पैसेंजर ट्रेनों की लिस्ट भी जारी
औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले के अंतर्गत एक रेलवे स्टेशन आता है, जिसका नाम अनुग्रह नारायण रोड घाट है। इसे पुनपुन नदी घाट के तौर पर भी लोग जानते हैं। देश का एक मात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहां पितृ पक्ष के दौरान कई जोड़ी ट्रेनों का ठहराव होता है। यहां पिंडदान करने के लिए श्रद्धालु आते हैं। पूरे वर्ष इस स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं रूकती है। ये रेलवे स्टेशन करीब 26 सालों से यूं ही वीरान पड़ा है। यहां टिकट काउंटर भी नहीं है। लेकिन पितृ पक्ष के दौरान स्टेशन की महता बढ़ जाती है। यहां उतरने वाले श्रद्धालु अपने पूर्वजों को पुनपुन नदी के तट पर पिंडदान करते हैं। मान्यता के मुताबिक यहां प्रथम पिंडदान होता है।
पूर्व मध्य रेल ने अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन पर 9 जोड़ी एक्सप्रेस और 5 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों के अस्थायी ठहराव की व्यवस्था की है। ये व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि पितृपक्ष में पितरों को प्रथम पिंडदान करने आए लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इसी पुनपुन नदी से प्रथम पिंड देने के बाद लोग पिंडदान करने गया जाते है। यूं कहे कि अनुग्रह नारायण रोड घाट स्टेशन प्रवेश द्वार है। पितृपक्ष 17 सितंबर 2024 से शुरू होकर 2 अक्टूबर को खत्म हो जाएगा। उससे पहले पूर्व मध्य रेलवे ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। संभावित ट्रेनों और ठहरने वाली ट्रेनों की सूची जारी कर दी गई है।
पंडित धर्मेंद्र पाठक ने बताया कि पुनपुन नदी को पुराणों में आदि गंगा कहा गया है। यह नदी बिहार के औरंगाबाद में झारखंड की सीमा पर नवीनगर प्रखंड में टंडवा के पास से निकली है। यहां से निकल कर यह पौराणिक नदी औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद होते पटना जिले में जाकर गंगा में विलीन हो जाती है। पुनपुन नदी के घाट पर प्रथम पिंडदान किए बगैर मोक्ष नगरी गया में पितरों को किया गया पिंडदान व्यर्थ माना गया है। इस रेलवे स्टेशन पर हर साल पितृ पक्ष में इसलिए ट्रेनों को रोका जाता है, क्योंकि इसके करीब स्थित पुनपुन नदी में लोग श्राद्ध के दौरान अपने पितरों को तर्पण करने जाते हैं। हर साल पितृ पक्ष के दौरान यह धर्म कर्म किया जाता है। कई दशक पहले इस स्टेशन को बनाया ही इसलिए गया था, ताकि लोग पुनपुन नदी में श्राद्ध कर्म कर सकें।
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि पितृपक्ष मेला के अवसर पर पुनपुन घाट हॉल्ट पर कई ट्रेनों के अस्थायी ठहराव को मंजूरी दी गई है। इन ट्रेनो का ठहराव 17 सितम्बर से शुरू होकर 02 अक्टूबर तक जारी रहेगा। इन सभी ट्रेनों का 2 मिनट तक पुनपुन नदी घाट वाले स्टेशन पर ठहराव होगा। इनमें गाड़ी सं.- 13243/13244 पटना-भभुआ रोड-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस, गाड़ी सं.- 13347/13348 पटना-बरकाकाना-पटना पलामू एक्सप्रेस, गाड़ी सं.- 13349/13350 सिंगरौली-पटना-सिंगरौली एक्सप्रेस, गाड़ी सं.- 18623/18624 इसलामपुर-हटिया-इसलामपुर एक्सप्रेस, गाड़ी सं. 18625/18626 पूर्णिया कोर्ट-हटिया-पूर्णिया कोर्ट एक्सप्रेस शामिल है।
इसके अलावा जिन गाड़ियों के ठहराव को सुनिश्चित किया गया है। उनमें, गाड़ी सं.- 12365/12366 पटना-रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस, गाड़ी सं.- 13329/13330 पटना-धनबाद-पटना गंगा दामोदर एक्सप्रेस, गाड़ी सं.- 14223/14224 राजगीर-वाराणसी-राजगीर बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस एवं गाड़ी सं.- 05553/05554 पाटलिपुत्र-गया-पाटलिपुत्र पैसेंजर स्पेशल ट्रेन शामिल है। इसके साथ ही 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक 5 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का भी दो-दो मिनट का अस्थायी ठहराव प्रदान किया गया है। इनमें गाड़ी सं.- 03383/03384 गया-डीडीयू-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल, गाड़ी सं.- 03691/03692 गया-डेहरी ऑन सोन-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल, गाड़ी सं.- 03381/03382 गया-डेहरी ऑन सोन-गया मेमू पैसेंजर स्पेशल, गाड़ी सं.- 13305/13306 धनबाद-सासाराम-धनबाद इंटरसिटी पैसेंजर एवं गाड़ी सं. 13553/13554 आसनसोल-वाराणसी-आसनसोल मेमू पैसेंजर शामिल है।