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  • PM Modi की सुरक्षा में बड़ी चूक से Ferozepur रैली रद्द, BJP के Mission Punjab पर लगा ग्रहण|The News15

    PM Modi की सुरक्षा में बड़ी चूक से Ferozepur रैली रद्द, BJP के Mission Punjab पर लगा ग्रहण|The News15

    BJP के Mission Punjab पर ग्रहण लग गया है,दरअसल PM मोदी की Ferozepur रैली अंतिम वक्त में रद्द हो गई है,रैली के रद्द होने की अहम वजह क्या है,वीडियो के ज़रिए जानिए TheNews15 is based on true Journalism. It is YouTube Based

  • प्रधानमंत्री मोदी की रैली के साथ पंजाब में शुरू होगा भाजपा का चुनावी अभियान

    प्रधानमंत्री मोदी की रैली के साथ पंजाब में शुरू होगा भाजपा का चुनावी अभियान

    नई दिल्ली | पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ भाजपा अपने चुनावी अभियान की शुरूआत करने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए वर्ष के पहले सप्ताह में 5 जनवरी को पंजाब में रैली करेंगे।

    5 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी पंजाब के फिरोजपुर में पीजीआई सैटेलाइट सेन्टर की नींव रखने जा रहे हैं। इसके बाद पीएम एक रैली को भी संबोधित करेंगे। तीनों कृषि कानूनों की वापसी और किसानों के आंदोलन के स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब में यह पहली रैली होगी। पंजाब में अकाली दल से अलग होकर पहली बार चुनाव लड़ने जा रही भाजपा के चुनावी अभियान को पीएम मोदी की इस रैली से गति मिलने का दावा किया जा रहा है।

    बताया जा रहा है कि पीएम मोदी की इस रैली में भाजपा के सहयोगी दल पंजाब लोक कांग्रेस के अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के सुखदेव सिंह ढींढसा भी मौजूद रहेंगे। जाहिर सी बात है कि इस रैली के जरिए भाजपा राज्य में अपनी और अपने गठबंधन की ताकत को लेकर पंजाब के मतदाताओं को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश करेगी।

    आपको बता दें कि, भाजपा पंजाब में अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी के साथ गठबंधन कर पहली बार राज्य में बड़े भाई की भूमिका में चुनाव लड़ने जा रही है। गठबंधन में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय करने और संयुक्त घोषणा पत्र बनाने को लेकर ड्राफ्ट तैयार करने के लिए 28 दिसंबर को तीनों दलों के 2-2 नेताओं को शामिल कर एक 6 सदस्यीय संयुक्त कमेटी का भी गठन किया गया था। इस संयुक्त कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही भाजपा गठबंधन के सहयोगियों के साथ सीटों का बंटवारा कर चुनावी मैदान में उतरेगी।

  • भाजपा पर भारी पड़ी विपक्ष की लामबंदी

    भाजपा पर भारी पड़ी विपक्ष की लामबंदी

    सहरानपुर में द न्यूज 15 के चुनावी संग्राम कार्यक्रम में सपा, रालोद, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अपनी अपनी जीत का दावा किया। इस कार्यक्रम में सभी दल भाजपा से सवाल करते हुए दिखे।

  • यूपी में कई बैठकों को संबोधित करेंगे अमित शाह

    यूपी में कई बैठकों को संबोधित करेंगे अमित शाह

    लखनऊ | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के चुनावी अभियान को गति देने के लिए शुक्रवार से उत्तर प्रदेश के राज्यव्यापी दौरे पर होंगे। शाह के लगभग 21 विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करने की उम्मीद है और प्रत्येक जनसभा में आसपास के सात विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक शामिल होंगे।

    इस तरह वह अपने दौरे में करीब 140 विधानसभा सीटों को कवर करेंगे।

    भाजपा ने शाह को संगठनात्मक रणनीति में सबसे आगे रखने की योजना बनाई है, यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में आधारशिला रखने या विकास परियोजनाओं को लॉन्च करने के लिए भी जा रहे हैं।

