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  • मनीष तिवारी बोले पंजाब को गंभीर लोगों की जरुरत : CM चन्नी और सिद्धू पर निशाना

    मनीष तिवारी बोले पंजाब को गंभीर लोगों की जरुरत : CM चन्नी और सिद्धू पर निशाना

    द न्यूज़ 15
    नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद तिवारी ने बुधवार को कहा, ‘पंजाब को गंभीर लोगों की जरूरत है’। उन्होंने चन्नी और सिद्धू दोनों पर कटाक्ष किया और कहा कि दोनों लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर उन खबरों को लेकर हमला बोला है जिनमें कहा गया है कि दोनों मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नाम लेने पर जोर दे रहे हैं।

    तिवारी ने ट्वीट किया, “पंजाब को एक ऐसे मुख्यमंत्री की जरूरत है, जिसके पास पंजाब की चुनौतियों का समाधान हो, कड़े फैसले लेने की क्षमता हो। पंजाब को ऐसे गंभीर लोगों की जरूरत है, जिनकी राजनीति सोशल इंजीनियरिंग,मनोरंजन, फ्रीबीज जैसी नहीं हो।”

    कांग्रेस ने अब तक किसी को भी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में नामित नहीं किया है क्योंकि पार्टी का मानना है कि इससे अंदरूनी कलह और आंतरिक दरार पैदा होती है।

    लेकिन राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि राज्य के अगले मुख्यमंत्री को जनता ही चुनेगी न कि आलाकमान।

    मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके कैबिनेट सहयोगियों की अनुपस्थिति में, पंजाब पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने पंजाब मॉडल में योजनाओं के पहले सेट का अनावरण करते हुए, सिद्धू ने यहां मीडिया से कहा, “पंजाब मॉडल लोगों का मॉडल है, यह लोगों को सत्ता लौटाने का रोडमैप देने की एक कोशिश है।

  • पंजाब में AAP पार्टी  के उम्मीदवार CM को लेकर हुई सहमति, जल्द ही होगी घोषणा

    पंजाब में AAP पार्टी के उम्मीदवार CM को लेकर हुई सहमति, जल्द ही होगी घोषणा

    द न्यूज़ 15
    नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस और बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री चेहरे के बिना ही चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद अब आम आदमी पार्टी (आप) मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करेगी। पार्टी में सीएम के चेहरे की तलाश पूरी हो गई है।

    दरअसल पंजाब विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद आप ने चेहरा घोषित करने का फैसला कर लिया है। पंजाब में आप कुछ ही दिनों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने आप सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।

    पंजाब में अगले महीने 14 फरवरी को होने वाले चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ ही आप, शिरोमणी अकाली दल व बसपा, पंजाब लोक कांग्रेस व भाजपा गठबंधन के अलावा किसान नेताओं की पार्टी भी मैदान में है। हालांकि, आम आदमी पार्टी की मानें तो 14 फरवरी आप के लिए अब तक कई बार भाग्यशाली तारीख साबित हुई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 14 फरवरी को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके है। ऐसे में 14 फरवरी को होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी जीत का दावा कर रही है।

    सूत्रों के अनुसार, भगवंत मान को आप की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए जाने को लेकर पार्टी की सर्वोच्च समिति (पीएसी) में सहमति बन गई है। इसकी अधिकृत घोषणा पहले ही होने थी लेकिन केजरीवाल को कोरोना होने के चलते इससे कुछ समय के लिए टाल दिया गया था। अगले कुछ दिनों में पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर देगी।

    एक ओर जहां भगवंत मान को पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने की तैयारी करनी है वही उनको लेकर पार्टी के कुछ नेताओं में नाराजगी भी देखने को मिली है।

    आप लोकसभा सांसद भगवंत मान का मुख्यमंत्री पद की दावेदारी और पार्टी में उन्हें लेकर पैदा हो रही नाराजगी पर कहना है कि अगर पार्टी उन्हें ये मौका देती है तो वो इसे स्वीकार करेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी का जो फैसला होगा, वो उसे स्वीकार करेंगे।

    इससे पहले पंजाब में अकाली दल ने सुखवीर सिंह बादल को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है । वहीं कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी या पीसीसी चीफ नवजोत सिद्धू किसी एक के चेहरे पर चुनाव में जाने पर सहमति नहीं बनी है। इसलिए पार्टी ने सुनील जाखड़ समेत तीन चेहरों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आप की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित होने से भगवंत मान के मालवा में मजबूती मिलेगी क्योंकि पिछली बार भी मालवा से 90 फीसदी सीट मिली थी। पंजाब की कहावत के अनुसार जिसने मालवा जीत लिया उसने पंजाब जीत लिया। भगवंत मान पंजाब के संगरूर लोकसभा क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद निर्वाचित हुए हैं।

  • विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान

    विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान

    द न्यूज़ 15

    नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , पंजाब , मणिपुर और गोवा के विधान सभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश में कुल 7 चरणों में – 10 फरवरी , 14 फरवरी, 20 फरवरी , 23 फरवरी , 27 फरवरी , 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। मणिपुर में 2 चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। जबकि अन्य 3 राज्यों- पंजाब , गोवा और उत्तराखंड में एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा। 10 मार्च को इन पांचों राज्यों में मतगणना होगी।

    राजनीतिक दलों की बात करें तो इस विधान सभा चुनाव में सबसे ज्यादा भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है । इन पांच में से चार राज्यों – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा की सरकार है । इन चारों राज्यों में अपनी सरकारों को बचा कर फिर से जनादेश हासिल करना भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। पांचवे चुनावी राज्य , पंजाब में पार्टी के लिए अपना विस्तार करना और अपने जनाधार को बढ़ाना एक बड़ी चुनौती है।

    इस बार अकाली दल ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है और 2017 में कांग्रेस को जीत दिलाने वाले अमरिंदर सिंह नई पार्टी बनाकर भाजपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे हैं। अकाली दल के साथ अब तक छोटे भाई की भूमिका में चुनाव लड़ने वाली भाजपा पहली बार राज्य में बड़े भाई की भूमिका में अमरिंदर सिंह और अकाली दल के पूर्व नेता सुखदेव सिंह ढ़ींढसा के साथ मिलकर विधान सभा चुनाव लड़ने जा रही है । 2017 में राज्य की केवल 23 सीटों पर चुनाव लड़कर 5.39 प्रतिशत मतों के साथ केवल 3 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजपा इस बार 75 सीटों के आसपास लड़ने की तैयारी कर रही है। भाजपा का लक्ष्य राज्य में पार्टी की जड़ों को मजबूत कर पार्टी का विस्तार करना है। भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस सीमावर्ती राज्य में पार्टी की और खासतौर से प्रधानमंत्री की लोकप्रियता को साबित करने की है। पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री और अन्य कांग्रेसी नेताओं द्वारा लगातार दिए जा रहे बयानों को देखते हुए राज्य में जीत हासिल करना अब पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया है।

     

  • भाजपा ने चन्नी सरकार से कहा, बेअदबी के प्रयास के मामला को सीबीआई को सौंपे

    भाजपा ने चन्नी सरकार से कहा, बेअदबी के प्रयास के मामला को सीबीआई को सौंपे

    नई दिल्ली| भाजपा ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के गर्भगृह में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की कथित बेअदबी की सीबीआई जांच की मांग की है, ताकि इस तरह की घटनाओं का इस्तेमाल पंजाब में शांति भंग करने के लिए न हो। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से अपील की है कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी को इस मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए राजी करें।

    घटना की निंदा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने कहा, “मैं दरबार साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने के प्रयास की कड़ी निंदा करता हूं। मैं चरणजीत सिंह चन्नी सरकार से भी मांग करता हूं कि वह मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपे ताकि सच्चाई सामने आ सके।”

    सिंह ने कहा कि सीबीआई जांच में सच्चाई का पता चलेगा कि वह व्यक्ति कौन था, उसकी मंशा क्या थी और उसके पीछे के लोग क्या थे।

    उन्होंने लोगों से चन्नी सरकार पर मामले को सीबीआई को सौंपने का दबाव बनाने की अपील की।

    सिंह ने कहा, “मैं गृह मंत्री अमित शाह से अपील करता हूं कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को निष्पक्ष जांच के लिए दरबार साहिब में ‘बेअदबी’ के मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपने के लिए राजी करें ताकि इस उदाहरण का इस्तेमाल पंजाब में शांति भंग करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।”

    शनिवार शाम अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को अपवित्र करने की कोशिश करने के बाद एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के रहने वाले युवक ने प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश किया और गुरु ग्रंथ साहिब के सामने रखी तलवार को उठाने की कोशिश की। उसे सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) कार्यालय को सौंप दिया गया, जहां उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।