21 सितम्बर को विश्व शांति दिवस पर  “संवाद और सम्मान” कार्यक्रम करेगी सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया)

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के नेता फैसल खान ने कहा है कि अक्सर ऐसा होता है कि हम दो-तीन दिन के प्रोग्राम में कुछ समय सांप्रदायिकता या सद्भावना के लिए रखते हैं, जिसमें कुछ चर्चाएं तो होती हैं लेकिन अधूरी रह जाती हैं, इसलिए सोचा यह गया कि एक पूरे दिन, सुबह से शाम तक, सिर्फ़ इसी मुद्दे पर चर्चा हो, रणनीति बनाएं, कुछ नया खोजें और कुछ संभव हो तो तय भी करें।

इस बार 21 सितम्बर को विश्व शांति दिवस के मौके पर हम एक “संवाद और सम्मान” कार्यक्रम सद्भावना कार्यकर्ताओं के साथ रखने का प्लान कर रहे हैं। जो सद्भावना के लिए बहुत गंभीरता से काम करने वाले 30 लोग होंगे। यह अक्सर लोग वह हैं, जो अपने-अपने स्तर पर समाज में सद्भावना स्थापित करने का काम कर रहे हैं। संसाधन भी खुद ही जुटाते हैं। इनमे रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी से लेकर स्टूडेंट तक को हमने रखा है। जो अपने काम के साथ अपने स्तर पर सद्भावना को मज़बूत कर रहे हैं।

सुबह 11 बजे से शाम 5:45 बजे तक कुछ चर्चाएं, मार्गदर्शन और फिर आप सबको सम्मानित करने का कार्यक्रम है।
इस कार्यक्रम से हमारा उद्देश्य है कि अभी तक कोई तय सिलेबस भी शांति या सद्भावना के कर्मियों के लिए नहीं है। अक्सर होता तो यह है कि, हम अपने मनपसंद या अपने मित्र और हम-ख़्याल लोगों को ही रिसोर्स-पर्सन के रूप में शिविर में बुला लेते हैं, उन्हें ही बोलने देते हैं जिसका कोई खास फ़ायदा हमारे बड़े मकसद को पूरा करने में नहीं होता है। हमें मालूम होना चाहिए कि ये काम बेहद मुश्किल है और सिर्फ़ अकेले हमारे बस का नहीं है, कि हम हीं सिलेबस तैयार करें। लेकिन यह भी सच है कि इस पर हम गम्भीरता से कुछ सोच तो सकते हैं। दूसरी बात हम सब एक-दूसरे के तजुर्बे और काम से सीखें और इन सब कामों को हम सब मिलकर कैसे मज़बूत करें और उसको कैसे बढ़ाया जाये।

तीसरी बात की सद्भावना हर स्तर पर बढ़ाने के नए-नए और क्रिएटिव रास्ते और तरीके खोजे जायें। हमें पूरी उम्मीद है कि हम सब मिलकर कुछ नया ज़रूर खोजेंगे। चौथे, इस नफ़रत से भरे माहौल में हम सब कैसे इन मूल्यों पर जमे रहें और डटे रहें, इसके लिए ज़रूरी है कि हम एक-दूसरे से मिलते रहें और एक-दूसरे की हिम्मत-अफ़ज़ाई करते रहें।
कार्यक्रम जवाहर भवन, राजेन्द्र प्रसाद रोड, नई दिल्ली में सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगा। किसी तरह का यात्रा खर्च हमारी तरफ से नहीं दिया जायेगा, सिर्फ लंच, चाय वगैरह का इंतेज़ाम हमारी तरफ़ से रहेगा।
कार्यक्रम में तीन सत्र होंगे।

पहला : विषय प्रवेश एवं उद्देश्य। (10:30 से 11:30)
दूसरा : परिचय और काम का अनुभव और चुनौतियां। (11:30 से 1:00 pm)
तीसरा: वरिष्ठ विषय-विशेषज्ञों का साझा अनुभव एवं रणनीति (2.00 से 4:30 pm)
अंतिम: सम्मिलित हुए साथियों का सम्मान एवं धन्यवाद।  (4:45 से 5:45 pm)

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *