करनाल, (विसु)। बाबा रामदास जी गिरि काली कमली वाले जी की पावन स्मृति में 118वां विशाल भण्डारे के अंतर्गत प्रात: 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक श्री सुखमणी साहिब पाठ (21वां) तथा कीर्तन श्री सुखमणी साहिब सोसायटी (समस्त करनाल) द्वारा किया गया। कीर्तन बाबा गोला जी द्वारा किया गया। मुखी राजेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह, बलविन्द्र सिंह, अन्य सदस्यगण द्वारा श्री सुखमणी साहिब पाठ की सेवा की गई।
अरदास, भोगप्रसाद संगत को वितरित किया गया। संस्था की तरफ से गद्दीनशीन वैद्य देवेन्द्र बतरा, दर्शना बतरा, डॉ. मानव बतरा, भारत भूषण अरोड़ा, सुभाष गुरेजा, यश बतरा,पं. चेतन देव शर्मा, रामलाल, प्रिंसीपल नीनू आहुजा, ललित सुखीजा, कर्ण, लक्षिता बतरा, समाया बतरा, साबिया बतरा, रूबीर बतरा, रिंकू शर्मा, अरूण मनोचा मुंबई, तरुण मनोचा दुबई, राजू अरोड़ा, सुरेन्द्र मजोका व कई सदस्यों को सरोपा पहनाकर सम्मानित किया।
सांयकालीन फेरी शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। पालकी को फूल और गुब्बारों से सजाया गया। बाबा जी की कुटिया से सभी भक्त कीर्तन करते हुए, नाचते गाते हुए, ग्रामीण परिक्रमा करते हुए, महामण्डलेश्वर स्वामी सत्यानन्द तीर्थ, स्वामी हरी ओम पाण्डे, स्वामी देवेन्द्रानन्द की अगुवाई में पालकी के साथ-साथ चले। नगर परिक्रमा करते हुए शोभा यात्रा पीर बाबा काले खाँ की मजार पर पहुंची। पूजा अर्चना करके सर्वप्रथम गुरुदेव देवेन्द्र बतरा, दर्शना बतरा, समाया बतरा ने झण्डा चढ़ाया, फिर सन्त महात्माओं ने झण्डा चढ़ाया। इसके बाद सभी साध संगत ने भजन कीर्तन किया। प्रशाद का भोग लगाकर वितरित किया गया।
नगर परिक्रमा करते हुए भजन, कीर्तन करते हुए पालकी बाबा रामदास जी गिरि काली कमली वाले जी की कुटिया में पहुंचे। सारी संगत ने माथा टेककर प्रसाद व आशीर्वाद प्रप्त किया। शोभा यात्रा में सैंकड़ों बच्चे छोटी-2 झंडियां लेकर साथ चल रहे थे। पीर बाबा की ज्योत और बाबा जी की जोत दोनों को मिलाकर लंगर घर में तंदुर में प्रविष्ट कराकर भण्डारा प्रशाद बनाने का शुभारंभ किया गया।