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  • 5G Mobile Services : क्या आप भी चाहते है 5G का लुफ्त उठाना तो पढ़े पूरी खबर

    5G Mobile Services : क्या आप भी चाहते है 5G का लुफ्त उठाना तो पढ़े पूरी खबर

    5G Mobile Services- भारत में 5G मोबाइल सेवाओं की शुरुआत हो चुकी है। एयरटेल (Airtel) ने देश के 8 शहरों में 5जी लॉन्च कर दिया है।अगर आप भी चाहते है कि आपके फोन में भी 5G चले,लेकिन आप इस दुविधा में है कि क्या इसके लिए आपको सिम कार्ड तो नहीं बदलना होगा। तो ये खबर आपके लिए है…

    क्या सिम को बदलने की जरूरत है

    5G आने के बाद लोगो के मन में ये प्रश्न सबसे पहले आता है कि क्या उन्हें इसके लिए अपने सिम को बदलने की जरूरत है तो जरा ठहरिये ङम आपको बता दे कि क्या आपने 3G औऱ 4G चालू करते वक्त सिम चेंज किया था यदि नहीं तो इसमें भी आपको सिम बदलने की कोई जरूरत नहीं है। आप अपने इसी फोन में 5G सेवा का मज़ा ले सकते है बस शर्त ये है कि आपके फोन में 3जी और 4जी चलना चाहिए।

    कैसे पता चले 5G चल रहा है या नहीं

    दूसरा पश्र जो आपके मन में आ रहा होगा वो ये है कैसे पता चले 5G चल भी रहा है या हम स्कैम का शिकार हो रहे है। तो आपको बता दे अभी तक ऐसा अनाउंसमेंट तो नहीं हुआ लेकिन अगर आप उस शहर में रहते है जहां ये सेवा शुरी कर दी गई है तो आपको एक मैसेज आयोगा जरूर इसके बाद आपके फोन की स्पीड आपको सितारों के सैर करा देगी।

    10-15 गुना तक तेज होगी स्पीड

    5G इंटरनेट की स्पीड (5g Internet Speed)  4G की स्पीड से 10-15 गुना तक तेज होगी। आपका मोबाइल 5जी है या नहीं, यह आप आसानी से चेक कर पाएंगे। जेस फिल्म को डाउनलोड करने में आपको 1 से 2 घंटे इंतजार करना पड़ता है वो अब सिर्फ कुछ ही मिनटो में डाउनलोड हो जायेगा।

    इन शहरों में मिलेगा 5g का लाभ

    2022 में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, चेन्नई, लखनऊ, पुणे, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में सबसे पहले 5G सर्विस मिलेंगी। टोटल 13 शहरों कीबात की जा रही है जहां 5g सेवा शुरू की जाएगी।

    अपने स्मार्टफोन में 5G नेटवर्क कैसे एक्टिवेट करें

    1. अपने स्मार्टफोन पर “सेटिंग” ऐप पर जाएं।
    2. मोबाइल नेटवर्क” चुनें।
    3. उस सिम का चयन करें जिसके लिए आप 5G नेटवर्क चेक करना चाहते हैं।
    4. प्रीफर्ड नेटवर्क टाइप” ऑप्शन पर टैप करें
    5. अब 5G नेटवर्क टाइप टैप करें और चुनें।
  • Delhi Weather: दिल्ली में ठंड ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, दिल्ली में आज दिखा सबसे ज्यादा कोहरा

    Delhi Weather: दिल्ली में ठंड ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, दिल्ली में आज दिखा सबसे ज्यादा कोहरा

    दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में इस वक्त घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड का सितम लगातार जारी है। लोग अलाव जलाकर ठंड से बच रहें है। दिल्ली में आज यानी 9 जनवरी को सबसे ज्यादा कोहरा दिखा। जिसके कारण सुबह-सुबह ऑफिस जाने वालों को काफी परेशानी हुई। इसके अलावा यातायात सुविधाओं को भी रद्द करना पड़ा।बता दें  फदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

    आईएमडी ने ठंड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 10 जनवरी तक दिल्ली,पंजाब,चंढ़ीगढ,हरियाणा,त्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश में भी कोहरा आने वाले दो से तीन दिन जमकर कहर ढाने वाला है, जिसके चलते मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

    इसके अलावा शिक्षा निदेशालय के तहत सभी प्राइवेट स्कूल 15 जनवरी तक बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार ने प्राइवेट स्कूलों के एडवाइजरी जारी की है। पहले ये स्कूल 9 जनवरी तक के लिए बंद किये गए थे,लेकिन ठिठुरन भरी ठंड की वजह से छुट्टियां बढ़ा दी गई है। वहीं दिल्ली के सरकारी स्कूल 1 जनवरी से 15 जनवरी तक पहले ही बंद है।

