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  • यूपी में अखिलेश का साथ मिलने से क्या सुधरी कांग्रेस की स्थिति?

    यूपी में अखिलेश का साथ मिलने से क्या सुधरी कांग्रेस की स्थिति?

    लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में आखिरकार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है| जिसकी दो दिन पहले अलग होनें की बाते हो रही थी वही यूपी में 80 सीटों को लेकर हुई डील के तहत कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी| सपा 63 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी| सपा अपने कोटे से कुछ छोटे दलों को भी सीटें दे सकती है| चलिए ये तो रही सपा और कांग्रेस में सुलहा की बात लेकिन 26 दलों को साथ लेकर चलने का वादा करने वाला ये गठबंधन कितना सफल है|

    क्यों खोखला नजर आ रहा है I.N.D.I.A?

    2023 जुलाई के महिनें में विपक्षियों कि एकता वाला एक गठबंधन बना| जिसका नाम बंगलूरू में हुई बैठक में विपक्षी दलों के महागठबंधन में रखा गया INDIA यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस, ये नाम रखने के पीछे कांग्रेस का यूपीए की छवि को दोबारा बनाने का तरीका माना गया, जिस पर भाजपा ने अक्सर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए| वही बात करें इस गठबंधन के मौजूदा हालात कि तो वो कुछ ही महिने में कमजोर नजर आया यानि जिस दावे और एनडीए सरकार को टक्कर देने के लिए बना जिसमें कई सारी बातें कि गई, दावे किए गए, एकता और भी बहुत कुछ लेकिन ये गठबंधन तो कुछ ही महिने में बिखरता नजर आ रहा है| जी हां इस गठबंधन में 26 विपक्षी दलों ने भाजपा नीत एनडीए को चुनौती देने के लिए शुरू किया लेकिन अभी ये गठबंधन खुद ही टूटता नजर आ रहा है|

    क्यों बना इंडिया ब्लॉक?

    जब मोदी लहर से देश 60 साल पुराने नेताओ के घोटाले उजागर होने लगे और वो जेल जाने लगे तो मोदी को रोकने या कहे टक्कर देनें के लिए ये गठबंधन बना अब ये बन तो गया पर ये 7 महीने में पैदा होने वाले बच्चे की तरह है वो सांस लेगा या नहीं इसका कोई पता नहीं है| क्योकि इस गठबंधन की हालिया स्तिथि देखे तो वो जो तस्वीर कुछ महिनें पहले नजर आयी थी इस गठबंधन की अब वो पूरी तरह से धुंधली नजर आ रही है क्योकि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदिक आ रहा है वैसे-वैसे एकता बुनियाद पर बना ये गठबंधन पूरी तरह खोखला नजर आ रहा है|

    नीतीश कुमार ने दिया झटका

    बात इस गठबंधन की करें तो शुरुआत नीतीश कुमार से करते हैं इंडिया गठबंधन अपनी शुरुआत के छह महीने बाद ही बिखरता नज़र आ रहा है| इस दिशा में सबसे ताजा झटका क्षेत्रीय नेता नीतीश कुमार हैं जिन्होंने बिहार में राजद को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है| नीतीश कुमार ने अब से मात्र 18 महीने पहले अपनी पार्टी के साथ बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए से किनारा किया था| अब बीजेपी नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के साथ मिलकर बिहार की चालीस लोकसभा सीटों को जीतने की कोशिश करेगी| भारत की राजनीति में दलबदल कोई नयी बात नहीं है| लेकिन नीतीश कुमार की ओर से मिले इस झटके ने कई लोगों को हिलाकर रख दिया है| क्योंकि उन्हें एक वक़्त इंडिया गठबंधन के पीएम उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा था|

    केजरीवाल और ममता ने भी किया किनारा

    बात नीतीश पर ही खत्म नहीं होती गठबंधन से जुड़े दो अन्य दलों आम आदमी पार्टी और टीएमसी के नेता अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी ने भी ‘इंडिया गठबंधन’ से किनारा कर लिया और इस बात को दूसरे शब्दों में कहें तो पंजाब और पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे की संभावना नहीं है| इस गठबंधन में ये सब एक ऐसे वक़्त हो रहा है जब मोदी बेहद मजबूत स्थिति में नज़र आ रहे हैं.बीजेपी ने दिसंबर में ही छत्तीसगढ़, राजस्थान, और मध्य प्रदेश जैसे अहम हिंदी भाषी राज्यों के विधानसभा चुनावों में धमाकेदार अंदाज़ में जीत दर्ज की है| इसके बाद जनवरी में नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन करके आगामी चुनाव के लिए एक तरह से बिगुल फूंक दिया|

