
पूसा/समस्तीपुर। प्रधानमंत्री के बिहार आगमन के अवसर पर आज पूसा प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट/ऐक्टू) के बैनर तले दर्जनों आशा कार्यकर्ताओं ने शांतिपूर्ण सत्याग्रह किया। वे “पीएम-सीएम झूठे हैं, आशा कार्यकर्ताओं के बच्चे भूखे हैं”, “छह माह से वेतन क्यों नहीं?”, “डबल इंजन की सरकार आशा विरोधी है” जैसे नारों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रही थीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष कल्पना सिंह ने की, जबकि संचालन प्रखंड सचिव उषा देवी ने किया। इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक एवं भाकपा (माले) के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं के साथ बार-बार छल कर रही है, और इसी कारण प्रधानमंत्री के आगमन पर यह शांतिपूर्ण सत्याग्रह जरूरी हो गया।
प्रखंड सचिव उषा देवी ने कहा कि पिछले छह महीनों से आशा कार्यकर्ताओं को वेतन नहीं मिला है, जिससे उनका जीवन यापन कठिन हो गया है। उन्होंने सरकार से तत्काल वेतन भुगतान की मांग की।
भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य रौशन कुमार ने सवाल उठाया कि आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर को न्यूनतम 21,000 रुपये मासिक मानदेय क्यों नहीं दिया जाता? उन्होंने कहा कि 1,000 रुपये की मामूली राशि में मौजूदा महंगाई में गुज़ारा करना असंभव है।
सत्याग्रह में रेखा देवी, सीमा कुमारी, सुशीला देवी, बबीता कुमारी, अनिता कुमारी, गुड़िया कुमारी, राजकुमारी देवी, सविता कुमारी, प्रमिला कुमारी, कविता कुमारी, प्रीतिवाला, सुनीता देवी, आनंदी कुमारी, डोली कुमारी, चांदनी कुमारी, विभा कुमारी, रजनी कुमारी सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर शामिल हुए।