी, पुलिस ने लंबी पूछताछ की करली तैयारी

    Money Laundering Case: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आज जैकलीन को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के आगे पेश होना होगा। बता दें की पुलिस ने जैकलीन के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार कर ली है।बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। जैकलीन को आज दिल्ली पुलिस के आगे हाजिर होना होगा। उनसे सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े कई सवाल भी पूछे जाएंगे।

    Money Laundering Case में क्या होंगे सवाल?

    कहा जा रहा है की दिल्ली पुलिस ने जैकलीन के लिए अपने सवाल तैयार कर लिए हैं , इतना ही नहीं सवाल कोई एक या दो नहीं होंगे बल्कि सवालों की बकायदा लिस्ट बना ली गई है

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    Sukesh Chandrashekhar, Jacqueline Fernandez

    पुलिस जैकलीन को पहले भी दो बार सम्मन का नोटिस भेज चुकी थी लेकिन जैकलीन पुलिस के आगे पेश नही हुई। पर इस बार दिल्ली पुलिस ने जैकलीन को कड़े और सख्त निर्देश देते हुए 14 सितंबर को 11 बजे पेश होने के ऑर्डर दिए हैं। जैकलीन से 200 करोड़ से ज्यादा की ठगी के मास्टरमाइंड सुकेश चंद्रशेखर के मामले में सख्त पूछताछ की जाएगी।

    बता दें की पुलिस जैकलीन से कुछ पर्सनल सवाल भी कर सकती है जैसे की सुकेश से उनका क्या रिश्ता है, इसके अलावा उनसे सुकेश द्वारा दिए गए महंगे तोहफा के बारे में भी पूछा जा सकता है, जैकलीन कितनी बार सुकेश से मिली या कितनी बार उनसे फोन कॉल पे बात करी जैसे प्रश्न भी पूछे जाने की आशंका बताई जा रही है।

    कौन कौन से अफसर होंगे मौजूद

    आर्थिक अपराध शाखा की ज्वाइंट कमिश्नर छाया शर्मा, स्पेशल कमिश्नर रवींद्र यादव होंगे। इन दोनो के अलावा लगभग 5 या 6 अफसर और मौजूद होंगे।

     किन किन से होगी पूछताछ

    कहा जा रहा है की जैकलीन के अलावा EOW ने पिंकी ईरानी को भी सम्मन भेजा है। पिंकी ईरानी का इस मामले में बहुत बड़ा हाथ है क्योंकि पिंकी ईरानी ने ही सुकेश की जैकलीन से बात करने में मदद की थी। सूत्रों के मुताबिक पिंकी और जैकलीन को आमने सामने बैठाकर भी पूछताछ होगी।

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    Sukesh Chandrashekhar, Jacqueline Fernandez

    दिल्ली पुलिस जैकलीन से तस्सली से पूछताछ करने का मन बना चुका है। जरूरी नहीं है की पूछताछ का सिलसिला सिर्फ एक दिन रहेगा हो सकता है 14 सितंबर के बाद भी ये जारी रहे। जैकलीन अकेली नहीं हैं को सुकेश की वजह से फसी हैं, जैकलीन से पहले बॉलीवुड की मशहूर बेली डांसर नोरा फतेही से भी 6 घंटे की पूछताछ कर चुका है।

    ऐसा कहा जा रहा है की सुकेश ने जैकलीन को काफी महंगे तोहफे दिए थे और सिर्फ जैकलीन ही नही बल्कि उनके परिवार वालों को भी काफी महंगे तोहफे दिए। परिवार को दिए गए तोहफों में कार, महंगे समान के अलावा 1.32 करोड़ और 15 लाख की फंड्स भी हैं।

    लोगों को जैकलीन और सुकेश के रिश्ते को लेके अक्सर कन्फ्यूजन रहती है तो बता दे की दोनो रोमाटिक रिलेशनशिप में थे, यही ही नहीं कुछ समय पहले दोनो की इंटीमेट फोटोज भी वायरल हुई जिसने सोशल मीडिया पे तहलका मचा दिया, जिसके बाद लोगो ने दोनो को खूब ट्रोल किया।

  • Xiaomi : जानिए क्यों ED ने शाओमी धरा को ? 5,551.27 करोड़ रुपय का मामला

    Xiaomi : जानिए क्यों ED ने शाओमी धरा को ? 5,551.27 करोड़ रुपय का मामला

    Xiaomi : Make in India के तहत आई शाओमी अब आत्मनिर्भर भारत की चपेट में । शाओमी (Xiaomi) समूह की कंपनी को पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है, ED ने शाओमी (Xiaomi) समूह के ऊपर गलत तरीके से अपनी पैरेंट कंपनी को पैसे ट्रांसफर करने के मामले में धर लिया हैं। इसके पहले इसी साल जनवरी में भी शाओमी पर भारत के वित्त मंत्रालय ने 653 करोड़ का जुर्माना लगाया था।