  • Delhi Police ने फेरा खालिस्तानियों के मंसूबों पर पानी

    Delhi Police ने फेरा खालिस्तानियों के मंसूबों पर पानी

    Delhi Police की Special Team ने PAK में बैठे खालिस्तानी आतंकी का एक बड़ा प्लैन फेल कर दिया है। दरअसल, खालिस्तान भारत में 6 नेताओं की हत्या करवाना चाहता था, इनमें से एक हत्या Delhi और Chandigarh में हाल ही में होनी थी। खालिस्तानी आतंकी Rinda ने भारत में हिन्दू नेताओं और RSS के कार्यकर्ताओं की हत्या की प्लानिंग की थी, लेकिन सही समय पर इस बात का पता दिल्ली पुलिस को चल गया और इनके मंसूबों पर पानी फिर गया।

    Punjab के गायक Sidhu Moose Waala की हत्या के बाद हिन्दू नेताओं की हत्या की साजिश पर कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गई थी, लेकिन उनकी ये कोशिश सफल नहीं हो पाई।

    Khalistani Terrorist Rinda

    आतंकी सहियोगी ने ही खोला पूरा चिट्ठा

    Delhi Police Special Cell की Counter Intelligence Unit ने PAK में बैठे खालिस्तानी आतंकी Rinda के सहियोगी गैंगस्टर Kawar Randeep Singh उर्फ SK को UP के Bareli से गिरफ्तार किया गया है और पूछताछ के समय उसने PAK में बैठे Rinda के सारे काले चिट्ठे खोल दिए। Police के पूछने पर सामने आया कि इस गैंगस्टर को पाकिस्तान में बैठे आतंकी Rinda के कहने पर हिन्दू नेताओं और RSS के अधिकारियों को मारने का टास्क दिया गया था, जिसके लिए ये कई बार दिल्ली आकर भी रुका था।

    Khalistani Terrorist S.K Kharoud

    Special Cell के एक बड़े अधिकारी ने खुलासा किया है कि गिरफ्तार SK Kharoud के मोबाइल से कुछ ऐसे सुबूत बरामत हुए हैं, जिनसे पाकिस्तानी लिंक सामने आ रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि हिंदू नेताओं की हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार वर्ष 2021 में पाकिस्तान से आए थे। Kharoud ने ये भी बताया कि उसे ये हथियार एक आदमी ने Mohali में दिए थे, और ये सारे हथियार ड्रोन (Drone) के जरिए आए थे।

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    Patiala का रहने वाला था गैंगस्टर

    जानकारियों से पता चला है कि पकड़ा गया गैंगस्टर मूल रूप से Punjab के Patiala का रहने वाला था और ये भी पता चला है कि पहले से ही इस पर 7-8 आपराधिक मामले दर्ज हैं। गैंगस्टर SK Signals और WhatsApp के जरिए Rinda से समपर्क में रहता था और Rinda के कहने पर ही उसे कुछ फ़ोटोज़ भेजी गईं थी जिसके जरिए हिन्दू नेताओं और RSS के अधिकारियों को मारने की प्लानिंग की गई थी।

    SK को करनी थी Target Killing

    SK Kharoud के पास से पांच आधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं। इनमें से दो चीनी पिस्टल हैं, जबकि तीन स्टार पिस्टल हैं। स्टार पिस्टल पाकिस्तान में बनती है। गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि Delhi और Chandigarh में Target Killing वाले नेताओं की रेकी हो गई थी।

    Late Siddhu Moose wala

    Rinda ने ये रेकी किसी और ग्रुप से करवाई थी। रेकी की सूचना SK Kharoud को दे दी गई थी और फिर SK को टारगेट किलिंग करनी थी। आरोपी Kharoud ने ये भी बताया कि उसे हिंदू नेताओं की हत्या के आदेश बहुत पहले ही दे दिए गए थे। बस Sidhu Moose Wala की हत्या के कारण इस साजिश को टाल दिया गया था।

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    – Ishita Tyagi

  • केंद्र सरकार की काट को केजरीवाल का वार : चंडीगढ़ को नियंत्रण में लेने के लिए भगवंत मान से पंजाब विधानसभा में पास कराया प्रस्ताव

    केंद्र सरकार की काट को केजरीवाल का वार : चंडीगढ़ को नियंत्रण में लेने के लिए भगवंत मान से पंजाब विधानसभा में पास कराया प्रस्ताव