    जयंद चौधरी ने भी गठबंधन को कहा अलविदा

    लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राष्ट्रीय लोक दल का एनडीए गठबंधन में शामिल होना तय हो चुका है| 10 दिन पहले पार्टी के अध्यक्ष जयंद चौधरी ने खुद इसकी पुष्टि की थी| इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी के साथ जाने के कई संकेत दिए थे| हालांकि, अब तक बीजेपी की तरफ से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है|

    अखिलेश यादव के लिए कितना काम आएगा PDA

    अखिलेश यादव ने चुनाव में NDA को हराने के लिए PDA का फॉर्मूला दिया था| अब आप में से कुछ लोग सोच रहे होंगे PDA क्या है तो PDA यानी पिछड़ा वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक. समाजवादी पार्टी ने लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट में ‘PDA’ पर दांव लगाया है| सपा की उम्मीदवारों की लिस्ट में OBC, दलित और मुस्लिम प्रत्याशी शामिल है| वहीं, पीएम मोदी कई मौकों पर चार जातियों की बात कर चुके हैं| जातिगत राजनीति को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि उनके लिए 4 जातियां अहम हैं-नारी शक्ति, युवा शक्ति, किसान और गरीब परिवार| ऐसे में सवाल ये है कि यूपी में कांग्रेस का साथ पाने के बाद अखिलेश यादव का PDA पीएम मोदी की 4 जातियों के आगे कितना टिक पाएगा?

    अभी देश भर में इंडिया गठबंधन की क्या स्तिथि चल रही है वो हमनें आपको इस लेख के माध्यम से समझानें की कोशिश की यानि कुल मिलाकर देखा जाए तो पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण के जिन राज्यों के दम पर विपक्षी गठबंधन सत्तारूढ़ NDA और बीजेपी की आर्म ट्विस्टिंग की तैयारी में था, वहां वो खुद ही गिरते नजर आ रहे हैं| उत्तर प्रदेश में भी अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल इंडिया गठबंधन से छिटकते हुए दिखाई दे रहा है| अखिलेश यादव तो पहले से ही सीटों को लेकर कांग्रेस से मोल-भाव का खेल, खेल ही रहे हैं| वहीं आम आदमी पार्टी से भी पंजाब और दिल्ली में गठबंधन को लेकर कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता नाखुश हैं| यानी इंडिया गठबंधन के साथ फिलहाल तो सब कुछ सही सा नहीं दिख रहा है और ऐसा तब है जब चुनाव में बस चंद दिनों का ही वक्त बाकी है|

    लेखन : शिवानी मांगवानी

  • Hate Speech मामले में आज़म खान को 2 साल क सजा तय !

    Hate Speech मामले में आज़म खान को 2 साल क सजा तय !

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    समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान को रामपुर Hate Speech मामले में 2 साल की सजा तय हो गयी हैं,मामला 2019 लोकसभा चुनाव के वक़्त का था,इससे पहले भी हो चुकी हैं सजा,,,,,

    Hate Speech मामले में आज़म खान को 2 साल क सजा तय !
    Hate Speech मामले में आज़म खान को 2 साल क सजा तय !

    2019 लोकसभा चुनाव से जुड़ा हैं मामला …….

    समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान को रामपुर MP-MLA कोर्ट ने हेट स्पीच मामले में दोषी करार दिया हैं, वही आप को बता दे की ये मामला 2019 लोकसभा चुनाव से जुड़ा हैं जब उन्होंने एक जनसभा को सम्बोथित करते हुए,रामपुर के तत्कालीन DM और चुनाव आयोग के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था,जिसके को लेकर तत्कालीन ‘BDO निगरानी टीम प्रभारी’ ने आज़म खान के खिलाफ केस रामपुर थाना के शहज़ादपुर में दर्ज कराया था,अब इस मामले में आज़म खान को धारा 171G और धारा 505(1)B साथ ही लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत 2 साल की सजा करार हुई हैं !

