
श्याम लाल कॉलेज (सांध्य) में संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन
संस्कृत भारती, दिल्ली और श्याम लाल कॉलेज (सांध्य) में दस दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। इस उद्घाटन समारोह में स्वागत वक्तव्य देते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. नचिकेता सिंह ने कहा कि संस्कृत हमें संस्कारित करती है। यह हमारी पहचान है।भारतीय संस्कृति और सभ्यता इसी की आधारशिला पर टिके हैं। उन्होंने ऐसे आयोजनों पर गर्व करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की उपस्थिति देखकर बहुत गौरवांवित महसूस कर रहा हूँ।
इस सत्र के विशिष्ट अतिथि डॉ. धनञ्जय कुमार आचार्य ने संस्कृत के महत्त्व को रेखांकित करते हुए उसे भारतीय ज्ञान परम्परा से जोड़कर देखा।उन्होंने कई सूत्रों के माध्यम से संस्कृत भाषा से जुड़ी कई रोचक जानकारियों को साझा किया।
इस शिविर के अतिथि अध्यापकों क्रमशः डॉ.मदन मोहन तिवारी और प्रज्ञा त्रिपाठी ने सभी को संस्कृत भाषा को आत्मसात करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि संस्कृत से हमें व्याकरणिक शुद्धता की पहचान होती है।
इस समारोह में शामिल सभी आगंतुकों को
धन्यवाद देते हुए हिंदी विभाग की प्रभारी प्रो.सुमित्रा ने कहा कि संस्कृत आज भी प्रासंगिक है। हमारे वेद-शास्त्रों में अखिल विश्व का विज्ञान समाहित है। इसे समझने की जरूरत है।
इसका संचालन दस दिवसीय शिविर के संयोजक डॉ. नीरज कुमार मिश्र ने किया।इस समारोह में कॉलेज के कई विभागों के अध्यापक,नॉन-टीचिंग स्टाफ,पुस्तकालय स्टाफ आदि के साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।