    2014 के साल में भारत में प्रवेश करने वाली कंपनी शाओमी आज भारत का सभी कंपनियों को पीछा छोड़कर सबसे ज्यादा मार्केट शेयर रखने वाली कंपनी बन गई है।  Make in India के चलते सरकार के समर्थन से कंपनी को भारत में अपने व्यापार बढ़ाने में काफी मदद मिली। लेकिन समय- समय पर भारत और चीन के बीच होने वाले सीमा विवाद और UN के सीट के मसले, कभी जैश ए मोहम्मद को बैन करने की मांग चलते हमेशा भारत का चीन से विवाद बना रहता है जिसका प्रभाव इन मोबाइल निर्माता कंपनियों पर भी पड़ता हैं।

    Xiaomi 2014 के बाद आया भारत के बाजार में आया उछाल
    Xiaomi 2014 के बाद आया भारत के बाजार में आया उछाल

    Make in India के तहत आई शाओमी अब आत्मनिर्भर भारत की चपेट में। इसके अलावा चीन की दमनकारी नीतियों के चलते चीन भारत और उसके पड़ोसी देशों को अति सस्ते और लो- क्वालिटी सामान उपलब्ध करा कर आर्थिक रूप से गुलाम बनाने की कोशिश करने का प्रयास करता हैं।

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    इसी क्रम में भारत के Twitter में #Bycottchina आए दिन ट्रेंड में दिखाई पड़ता हैं जिसका प्रभाव लोगों के मोबाइल फोन खरीदने के चुनाव पर भी पड़ता हैं। भारत सरकार भी समय- समय पर चीनी कंपनियों पर नजर रख रही हैं। अब आत्मनिर्भर भारत नीति के चलते विदेशी कंपनियों पर हमारी निर्भरता कम होती जा रही है

    जानिए कितना कारगर है आपके फोन का डार्कमोड

    दिसम्बर में ED ने Oppo और शाओमी Xiaomi के दफ्तर में छापेमारी की थी इसके बाद अब ये मामला सामने आया हैं।

    ED का पक्ष  –

    ED यानी आर्थिक प्रवर्तन महानिदेशालय ने बताया कि शाओमी ने अपने पैरेंट कंपनी MI जो कि चाइना में स्थित है उसे शाओमी ने रॉयल्टी के नाम पर 5,551.27 करोड़ रुपये की राशि भेजी है। क्योकि शाओमी अपने स्मार्टफोन भारत में ही मैनुफेक्चर करता है और बेचता है फिर रॉयल्टी के नाम पर पैसे शाओमी को भेजना भारत के कानून FEMA के अंतर्गत अपराध है। FEMA यानी FEMA Foreign Exchange Management Act या हिन्दी में जिसे हम विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम कहते है। यह कानून विदेशी मामले में लेनदेन के मामलों को देखता हैं।

    Xiaomi पर जानकारी देते हुए भारत का प्रवर्तन महानिदेशालय ED
    Xiaomi पर जानकारी देते हुए भारत का प्रवर्तन महानिदेशालय ED

    शाओमी (Xiaomi) के रॉयल्टी में दिए पैसे पर भारत सरकार टैक्स वसूल नही सकती है जिससे भारत को कर का नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही बताया जा रहा कि शाओमी ने यहां बैक को भी गलत सूचना प्रदान कर पैसो का लेनदेन किया है इस मामले में दो अन्य कंपनियां भी शामिल है। ED ने जानकारी देते हुए शाओमी के 5,551.27 करोड़ रुपये जब्त कर लिए है यानी की शाओमी अभी इसका प्रयोग नही कर सकता है, भारत सरकार की तरफ से इस कदम को काफी बड़ा बताया जा रहा हैं।

    Xiaomi का पक्ष –

    वही शाओमी ने अपना पक्ष रखते हुए कहां यह बात सच है कि हमने MI को पैसे भेजे है क्योकि हमारे कुछ intellectual property rights (बौद्धिक सम्पदा) MI से जुड़े हुए तथा अन्य US कंपनी से भी इसी इस कारण हम जिन फोनो को भारत में बेचते है उनकी कमाई का कुछ हिस्सा हमें रॉयल्टी के रूप उन कंपनियों को चुकाना पड़ता हैं।

    Xiaomi : Twitter पर अपना पक्ष रखते हुए
    Xiaomi : Twitter पर अपना पक्ष रखते हुए

    इसके अलावा Xiaomi ने बताया कि हम भारत सरकार तथा संस्थाओं के साथ लगातार जुड़े है तथा उनके साथ हुई गलतफहमियों को दूर करने की कोशिश करेंगे। अब देखना होगा कि प्रवर्तन निदेशालय इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और भारत में विदेशी कंपनियों का भविष्य क्या होगा।

     

     

     

     

     

     