    सूत्रों ने कहा कि पार्टी शाह की जनसभाओं में दलित और ओबीसी बहुल क्षेत्रों से समर्थकों को लाने की योजना बना रही है।

    अपने प्रचार अभियान के दौरान शाह का जमीनी स्तर की राजनीतिक स्थिति का आकलन करने के लिए विभिन्न जिलों में पार्टी पदाधिकारियों के साथ विशेष बैठकें करने का भी कार्यक्रम है।

  • भाजपा कार्यालय में हाथापाई करने के आरोप में आप नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी, 70 नेता हिरासत में

    भाजपा कार्यालय में हाथापाई करने के आरोप में आप नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी, 70 नेता हिरासत में

    गांधीनगर| गांधीनगर पुलिस ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के लगभग 70 नेताओं और कार्यकर्ताओं को भाजपा के राज्य मुख्यालय पर हंगामा करने और कुछ महिलाओं के साथ मारपीट करने के आरोप में हिरासत में ले लिया है।

    पुलिस कार्रवाई तब हुई, जब भाजपा की दो महिला कार्यकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने मारपीट का आरोप लगाया और कहा कि आप के कुछ नेता नशे में थे।

    गांधीनगर के एसपी मयूर चावड़ा ने संवाददाताओं से कहा, हमने लगभग चार सौ लोगों की भीड़ के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर इसुदान गढ़वी, गोपाल इटालिया, निखिल सवानी, प्रवीण राम और अन्य सहित आप के 70 नेताओं और कार्यकतार्ओं को हिरासत में लिया है। पुलिस उन सभी को मंगलवार को अदालत में पेश करेगी।

    शिकायत के मुताबिक, आप नेता और कार्यकर्ता सोमवार को दोपहर में गांधीनगर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय श्री कमलम में घुसे और प्रधान लिपिक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के विरोध में प्रदर्शन किया।

    भाजपा की दो महिला सदस्यों – श्रद्धा झा और श्रद्धा राजपूत ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि आप नेताओं ने उन पर शारीरिक हमला किया। उन्होंने मीडिया को अपने शरीर पर पड़े नाखून के निशान भी दिखाए।

    राजपूत ने आरोप लगाया कि आप नेताओं ने भाजपा महिला कार्यकर्ताओं को चोट पहुंचाई और यह भी कि आप के पुरुष कार्यकतार्ओं ने महिलाओं की उपस्थिति में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।

    राजपूत ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने आप के गोपाल इटालिया, इसुदान गढ़वी और प्रवीण राम की पहचान की है। राजपूत ने आरोप लगाया है कि आप नेता इसुदान गढ़वी नशे में थे। उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाना चाहिए ताकि पता चल सके कि वह नशे में थे या नहीं।

    एक अन्य महिला भाजपा सदस्य, श्रद्धा झा ने कहा, आप नेता शुरू में नारे लगा रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। वे जाहिर तौर पर हंगामा करने के लिए यहां आए थे। मैंने श्रद्धा राजपूत के साथ आप महिलाओं को सांकेतिक विरोध के बाद जगह छोड़ने के लिए कहा, लेकिन हम पर हमला किया गया। वे यहां हंगामा करने के इरादे से आए थे। आप के पुरुष सदस्य भाजपा की दो महिला कार्यकतार्ओं को लाठियों से पीट रहे थे।

    झा ने कहा, प्रदर्शनकारियों में से कई लोगों में शराब की गंध महसूस हो रही थी और वे निश्चित रूप से नशे में थे।

    पुलिस ने बल प्रयोग कर आप नेताओं को खदेड़ा और कार्यालय से हटा दिया।

    आप ने इस बीच आरोप लगाया है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के गुजरात अध्यक्ष हाथ में लाठी लेकर घूम रहे थे।

    इस बीच, गुजरात पुलिस ने सोमवार को हेड क्लर्क की भर्ती के लिए गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) (गौ सेवा पसंदगी मंडल) परीक्षा का पेपर लीक करने वाले एक प्रमुख व्यक्ति को गिरफ्तार किया।