    (505(1)b में 1000/ जुर्माना और दो साल की सजा)
    (171-जी में 500/ का जुर्माना एक माह की जेल)
    (125 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में 1000/ जुर्माना दो साल की सजा)

    उत्तर प्रदेश सरकार ने वापस ली Y श्रेणी की सुरक्षा …

    इस मामले कि सुनवाई से पहले ही यानि कि बीते शुक्रवार को ही उत्तर प्रदेश ने आज़म खान की Y श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली थी, उसके जवाब ने सरकार ने कहा की अब उन्हें इसकी ज़रूरत नहीं हैं,रामपुर के SSP Dr. संसार सिंह ने कहा कि Y श्रेणी की सुरक्षा के तहत आजम खान को 3 सशस्त्र पुलिसकर्मी दिए गए थे,जो की अब वापस रामपुर पुलिस लाइन में बुला लिया गया है,इसके बाद भी आजम की वाई श्रेणी की सुरक्षा पर अब आगामी 18 जुलाई को राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।आप को बता दे की आज़म खान रामपुर से 10 बार के विधायक रह चुके हैं,2019 के लोकसभा चुनाव में आज़म खान ही सपा-बसपा के लोकसभा प्रत्याक्षी भी थे,

    उत्तर प्रदेश सरकार ने आज़म खान की Y श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली हैं !
    उत्तर प्रदेश सरकार ने आज़म खान की Y श्रेणी की सुरक्षा वापस ले ली हैं !

    वही आपकी जानकारी के लिए बता दे की 2019 में जब आज़म खान 10वी बार रामपुर के विधायक बने थे तो उसके बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था, वही इससे पहले भी एक बार और अज़ाम खान को Hate Speech मामले में अक्टूबर 2022 में दोषी करार देते हुए 3 साल कैद और 6,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी, इसके बाद आजम खान की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर दिया गया था !

     

  • PM मोदी का उनकी मां को अंतिम प्रणाम, भावुक होकर दी दुखद सूचना

    PM मोदी का उनकी मां को अंतिम प्रणाम, भावुक होकर दी दुखद सूचना

    PM Modi Mother heeraben death: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बैन पंचतत्व में विलीन हो गई है। हीराबेन मोदी पिछले कुछ समय से बीमार चल रहीे थी। 100 साल की उम्र में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। पीएम मोदी ने शुक्रवार को तड़के सुबह बहुत भावुक होकर ट्वीट कर सभी को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद कई दिग्गज नेता-अभिनेताओं ने ट्वीट कर शोक जताया….

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जताया दुख-  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी के मां के निधन पर दुख जताया है। राष्ट्रपति ने ट्विटर पर लिखा, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा का सौ वर्षों का संघर्षपूर्ण जीवन भारतीय आदर्शों का प्रतीक है। श्री मोदी ने ‘#मातृदेवोभव’ की भावना और हीराबा के मूल्यों को अपने‌ जीवन में ढाला। मैं पुण्यात्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं। परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं!

    Pakistan PM शरीफ ने जताया शोक– पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहवाज शरीफ ने पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर शोक जताते हुए लिखा ” मां को खोने से बड़ा कोई नुकसान नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी मां के निधन पर मेरी संवेंदनाएं..

    CM of Rajasthan: अशोक गहलोत– सीएम अशोक गहलोत ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की माताजी श्रीमती हीराबेन जी के निधन का समाचार दुखद है। इस कठिन समय में शोकाकुल परिवारजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ, ईश्वर उन्हें सम्बल प्रदान करें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना है।

    अखिलेश यादव- अखिलेश यादव ने शोक जताते हुए ट्वीट कर लिखा,”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी आदरणीय श्रीमती हीराबेन मोदी जी का निधन, अत्यंत दुःखद. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं. भावभीनी श्रद्धांजलि.”