  • अनिल देशमुख और उनके बेटों पर चार्जशीट दाखिल, ईडी

    अनिल देशमुख और उनके बेटों पर चार्जशीट दाखिल, ईडी

    मुंबई (द न्यूज़ 15)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया और उनके खिलाफ दर्ज कथित रिश्वत मामले में उनके दो बेटों ऋषिकेश और सलिल का नाम भी शामिल किया गया है। कई हजार पन्नों की पूरक चार्जशीट विशेष पीएमएलए कोर्ट के समक्ष दायर की गई थी और अन्य बातों के अलावा, देशमुख पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है।

    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता, देशमुख को मुंबई में ईडी कार्यालयों के सामने पेश होने के एक दिन बाद 2 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था, और तब से वह हिरासत में हैं।

    ईडी ने दावा किया है कि बर्खास्त पुलिसकर्मी सचिन वाजे द्वारा कथित रूप से एकत्र किए गए रिश्वत के पैसे के शोधन के मुख्य लाभार्थी देशमुख थे, जो इसी मामले में एक आरोपी भी हैं।

    अगस्त में दायर पहले चार्जशीट में, ईडी ने देशमुख के निजी सचिव संजीव पलांडे और नागपुर में देशमुख परिवार द्वारा संचालित एक निजी सहायक कुंदन शिंदे और अन्य सहित 14 आरोपियों को नामजद किया था।

    ईडी ने तर्क दिया है कि देशमुख परिवार दो दर्जन से अधिक कंपनियों की गतिविधियों को नियंत्रित या प्रबंधित कर रहा है, जिनका इस्तेमाल सीएसआर गतिविधियों के लिए दान के रूप में दिखाकर रिश्वत के पैसे को लूटने के लिए किया गया था।

    आरोपों से इनकार करते हुए, देशमुख ने ईडी का जवाब देते हुए दावा किया कि पैसा विभिन्न कंपनियों से प्राप्त ऋण और सीएसआर फंड था।

    पूरक आरोपपत्र में देशमुख, मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, पूर्व मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, कुछ आईपीएस अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और मामले के अन्य गवाहों के बयान के अलावा जांच के दौरान सामने आए विभिन्न दस्तावेज और अन्य सबूत शामिल हैं।

    केंद्रीय एजेंसियों ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में, देशमुख ने कथित तौर पर वाजे को होटल व्यवसायियों से प्रति माह 100 करोड़ रुपये एकत्र करने का निर्देश दिए थे और मुंबई में विभिन्न बार मालिकों से 4.70 करोड़ रुपये एकत्र किए थे, जिसे बाद में उनके ट्रस्टों के माध्यम से इसकी लॉन्ड्रिंग की गई थी।

  • ईडी ने जैकलीन फर्नांडीज को गुरुवार को एक बार फिर तलब किया

    ईडी ने जैकलीन फर्नांडीज को गुरुवार को एक बार फिर तलब किया

    नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय ने बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज को करोड़पति ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज धन शोधन रोकथाम मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को फिर से तलब किया है।

    मामले में गवाह के तौर पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए जैकलीन बुधवार को ईडी की टीम के सामने पेश हुईं। यह पूछताछ का दूसरा दौर था, जिसका उसने सामना किया।

    वह सुबह करीब 11 बजे मध्य दिल्ली में एमटीएनएल की इमारत में आईं, जहां ईडी का कार्यालय है। पांच अन्य के साथ एक महिला अधिकारी उस कमरे में मौजूद थीं, जहां उनका बयान दर्ज किया गया।

    जैकलीन के अलावा बॉलीवुड की एक और एक्ट्रेस नोरा फतेही ने भी हाल ही में गवाह के तौर पर अपना बयान दर्ज कराया है।

    अधिकारियों ने जैकलीन को रविवार को मुंबई एयरपोर्ट पर रोका, कुछ देर पूछताछ की और फिर जाने दिया।

    ईडी ने सोमवार को उन्हें चल रही जांच में शामिल होने के लिए समन भेजा था, जिसके बाद वह एजेंसी के सामने पेश हुईं।

    हाल ही में, ईडी के अनुरोध पर संबंधित प्राधिकरण द्वारा अभिनेत्री के खिलाफ एक एलओसी (लुक आउट सकरुलर) जारी किया गया था, जिसमें आशंका थी कि वह विदेश भाग सकती हैं।

    ईडी ने शनिवार को पीएमएलए के तहत आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें जैकलीन सहित बॉलीवुड की कुछ अभिनेत्रियों को गवाह बनाया गया था। अदालत ने आरोप पत्र दाखिल होने के तुरंत बाद उसका संज्ञान लिया था और एजेंसी से सभी आरोपियों को एक प्रति उपलब्ध कराने को कहा था।

    चार्जशीट मामले में अगली तारीख 13 दिसंबर को निर्धारित की गई है।