    इस बीच आप नेता इसुदान गढ़वी की शराब के सेवन को लेकर किए गए प्रारंभिक टेस्ट की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है।

  • कांग्रेस के लिए विपक्षी एकता एक छलावा

    कांग्रेस के लिए विपक्षी एकता एक छलावा

    नई दिल्ली| देश में विपक्षी एकता कांग्रेस के लिए छलावा की तरह लग रही है, क्योंकि कई क्षेत्रीय दल गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए अपनी ताकत झोंक रहे हैं। सबसे प्रबल इच्छा ममता बनर्जी की है, जो अप्रत्यक्ष रूप से यह बताने की कोशिश कर रही हैं कि वह अगले चुनाव में विपक्ष का नेतृत्व कर सकती हैं। हालांकि, सबसे पुरानी पार्टी, जो दशकों से सत्ता में है, हार मानने को तैयार नहीं है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के बिना विपक्ष एकजुट नहीं हो सकता। तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए प्रस्तावों को भांपते हुए, सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई, हालांकि यह कहा गया था कि बैठक संसद में संयुक्त रणनीति पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी, लेकिन मुख्य उद्देश्य यह दिखाना था कि कांग्रेस प्रमुख विपक्ष है पार्टी और सोनिया गांधी यूपीए की नेता हैं।

    बैठक में ममता बनर्जी पर चर्चा एक केंद्र बिंदु थी और सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस इस समय तृणमूल नेता को परेशान नहीं करना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि राकांपा प्रमुख शरद पवार के ममता से बात करने की संभावना है और संसद सत्र के बाद सोनिया एक और बैठक बुला सकती हैं जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आमंत्रित किया जाएगा। द्रमुक, झामुमो और शिवसेना तीनों दल कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं।

    तृणमूल नेता ममता बनर्जी के ‘कोई यूपीए नहीं है’ कहने के तुरंत बाद सोनिया गांधी ने डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी), शिवसेना, एनसीपी, सीपीआई-एम और अन्य समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी।

    बैठक के बाद टी.आर. बालू ने कहा था कि हमने राज्यसभा में सांसदों के निलंबन पर चर्चा की गई। वहीं फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आगे बढ़ने की रणनीति तैयार करने के लिए आम सहमति बना ली गई है।

    लेकिन, तृणमूल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और उसके सांसद डोला सेन ने कहा कि यह विपक्ष की बैठक नहीं थी, बल्कि कुछ दलों की थी क्योंकि पूरा विपक्ष मौजूद नहीं था।

    कांग्रेस टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव को यूपीए में शामिल करना चाहती है क्योंकि वह अतीत में एक सहयोगी थे। कांग्रेस टीआरएस के उन नेताओं तक पहुंचेगी जो राज्य में भाजपा के बढ़ते प्रभाव से खफा हैं।

    टीआरएस के बीजेपी से खफा होने की असली वजह टीआरएस के पूर्व नेता एटाला राजेंदर हैं, जिन्हें मई में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया था। राजेंद्र ने तेलंगाना राष्ट्र समिति छोड़ दी और राज्य विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया, लेकिन बाद में भाजपा के टिकट पर उपचुनाव जीते।

    राज्यसभा के निलंबित 12 सांसदों के मुद्दे पर भी कांग्रेस विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कई बैठकें की हैं, और यहां तक कि राहुल गांधी ने भी निलंबित सांसदों के साथ एकजुटता से मार्च में भाग लिया। निलंबित किए गए 12 सांसदों में तृणमूल के भी शामिल हैं, लेकिन तृणमूल ने खुद को बाकी विपक्ष से दूर रखा और इस मुद्दे को उठाया और कई बार सदन की कार्यवाही में भाग लिया।