    CM ममता बनर्जी- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा ”समझ नहीं आ रहा कि किन शभ्दों मे दुख बयान करूं, आज मुझे मेरी मां याद आ रहा है। दुख की इस घड़ी में परिवार को शक्ति मिले। मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं. दुख की इस घड़ी में आप आए, आपका आभार. आपकी मां का निधन बड़ी क्षति है।”

    PM of Nepal: पुष्प कमल दहल- नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की ओर से भी शोक जताते हुए कहा गया, “पीएम नरेंद्र मोदी की प्यारी मां हीराबेन के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में, मैं पीएम मोदी और शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।

    Information and Broadcasting Minister अनुराग ठाकुर-  सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को पीएम मोदी की मां हीराबेन के निधन पर शोक जताया। अनुराग ठाकुर ने कहा, “मां को खोना सबसे बड़ा दुख है, लेकिन उनकी ममता, अच्छाई, उनकी सीख और प्यार हमेशा आपके साथ रहेगा.” मंत्री ने कहा, “ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और अपने श्री चरणों में स्थान दे।”

    CM of Bihar नीतिश कुमार- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मां श्रीमती हीरा बेन जी का निधन दुःखद। मां का निधन असहनीय और अपूरणीय क्षति होता है। मां का स्थान दुनिया में कोई नहीं ले सकता। उन्होंने आगे कहा कि दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है।

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के मिधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भावुक कर देने वाला ट्वीट कर कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की माताजी, श्रीमति हीरा बा के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। इस मुश्किल समय में, मैं उन्हें और उनके परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं और प्यार व्यक्त करता हूं।

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे – कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने पीएम मोदी की माता जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा ”खड़गे श्रीमती हीराबेन मोदी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पूरे परिवार के साथ हैं।”

    CM of Chhattisgargh भूपेल बघेल- दुख की इस घड़ी मे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल दुख जताता हुए ट्वीट कर लिखते है कि माननीय प्रधानमंत्री जी को मातृ शोक का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। माँ का जाना जीवन से मुख्य आधार स्तंभ के ढह जाने जैसा होता है। एक ऐसी क्रिया जिसकी शून्यता सदैव अनुभव होती है। इस शोक की घड़ी में ईश्वर प्रधानमंत्री मोदी जी, उनके परिवारजनों को साहस और माता जी को श्री चरणों में स्थान दे। 

    PM मोदी की मां की अंतिम यात्रा- पीएम मोदी मां हीरा बा की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने नम आंखों से मां हीरा बा के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इसके पश्चात हीरा बा को गांधीनगर में हिंदू सनातन रीति-रिवाज के मुखाग्नि दी गई।

    
    

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  • पूर्व मुख्यमंत्री Mulayam Singh Yadav ने आज  Medanta में ली आखरी साँस

    पूर्व मुख्यमंत्री Mulayam Singh Yadav ने आज Medanta में ली आखरी साँस

    समाजवादी पार्टी के संरक्षक और Uttar Pradesh के पूर्व मुख्यमंत्री Mulayam Singh Yadav का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। आज सुबह उन्होंने 8:15 बजे अपनी अंतिम साँसे ली। 22 August को उन्हें Medanta अस्पताल में भर्ती किया गया था और अचानक से 1 October की रात को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें CCU (Critical Care Unit) में Shift कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि बीते पाँच दिनों से उनकी हालत काफी गंभीर थी और आज वो अपनी ज़िंदगी की जंग हार गए।

    Former CM Mulayam Singh Yadav pics

    Mulayam Singh Yadav के निधन पर उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav भावुक हो गए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने कहा कि ‘मेरे पिताजी और सबके नेताजी नहीं रहे’। Mulayam Singh Yadav के निधन की खबर पाकर उनके बेटे Akhilesh Yadav अभी-अभी Medanta अस्पताल पहुंचे हैं। पिछले एक हफ्ते से Akhilesh Yadav लगातार Medanta अस्पताल में मौजूद थे और Mulayam Singh Yadav के स्वास्थ्य को लेकर काफी चिंतित थे। एक बार तो उनकी आंखों से आंसू भी आ गए थे। फिलहाल Medanta अस्पताल में पूरा Yadav परिवार मौजूद है।

    1 October से थी हालत नाजुक

    Doctors के मुताबिक, Medanta में भर्ती Mulayam Singh Yadav की हालत 1 October से लगातार गंभीर बनी हुई थी। वह 1 October से ही Life Support System पर थे, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, साथ ही उन पर दवाईयों का भी कोई असर नहीं हो रहा था और उनकी Kidney की समस्या भी बढ़ गई थी।

