लू से बचाव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में बनेगा वार्ड
संवाददाता, राजगीर।
मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी, राजगीर में गर्मी धीरे-धीरे अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही लू के थपेड़े भी चलने लगे हैं। इस दौरान लू लगने सहित गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। कई दिनों से चल रही पछुआ हवा से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। दोपहर में घर से निकलना मुश्किल से कम नहीं हो रहा है।अप्रैल माह के शुरू से ही गर्मी के इस प्रचंड रूप से लोग हैरान और परेशान हैं। ताल – तलैया, आहार – पोखर, नदी -नाला सूख जाने के कारण पशु – पक्षियों के बीच पानी की समस्या भी उत्पन्न होने लगी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल संकट बढ़ने लगे हैं। दर्जनों गांवों के कुएं सूख गये हैं। हैंडपंप लम्बे आर्से से खराब हैं। इन सबके बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्मी से बचाव के लिए जरूरी कदम उठाया गया है। उपाधीक्षक डाॅ उमेश चन्द्र ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल, राजगीर लू लगने सहित गर्मी से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए तैयार है। अनुमंडलीय अस्पताल में वातानुकूलित कमरे में 15 बेड का वार्ड बनाया गया है। गर्म हवा, लू, सामान्य बुखार आदि जांच के लिए पैथोलॉजिकल व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त किया गया है। इस अस्पताल में फिलहाल पाइप लाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो रही है। लेकिन उसकी वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। वार्ड के सभी बेड साइड में ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था उपलब्ध कराया गया है।
विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध रहेगी ओआरएस
अनुमंडलीय अस्पताल, राजगीर में ओआरएस सहित सभी आवश्यक दवाइयां उपलब्ध है। शुद्ध शीतल पेयजल के लिए वाटर कूलर लोकप्रिय समाचार पत्र ‘ प्रभात खबर ‘ द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल को उपलब्ध कराया गया। वाटर कूलर के अलावे यहां आइस पैक एवं डीप फ्रिज आदि की सुविधा मौजूद है आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भी ओआरएस की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए।