तो न्यायपालिका में भी अपनी विचारधारा थोप देना चाहती है बीजेपी ?

केंद्र सरकार ने बीजेपी से संबंध रखने वाली और कट्टर हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाली वकील को सुप्रीम कोर्ट में जज बनाने की सिफारिश की है। हालांकि वकीलों के एक ग्रुप ने इस सिफारिश का विरोध किया है। दरअसल मद्रास हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट के एक ग्रुप ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर एडवोकेट लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी को जज बनाने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश का विरोध किया है। मद्रास हाईकोर्ट के 21 वकीलों के ग्रुप ने राष्ट्रपति को लिखी अपनी चिट्ठी में गौरी के कई बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि है गौरी के इन बयानों से उनकी कट्टर विचारधारा झलकती है और हाईकोर्ट में जज बनने के लिए अयोग्य हैं।
वकीलों ने राष्ट्रपति को लिखी अपनी चिट्ठी में लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी के साल 2018 के एक इंटरव्यू का जिक्र किया है जिसका टाइटल है मोर थ्रेट टू नेशनल सिक्योरिटी एंड पीठ ? इस इंटरव्यू में कथित तौर पर गौरी कह रही हैं कि जिस तरीके से इस्लाम एक हरा आतंकवाद है, उसी तरीके से क्रिश्चियनिटी भी सफेद आतंकवाद है।

आरएसएस के मुखपत्र में लिखे आर्टिकल का भी है जिक्र

चिट्ठी में गौरी के 5  जून 2018 के एक अन्य इंटरव्यू का जिक्र है, जिसमें वह कहती दिख रही हैं कि किसी क्रिश्चियन सांग पर भरतनाट्यम नहीं किया जाना चाहिए। राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में गौरी के आरएसएस मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में साल 2012 में प्रकाशित एक लेख का भी जिक्र किया गया।
राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में जिन 21 सीनियर एडवोकेट्स ने सिग्नेचर किये हैं, उसमें सीनियर एडवोकेट आर.वैगई, डी. नागासैला और टी. मोहन शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार सीनियर एडवोकेट डी. नागासैला कहती हैं कि अगर कोई उनका इंटरव्यू देख ले तो उसे खुद समज में आ जाएगा कि समस्या क्या है ? गौरी को जज बनाने की सिफारिश वापस लेनी चाहिए और उन पर आईपीसी की धाराओं में केस दर्ज किया जाना चाहिए।

कौन हैं लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी ?

दरअसल इसी साल 17 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने कुल 5 वकीलों को जज के तौर पर नियुक्ति के लिए सिफारिश की थी, जिसमें गौरी का भी नाम शामिल हेै। लक्ष्मणा चंद्र विक्टोरिया गौरी कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी से भी जुड़े हैं। गौरी के अनवेरीफाइड ट्विटर हैंडल के बायो में भी इस बात का जिक्र है कि वह बीजेपी महिला मोर्चा की नेशनल जनरल सेक्रेटरी भी रही हैं। इसी हैंडल से 31 अगस्त 2019 को ट्वीट किया गया था कि मैंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है, आप भी जुड़ें और न्यू इंडिया के निर्माण में हाथ बढाएं। हालांकि अब वह ट्वीट डिलीट हो गया है। बता दें कि गौरी को केंद्र सरकार ने एएसजी भी नियुक्त किया है।

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