    चरण सिंह राजपूत

    नई दिल्ली/चंडीगढ़। दिल्ली में तीनों नगर निगमों को एक करने के साथ ही केंद्र शासित प्रशासन चंडीगढ़ को अपने कब्जे में कर मोदी सरकार की आप के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने की नीति को आम आदमी ने पूरी तरह से समझ लिया है। प्रधानमंत्री को खुलेआम ललकारने वाले अरविंद केजरीवाल ने सबसे पहले केंद्र सरकार की घेरने की काट पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत से कराई है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज विधानसभा में एक प्रस्ताव पास किया है। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार पर चंडीगढ़ के प्रशासन में संतुलन को बिगाड़ने के प्रयास का आरोप लगाया गया है। प्रस्ताव के माध्यम से चंडीगढ़ को तुरंत पंजाब को देने की मांग की गई है। दरअसल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चंडीगढ़ ले मामले में सक्रियता देखते हुए भगवंत मान ने चंडीगढ़ को अपने नियंत्रण में लेने को यह प्रस्ताव पास किया है। दरअसल चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश होने के साथ ही पंजाब और हरियाणा राजधानी भी है।दरअसल मोदी सरकार चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों को लुभाने के लिए उनकी सेवा नियमों में बदलाव करने जा रही है।
    विधानसभा से पास अपने प्रस्ताव में भगवंत मान का कहना है कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम 1966 के तहत पंजाब को हरियाणा राज्य में पुनर्गठित किया गया था। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि चंडीगढ़ और पंजाब के कुछ हिस्सों को उस समय से केंद्र शासित प्रदेश हिमाचल प्रदेश को दे दिया गया था। उनका कहना है कि “तब से दोनों ही राज्यों के नामांकित लोगों को प्रबंधन पदों को देकर भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड जैसी सामान्य संपत्ति के प्रशासन में एक संतुलन का उल्लेख किया गया था। उनका कहना है कि अब केंद्र सरकार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए  इस संतुलन को बिगाड़ने में लगी है।
    भगवंत मान ने बताया की चंडीगढ़ प्रशासन की व्यवस्था पंजाब और हरियाणा के  60:40 के अनुपात में की गई है। भगवंत मान का आरोप है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में बाहरी अधिकारियों को तैनात किया गया है। उनका कहना है कि चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों के लिए जो केंद्रीय सिविल सेवा नियम पेश किए हैं, वे पूरी तरह से पिछले सालों में किये गए समझौतों के खिलाफ है।”
    दरअसल यह संघर्ष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की गत हफ्ते की गई घोषणा के बाद शुरू हुआ है। भगवंत मान ने चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें केंद्र सरकार में काम करने वाले उनके समकक्ष कर्मचारियों के बराबर ही लाभ मिलेगा। हालांकि विपक्षी दलों ने इससे चंडीगढ़ पर पंजाब के दावे के कमजोर होने की बात कही है।
    पंजाब में पहली बार सत्ता में आई आम आदमी पार्टी चुनाव नतीजों के बाद इसे भाजपा की पैनिक प्रतिक्रिया बताया है। उसका कहना है कि कांग्रेस के साथ ही अकाली दल ने भी इस कदम पर आपत्ति जताई थी।
    इस मामले पर भगवंत ने कहा था कि पंजाब सरकार चंडीगढ़ पर अपने दावे के लिए हर स्तर से लड़ेगी। उधर अमित शाह ने चंडीगढ़ में कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष  करने की बात कही थी। महिला कर्मचारियों की एक वर्ष से बढाकर दो वर्ष की चाइल्ड केयर लीव करने की बात कही थी।

  • माकन की नियुक्ति को लेकर अमरिंदर ने कांग्रेस पर साधा निशाना

    माकन की नियुक्ति को लेकर अमरिंदर ने कांग्रेस पर साधा निशाना

    चंडीगढ़, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पंजाब में अगले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने को लेकर अजय माकन को स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त करने के लिए कांग्रेस आलाकमान पर हमला बोला।

    अमरिंदर सिंह ने यहां एक बयान में कहा कि माकन ललित माकन (दिवंगत) के भतीजे हैं, जो दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुख्य दोषियों में से एक था।

    सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस इस पद के लिए माकन से घटिया व्यक्ति को नामित नहीं कर सकती थी, क्योंकि एक तरफ केंद्र सरकार दूसरे अपराधी सज्जन कुमार के खिलाफ मुकदमा चला रही है, जबकि कांग्रेस माकनों को पुरस्कृत कर रही है और वह भी पंजाब में। इस तरह से वह पंजाबियों के जख्मों पर नमक रगड़ रही है।

    पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस पार्टी को माकन जैसे किसी नाम से बचना चाहिए था, क्योंकि सिख विरोधी दंगों में उनके दिवंगत चाचा की संलिप्तता के लिए पंजाब में यह नाम ही उपहास और घृणा पैदा करता है, जहां निर्दोष पीड़ितों को जिंदा जला दिया गया था।”

    उन्होंने कहा कि इसके अलावा माकन में अंबिका सोनी और सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं के साथ स्क्रीनिंग कमेटी का नेतृत्व करने के लिए पर्याप्त योग्यता नहीं है।