  • कांग्रेस के रास्ते पर भाजपा, सीबीआई, ईडी भी आएंगे चुनाव लड़ने : अखिलेश

    कांग्रेस के रास्ते पर भाजपा, सीबीआई, ईडी भी आएंगे चुनाव लड़ने : अखिलेश

    रायबरेली| समाजवादी पार्टी (सपा) से जुड़े कई नेताओं पर आयकर के छापेमारी पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं और कहा कि भाजपा कांग्रेस की तरह बर्ताव कर रही है। उन्होंने कहा कि यूपी का चुनाव होने जा रहा है यहां पर अभी आईटी टीम आई है अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) वाले भी आएंगे। अखिलेश यादव ने शनिवार को रायबरेली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, “भाजपा कांग्रेस की तरह बर्ताव कर रही है। अभी आईटी टीम आई है अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) वाले भी आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर उनके पास पहले से जानकारी थी तो पहले कार्रवाई करनी चाहिए थी। चुनाव से दो महीने पहले ये कार्रवाई हो रही है। जो कि दिखाता है कि आईटी और सीबीआई वाले भी चुनाव लड़ने आएंगे।”

    अखिलेश यादव ने कहा कि इसके पहले कांग्रेस भी लोगों को डराने के लिए के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल करती रही है। वही रास्ते पर भाजपा भी चल रही है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला हैं।

    उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता को लगातार परेशनियां दी है। इस पार्टी ने दिक्कत, जिल्लत, किल्लत दी है। ठोको राज और बुलडोजर राज में ईज आफ क्राइम बहुत आगे है। आम जनता को सरकार ने अपमानित किया है। तीन नये किसान कानून लाए गये। जब वोट का डर सताया तभी कानून वापस भी हो गये। किसानों को जीप से कुचल दिया गया। जाचं रिपोर्ट सामने है।

    उन्होंने कहा, “दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दोषियों पर बुलडोजर नहीं चला है। चुनाव आते ही धार्मिक चश्मा लगा लेते है। जनता परिवर्तन करेगी। जनता और पिछड़ो को भाजपा ने धोखा दिया है। निषादों के हक छिनने का काम इन्होंने किया हैं। यूपी में जैसे-जैसे भाजपा को अपनी हार सताएगी। वैसे बड़े-बड़े नेता इस ओर रूख करेगी। इनकम टैक्स वाले आएंगे। ईडी आएगी। इसके बावजूद साइकिल की रफ्तार कम नहीं होगी। चुनाव से पहले ही छापेमारी क्यों की जा रही है। कोई भी इस सरकार में सुरक्षित नहीं है। आजम खां पर कितने मुकदमें लगे है। किसानों पर कितने मुकदमें लगे है। यह कोई नया तरीका नहीं है। कांग्रेस का अगर पुराना इतिहास देखेंगे। इन्हें तरीकों से लोगों को डराते रहे हैं। वही रास्ते पर भाजपा भी चल रही है।”

    ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी पार्टी के नेताओं तथा कारोबारियों के आवास तथा प्रतिष्ठानों पर शनिवार को आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। आगरा, मैनपुरी, लखनऊ तथा मऊ में इन नेताओं तथा कारोबारियों के ठिकानों पर कई टीमें शनिवार तड़के से छानबीन में लगी हैं। पार्टी के सहयोगी मनोज यादव तथा जैनेन्द्र यादव के साथ ही पार्टी के प्रवक्ता राजीव राय के ठिकानों पर सर्वे चल रहा है।

  • भाजपा 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी की भूमिका को नकार रही है: कांग्रेस

    भाजपा 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी की भूमिका को नकार रही है: कांग्रेस

    नयी दिल्ली,कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि असुरक्षित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)1971 के युद्ध में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका को नकार रही है। राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बंगलादेश को 50 वर्ष पहले आजादी मिली थी और उस समय की तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने पाकिस्तान के प्रभुत्व से लोगों को मुक्त कराने में अहम भूमिका अदा की थी और इसी के चलते बंगलादेश अस्तित्व में आया था।

    उन्होंने कहा कि सरकार और सेना की मदद से इंदिरा जी ने पाकिस्तान को दो देशों में बांट दिया था और उसी युद्ध के कारण बंगलादेश एक अलग देश के तौर पर अस्तित्व में आया था तथा बंगलादेश आज भी उनका और भारत का आभारी है।

    खरगे ने कहा”पंड़ित जवाहरलाल नेहरू के समय से ही कांग्रेस लोकतांत्रिक देशों की मदद कर रही है लेकिन सरकार में बैठे कुछ लोग श्रीमती गांधी तथा उनके योगदान को समाप्त करना चाह रहे हैं। इंदिरा गांधी सरकार ने लगभग 95000 पाकिस्तानी सैनिकों को एक वर्ष तक बंदी बनाकर रखा था जो विश्व में एक अप्रत्याशित रिकार्ड है। बंगलादेश से जब भी कोई नेता खासकर शेख हसीना जब भी भारत यात्रा पर आती है तो वह इंदिरा जी के योगदान का जिक्र करना नहीं भूलती हैं। उस समय विपक्ष के नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि वह दुर्गा का अवतार हैं लेकिन इस समय केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार श्रीमती गांधी और उनकी सरकार के योगदान को नकार रही है।”

    उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए हर लोकतांत्रिक देश की मदद की थी। उनकी इस बात का समर्थन करते हुए सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि अगर आज बंगलादेश अपना विजय दिवस मना रहा है तो यह सिर्फ कांग्रेस की वजह से ही है लेकिन इस दिन की याद में संसद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें विपक्ष के किसी भी नेता को नहीं बोलने दिया गया जो सत्ता पक्ष का वाकई एक निंदनीय कदम है।

    उन्होंने कहा “प्रधानमंत्री की असुरक्षा की भावना का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पूरे कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक बार भी श्रीमती इंदिरा गांधी का जिक्र नहीं किया जबकि उस पूरे अभियान में उनकी भूमिका सबसे ज्यादा थी। यह एक तरह से देश के इतिहास को बदलने जैसा है।”

    उन्होंने कहा कि हालांकि भारत के उस कदम का अमेरिका ने जोरदार विरोध किया था लेकिन वह किसी से नहीं डरी और इस युद्ध के बाद पाकिस्तान दो भागों में विभाजित हो गया था और विश्व का नक्शा बदल दिया गया था। लेकिन दुर्भाग्य से मौजूदा नेतृत्व इस मामले में घटिया और गंदी राजनीति कर रहा है।

  • उप्र : बलिया में भाजपा नेता पर दुष्कर्म का आरोप, मामला दर्ज

    उप्र : बलिया में भाजपा नेता पर दुष्कर्म का आरोप, मामला दर्ज

    बलिया (उत्तर प्रदेश)| उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के एक भाजपा नेता के खिलाफ महिला ने घर में घुसकर दुष्कर्म का प्रयास करने और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। बैरिया अंचल अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि भाजपा की पिछड़ा वर्ग इकाई के महासचिव रंजीत मौर्य के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।

    महिला के मुताबिक घटना गुरुवार रात करीब 10 बजे की है जब आरोपित जबरन उसके घर में घुसा। विंग के जिलाध्यक्ष लाल बहादुर ने इस बात की पुष्टि की कि मौर्य प्रकोष्ठ के महासचिव हैं।

    महिला ने संवाददाताओं से कहा कि मौर्य ने उसे भाजपा की महिला शाखा का उपाध्यक्ष बनाने की पेशकश की थी और उसके साथ अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया। इस बीच, भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने मौर्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।

    विधायक ने कहा, “पीड़िता और उसकी मां के मुझसे मिलने के बाद जब मामले में मैंने हस्तक्षेप किया तब प्राथमिकी दर्ज की गई।” घटना नौ दिसंबर के रात की है। उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। विधायक ने कहा कि वह पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। महिलाओं के साथ जो भी खिलवाड़ करेगा, उससे समझौता नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों के लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है।