    Mulayam Singh Admitted in Medanta Hospital

    रविवार 9 October को Mulayam Singh Yadav की हालत बिगड़ने पर Oxygen का Level  बढ़ाया गया था, इससे करीब 3 घंटे बाद उनकी स्थिति पहले की तरह हो गई थी। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, उनकी हालत में लगातरा उतार-चढ़ाव हो रहा था। इसके चलते उन्हें 1 October से लगातार Ventilator Support पर ही रखा गया था।

    ये भी पढ़ें- मांगे पूरी करवाने के लिए BJP का झंडा लेकर युवक चढ़ गया Tank पर

    28 साल की उम्र में बने थे विधायाक

    Mulayam Singh Yadav का जन्म 22 November 1939 को Etawah जिले के Saifai में हुआ था। उनकी पढ़ाई-लिखाई Etawah, Fatehabad और Agra में हुई। पढ़ाई पूरी करने के बाद Mainpuri के Karhal स्थित Jain Inter College में Professor भी थे। लेकिन ऐसा नहीं था कि पहले से ही वो नेता बनना चाहते थे या उनके घेवालों में से कोई था जो चाहता था कि वो नेता बने। उनके पिता चाहते थे कि Mulayam Singh एक पहलवान बने, और फिर उसी अखाड़े से उन्हें मकसद मिला राजनीति का। पहलवानी के दौरान ही Mulayam ने अपने राजनीतिक गुरु Nathusingh को Mainpuri में आयोजित एक कुश्ती-प्रतियोगिता में प्रभावित कर लिया था और बस फिर यहीं से उनका राजनीतिक सफर भी शुरू हो गया।

    Mulayam Singh With Akhilesh Yadav

    कोई Political Background से न होने के बावजूद भी महज 28 वर्ष की आयु में वो विधायक बन गए थे। Nathusingh की Traditional Assembly Constituency जसवंतनगर से ही Mulayam Singh Yadav ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।

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    – Ishita Tyagi

     

     

     

  • Chandauli Incident – क्या UP पुलिस ने Gangster की बेटी की पीट-पीट कर हत्या कर दी ?

    Chandauli Incident – क्या UP पुलिस ने Gangster की बेटी की पीट-पीट कर हत्या कर दी ?

    Chandauli Incident : UP के चंदौली (Chandauli)  में पुलिस द्वारा आरोपी कन्हैया यादव (kanhaiya yadav) के घर पुलिस दबिश देने पहुंची थीं। लेकिन अब परिजनों ने पुलिस पर ही हत्या का आरोप लगा दिया है घर वालों के मुताबिक पुलिस ने बेटी से मारपीट कर उसकी हत्या कर दी हैं। पिता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पुलिस जब आई थी तब घर में केवल दो बेटियां थी। जिसमें बड़ी बेटी की पीट पीट कर हत्या कर दी और दूसरी बेटी की पिटाई कर घायल कर दिया है।

    जानते है पूरा मामला –

    UP के चंदौली (Chandauli)  के मनराजपुर में पुलिस द्वारा आरोपी कन्हैया यादव (kanhaiya yadav) के घर पुलिस न्यायालय द्वारा जारी गैर जमानती वारंट के तहत कार्यवाही करने पुलिस गैंगस्टर के घर 1 मई की शाम को पहुंच गई थी। घर पर कन्हैया की दो बेटियां निशा तथा गुंजा मौजूद थी।

    अब अगर हम परिवार के तरफ से किये जा रहे दावों की बात करें तो छोटी बेटी ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि पुलिस जब घर पहुंची तब बेटियों ने उनके घर के अन्दर आने पर विरोध किया। पुलिस के साथ महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी, जिन्होने लड़कियों के विरोध को लेकर डॉट लगाई जिसके बाद पुलिस बड़ी बेटी के साथ मारपीट करते हुए दूसरे कमरे में ले गई  ऐसा गुंजा ने अपने बयान में बताया ।

    क्या प्रशांत किशोर नई पार्टी बनाने जा रहे ? पढ़िए पूरी कहानी

    छोटी बेटी गुंजा ने बताया कि जब पुलिस के जाने के बाद कमरा खुला तब वे पंखे से लटके हुए उसकी लाश मिली। परिवार का दावा है कि पुलिस ने बड़ी बेटी की हत्या कर उसे आत्महत्या के रूप में दिखाने के लिए पंखे से लटका दिया।

    परिवार के दावे के बाद (Chandauli Incident) स्थानीय लोगों का गुस्सा पुलिस पर फुट पड़ा। जिसमें लोगों ने चक्का जाम किया पुलिस की गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए, और दो पुलिस वालो पर हमला भी किया जिसमें पुलिस के गंभीर रूप से चोटिल होने की खबर आ रही हैं।

    परिवार की माने तो कन्हैया के बेटे विजय यादव को भी पुलिस गिरफ्तार कर उसके साथ मारपीट की थी।

    Chandauli पुलिस का पक्ष –

    एसपी अंकुर अग्रवाल (Ankur Agarwal) ने पुलिस का पक्ष तथा कार्यवाही की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया। SHO को सस्पेंड कर दिया गया है और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जिसका वीडियो भी बनाया गया है पैनल के द्वारा।

    Chandauli Incident – एसपी अंकुर (Ankur Agarwal) अग्रवाल अपना पक्ष रखते हुए

    एसपी अंकुर अग्रवाल (Ankur Agarwal) ने कहा कि फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मई 2 को  मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। । रिपोर्ट में गले पर खरोच और जबड़े के पास चोट आई है और शरीर पर किसी प्रकार की कोई भी चोट के निशान नही मिले है इसके अलावा विसरा रिपोर्ट भी कराई जा रही।

    आखिर कौन है Chandauli का कन्हैया ?

    कन्हैया यादव (kanhaiya yadav )बालू का कारोबारी है जिसके सम्बन्ध माफियाओं से भी बताए गए। कन्हैया यादव पर गुंडा एक्ट लागू है और कन्हैया जिला बदर भी घोषित है। हालांकि कन्हैया ने इन सभी दावों से इनकार किया हैं। कन्हैया ने बताया मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं ये सभी मामले पुराने है जिसके चलते मुझे थाना प्रभारी द्वारा परेशान किया जा रहा । तथा साथ ही स्थानीय विधायक पर भी आरोप लगाए।

    यहां क्लिक कर आप The News 15 के YouTube पर जा सकते है।

    सैयदराजा स्थान के विधायक सुशील सिंह (Sushil Singh) ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अभी तक पुलिस के द्वारा हत्या के एक भी साक्ष सामने नही आए है ये विपक्ष का प्रयास है मेरे खिलाफ, सुशील सिंह (Sushil Singh) ने अखिलेश यादव (akhilesh yadav) पर इसका आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने उसे पीड़ित परिवार के यादवों होने के चलते हुई कार्यवाही बताया।

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    Chandauli Incident – अखिलेश यादव (akhilesh yadav) सरकार यादव सरकार पर वार करते हुए

    नेताओं के बयानों तथा आरोपों से इतर उत्तर प्रदेश इस प्रकार की घटना कोई पहली घटना नहीं है, चंदौली (Chandauli Incident) की घटना ने इस बात पर फिर सभी का ध्यान खींच लिया है कि पुलिस के द्वारा हुई आम आदमी की मौत पर किसकी जवाबदेही? उम्मीद है कि पीड़ित परिवार को जल्द ही राहत मिले।

  • UP Election Result 2022: सपा गठबंधन की 304 सीटों पर कैसे होती जीत? अखिलेश ने बताया गणित

    UP Election Result 2022: सपा गठबंधन की 304 सीटों पर कैसे होती जीत? अखिलेश ने बताया गणित

    द न्यूज 15

    लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में भाजपा की प्रचंड जीत के बीच समाजवादी पार्टी और गठबंधन में शामिल नेताओं की ओर से ईवीएम को लेकर कई बार सवाल खड़े किए गए। मतगणना से ठीक पहले खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेन्‍स कर आरोप लगाए। हालांकि अभी तक ईवीएम से छेड़छाड़ या गड़बड़ी का कोई पुख्‍ता सबूत कहीं से सामने नहीं आया है। मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर पोस्‍टल बैलेट के वोटों का हवाला देते हुए इशारों में सवाल उठाया। इसके साथ ही अखिलेश ने अपने ढंग से पोस्‍टल बैलेट में सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के बड़े पैमाने पर वोट मिलने का दावा भी किया।
    अखिलेश ने एक ट्वीट में लिखा- ‘पोस्टल बैलेट में सपा-गठबंधन को मिले 51.5% वोट व उनके हिसाब से 304 सीटों पर हुई सपा-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। पोस्टल बैलेट डालने वाले हर उस सच्चे सरकारी कर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता!’
    ओमप्रकाश राजभर का दावा-बीजेपी और बीएसपी के बीच थी मिलीभगत : उधर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर कहा है कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच मिलीभगत थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पूर्वांचल की 122 सीटों पर भाजपा ने बसपा के टिकट तय किए। सपा गठबंधन के साथ इस चुनाव में 6 सीटें जीतने वाले सुभासपा प्रमुख ने कहा कि उनके पास सबूत भी है। उन्होंने कांग्रेस पर भी भाजपा की मदद का आरोप जड़ा है।  न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में राजभर ने कहा, ”पूर्वांचल में 122 सीटें ऐसी हैं जिनपर बीजेपी दफ्तर में बैठकर प्रत्याशी तय किए गए और सिंबल बसपा ऑफिस में दिए गए। मैं इसके लिए सबूत दे सकता हूं। जो पार्टियां 4 बार सत्ता में रहीं, चाहे वह बसपा हो या कांग्रेस, बीजेपी का समर्थन किया। उनके वोट कहां गए?”

