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Sudan Crisis : ‘सूडान से भारतीयों की निकासी के लिए तैयार करें प्लान’, पीएम मोदी ने हाई-लेवल मीटिंग में दिए निर्देश

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Sudan Conflict: सूडान की राजधानी खार्तूम सहित देश के अन्य हिस्सों में हुई हिंसा में एक भारतीय समेत 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

Sudan Crisis: PM Modi High level meeting on safety of over 3000 Indians Sudan Crisis: ‘सूडान से भारतीयों की निकासी के लिए तैयार करें प्लान’, पीएम मोदी ने हाई-लेवल मीटिंग में दिए निर्देश
प्रधानमंत्री ने सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए की हाई लेवल मीटिंग

PM Modi High-Level Meeting On Sudan violence : पीएम मोदी ने संबंधित अधिकारियों को सूडान में सतर्क रहने, घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करने और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का मूल्यांकन करने का निर्देश दिया है. पीएम ने सूडान से भारतीयों के लिए आकस्मिक निकासी योजना तैयार करने और उनमें सुरक्षा के हिसाब से तेजी से बदलाव करने और विकल्पों की व्यवहार्यता पर चलने का निर्देश दिया.

दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंसा प्रभावित सूडान में भारतीयों से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वायु सेना और नौ सेना के प्रमुख, विदेश और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के अलावा वरिष्ठ राजनयिक डिजिटल तरीके से शामिल हुए. जयशंकर वर्तमान के गुयाना के दौरे पर हैं.

 सूडान में हुई एक भारतीय की मौत

सूडान की राजधानी खार्तूम सहित देश के अन्य हिस्सों में हुई हिंसा में एक भारतीय समेत 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. भारत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि सूडान में स्थिति ‘‘बहुत तनावपूर्ण’’ है और वह भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब एवं मिस्र सहित विभिन्न देशों के साथ करीबी समन्वय कर रहा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने नयी दिल्ली में कहा था, ‘‘ चार-पांच दिन बाद भी संघर्ष कम नहीं हुआ है, लड़ाई जारी है और स्थिति तनावपूर्ण है. ऐसे में हम भारतीयों से आग्रह करते हैं कि वे जहां हैं, वहीं रहें और बाहर न निकलें.’’उन्होंने कहा था, ‘‘ हम सूडान के घटनाक्रम पर बेहद करीबी नजर रख रहे हैं.

सूडान में भारतीय दूतावास औपचारिक, अनौपचारिक माध्यम से भारतीय समुदाय के साथ सम्पर्क में है.’’यह संघर्ष देश के सैन्य नेतृत्व के भीतर ताकत के संघर्ष का सीधा परिणाम है. देश में सूडान की नियमित सेना और ‘रैपिड सपोर्ट फोर्सेस’ (आएसएफ) नामक अर्द्धसैन्य बल के बीच टकराव के कारण यह हिंसा हुई है.