चरण सिंह राजपूत
नई दिल्ली/लखनऊ। जो लोग उत्तर प्रदेश में फ्री राशन का मजा ले रहे थे, उनको अगले माह से झटका लगने वाला है। दरअसल मार्च तक चलने वाली इस योजना को आगे बढ़ाने के अभी तक कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं। यदि फिर से मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ योजना को आगे बढ़ाने के लिए अगर कोई आदेश नहीं देते हैं तो अगले वित्त वर्ष में यह योजना बंद हो जाएगी।
नई दिल्ली/लखनऊ। जो लोग उत्तर प्रदेश में फ्री राशन का मजा ले रहे थे, उनको अगले माह से झटका लगने वाला है। दरअसल मार्च तक चलने वाली इस योजना को आगे बढ़ाने के अभी तक कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं। यदि फिर से मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ योजना को आगे बढ़ाने के लिए अगर कोई आदेश नहीं देते हैं तो अगले वित्त वर्ष में यह योजना बंद हो जाएगी।
दरअसल यूपी चुनाव के चलते योगी सरकार ने मार्च तक फ्री राशन योजना को बढ़ाया था। इसके बाद यह योजना आगे बढ़ेगी या नहीं यह तो नई सरकार के गठन के बाद ही पता चलेगा। वैसे भी यह योजना कोरोना महामारी के चलते लागू की गई थी। अगर यह योजना मार्च के बाद जारी नहीं रही तो 15 करोड़ लोगों को फ्री राशन नहीं मिलेगा बल्कि खरीदकर लेना होगा।
दरअसल राशन की मुफ्त योजना यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए गेमचेंजर साबित हुई है। 2020 में आई कोरोना की लहर के चलते लगे लॉकडाउन के चलते केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन देने की योजना शुरू की थी। पहली लहर के खत्म होने के साथ ही इस योजना पर ब्रेक लगा था, लेकिन दूसरी लहर आने के बाद इस योजना मई 2021 में फिर से शुरू किया गया था। सरकार ने इस योजना को 2021 में आई दिवाली के मौके पर होली तक के लिए बढ़ा दिया था। इस योजना को आगे बढ़ाने के पीछे की वजह यूपी विधानसभा चुनाव मानी जा रही थी। यह योजना मार्च तक के लिए शुरू की गई थी। इस योजना की गूंज चुनाव में खूब देखी गई। इसी योजना का कमाल माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ फिर से मुखयमंत्री बनने जा रहे हैं। इस योजना के तहत गरीबों को पांच किलो राशन प्रति यूनिट के साथ ही मुफ्त में रिफाइंड तेल, नमक व चने को भी जोड़ा गया था।
दरअसल राशन की मुफ्त योजना यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए गेमचेंजर साबित हुई है। 2020 में आई कोरोना की लहर के चलते लगे लॉकडाउन के चलते केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन देने की योजना शुरू की थी। पहली लहर के खत्म होने के साथ ही इस योजना पर ब्रेक लगा था, लेकिन दूसरी लहर आने के बाद इस योजना मई 2021 में फिर से शुरू किया गया था। सरकार ने इस योजना को 2021 में आई दिवाली के मौके पर होली तक के लिए बढ़ा दिया था। इस योजना को आगे बढ़ाने के पीछे की वजह यूपी विधानसभा चुनाव मानी जा रही थी। यह योजना मार्च तक के लिए शुरू की गई थी। इस योजना की गूंज चुनाव में खूब देखी गई। इसी योजना का कमाल माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ फिर से मुखयमंत्री बनने जा रहे हैं। इस योजना के तहत गरीबों को पांच किलो राशन प्रति यूनिट के साथ ही मुफ्त में रिफाइंड तेल, नमक व चने को भी जोड़ा गया था।
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