  • सारे माफिया को योगी ने जेल में बंद करा दिया…बोला बीजेपी समर्थक, SP नेता ने पूछा- तो जौनपुर का गुंडा क्रिकेट खेलते कैसे पाया जाता है?

    सारे माफिया को योगी ने जेल में बंद करा दिया…बोला बीजेपी समर्थक, SP नेता ने पूछा- तो जौनपुर का गुंडा क्रिकेट खेलते कैसे पाया जाता है?

    सपा नेता के इन आरोपों पर टीवी कार्यक्रम में शामिल रहे भाजपा नेता ने कहा कि हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। मुख़्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे लोगों जो गरीबों की जमीन हड़पकर गुंडागर्दी करते थे वो आज जेल से निकलना नहीं चाह रहे हैं।

    द न्यूज 15 
    लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सुरक्षा और कानून व्यवस्था का मुद्दा भी छाया हुआ है। जहां एक और भाजपा उत्तरप्रदेश में मजबूत कानून व्यवस्था होने का दावा कर रही है तो वहीं समाजवादी पार्टी सहित अधिकांश विपक्षी दल हाथरस और उन्नाव मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साध रही है। एक टीवी कार्यक्रम में जब भाजपा समर्थक ने कहा कि योगी ने सारे माफिया को जेल में बंद करा दिया तो सपा नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि फिर जौनपुर का गुंडा क्रिकेट खेलते हुए कैसे पाया जाता है।
    एक टीवी चैनल पर आयोजित कार्यक्रम में एक भाजपा समर्थक ने कहा कि योगी ने सारे माफिया और आतंकवादी पर नकेल कसकर जेल में बंद करा दिया। इसपर वहां मौजूद रहे सपा नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर माफियाओं पर कार्रवाई की गई तो जौनपुर का सबसे बड़ा गुंडा धनंजय सिंह कैसे क्रिकेट खेलता हुआ दिखता है। इसपर भाजपा के लोग क्या कहेंगे।
    सपा नेता के इन आरोपों पर टीवी कार्यक्रम में शामिल रहे भाजपा नेता ने कहा कि हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। जिनके नाम पर दहशत कायम था वो मुख़्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे लोगों जो गरीबों की जमीन हड़पकर गुंडागर्दी करते थे वो आज जेल से निकलना नहीं चाह रहे हैं। यह योगी आदित्यनाथ जैसे अच्छे मुख्यमंत्री की देन है।
    बता दें कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह का एक वीडियो ट्वीट किया था। जिसमें वो क्रिकेट खेलते हुए नजर आ रहे थे। धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने पिछले साल भगोड़ा घोषित किया था। जिसके बाद पुलिस ने उनके घर पर नोटिस भी चिपकाया था। कोर्ट ने सरेंडर करने का आदेश दिया था लेकिन वे अभी तक कोर्ट में पेश नहीं हुए। धनंजय सिंह एक हत्याकांड में आरोपी है।
    गौरतलब है कि धनंजय सिंह ने 2002 और 2007 के चुनाव में निर्दलीय विधानसभा का चुनाव जीता। इसके बाद वे 2009 में लोकसभा का चुनाव भी जीते। इतना ही नहीं पिछले साल हुए पंचायत चुनाव में धनंजय सिंह की पत्नी जौनपुर जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं।