ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय संयोजक ने निवेशकों और जमाकर्ताओं से की 23 को दिल्ली पहुंचने की अपील
ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय संयोजक मदन लाल आजाद ने कहा है कि हवन पूजा नमाज जकात प्रार्थना मोमबत्ती धूपबत्ती मंत्र धर्म वंदना गुरुग्रंथ पाठ और न जाने कितने ही उपाय शुभ मुहूर्त के साथ साथ भारत माता त्रिदेव साईं तिरंगा गऊ गंगा आयतें श्लोक आदि गढ़कर रचकर ठगी का जो अभेद्य चक्रव्यूह बनाया था। हिंदुस्तान को लूटने ठगने के लिए सुब्रत, निर्मल भंगू, राशिद, मितेश, पीपीएस सेठी, संजय भाटी, राधेश्याम, मुत्तेवार, शेख हसीना, मनोज चंद, राहुल मुकेश मोदी, प्रीतम सिंह, सुभाष, डेजी मैनन, गजेंद्र, विक्रम सिंह और अभयदेव शुक्ला जैसे हजारों ठग ठगणियों ने उसे पलक झपकते ही खत्म कर दिया मिशन भुगतान भारत यात्रा के अमोघ अस्त्र से नारायण ने।।
बाबा तुलसीदास ने रामचरित मानस में लिखा है
“सुनहु भरत भावी प्रबल, बिलखि कहेहु मुनिनाथ।
हानि लाभ जीवन मरण, यश अपयश विधि हाथ।।”
उन्होंने कहा कि विधाता क्या चाहते हैं ? उन्होंने क्या सोच रखा है. यह किसी को नहीं पता, मानव अपनी और अपनों की हवश की शान्ति एवं पूर्ति के लिए देश धर्म ईमान नैतिकता कानून के साथ छल करता है, उसे लगता है कोई उसे रोक नहीं पायेगा कोई उसका अंत नहीं कर पायेगा किन्तु यह केवल भ्रम है मनुष्य का।।
मदन लाल आज़ाद का कहना है कि जब कोई साधारण सा दिखने वाला मनुष्य सत्य न्याय और लोककल्याण का अस्त्र लेकर अन्याय का छल का लूट का ठगी का अपराध का अंत करने का दृढ़ संकल्प लेकर निकलता है तो स्वयं नारायण उसके सारथी प्रहरी सुरक्षा कवच बनकर भांति भांति के रूप धारण करके उसकी सहायता और मार्गदर्शन के लिए अवतरित हो जाते हैं।।
हम ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के सदस्यों के साथ भी यही हुआ है कि नारायण ने हमें चुन लिया, हिंदुस्तान में सत्य न्याय धर्म और कानून की स्थापना के लिए और निकल पड़े थे, हम 25 अगस्त 2022 देवभूमि उत्तराखंड के कोटद्वार से छोटे से कारवां के रूप में आदरणीय सुखदेव शास्त्री जी के सानिध्य में। तब किसने सोचा था कि मिशन भुगतान भारत यात्रा बुंदेलखंड के बान्दा, महोबा चित्रकूट से फतहभूमि फतेहपुर पहुंचते ही ऐसा विशाल रूप ले लेगी जो भारत पर घिर आईं दुर्दिन की घटाओं को समाप्त करके 42 करोड़ हिंदुस्तानी परिवारों के जीवन में नया सवेरा लेकर आएगी।। मिशन भुगतान भारत यात्रा के दौरान हमारे परिवार को मिले सर्वश्री रमेश सिंह, रामदेव गौतम, सूरज दीन विश्वकर्मा, प्रकाशचंद्र अहिरवार, रणवीर सिंह होरा, रामदास सिसौदिया, मुजीव अहमद, सुभाष श्रीवास्तव, एसपी राघव, डॉ राजपाल, जाकिर हुसैन, रामनिवास, किशुनदास गुप्ता, शिवनारायण साहू, ललन यादव, रतन लाल सांखी, दिनेश देवांगन, उमेश शर्मा, भीमसैन साहू, चरनप्पा जी, अशोक मुदगल, हरदयाल कुशवाहा, ललित अमैठा, मास्टर वीर सिंह, श्यामचन्द गुप्ता, त्रिलोक चंद, सुरज्ञान, योगेश गुप्ता, गुलाब सिंह, डॉ मुन्ना, डॉ हनीफ, मनोज, गोपाल सैनी, जेपी सिंघानिया, गोपाल भार्गव, विकास त्रिपाठी, दिलीप प्रजापति, कमलेश कुमार, दर्शन कुमार, चौधरी विजेंदर सिंह, मास्टर प्रताप सिंह, मास्टर रामस्वरूप बौद्ध, डॉ भोपाल सिंह, संदीप और महेश प्रजापति, अयोध्या प्रसाद राय, अशोक कैथल, राकेश मौर्य, देवीशंकर शुक्ला, शिवशंकर द्विवेदी, सुनील शुक्ला, रामविशाल कुशवाहा, नरेंद्र कुशवाह, प्रताप सिंह, प्रिजेश राजपूत, अयोध्या प्रजापति, रमलखन पाल, सुषमा शर्मा, तरनजीत कौर, वर्षा लांडे, लक्ष्मी बिष्ट, सीमा, नीलू देवी, गीता, रेणु, सुनीता, सुरेन गुप्ता, हाजी अंसारी, कमाल अहमद, हैदर अली, भगवान सहाय गुप्ता, डॉ सुभाष जाट, चौधरी मनवीर सिंह, शैलेन्द्र शिकरवार, डॉ रमन गोला, डॉ तागराम गर्ग, मनसुख मौर्य, संग्राम सिंह, श्रीकृष्ण यादव, सुभाष यादव, चप्पू जी, एडवोकेट सारंग अवस्थी, एडवोकेट जगवीर सिंह, विलास देशमुख, विष्णुदेव ओझा, सुनील बंशल, ब्रजमोहन योगी, विशाल कुशवाहा जी समेत अनेक ज्ञात अज्ञात महारथी और सारथी जिन्होंने दिनरात एक करके मिशन भुगतान भारत यात्रा कार्यक्रम को घर घर तक पहुंचाया।। मैं सबके नाम लिखूंगा तो लेख बहुत लंबा हो जाएगा इसलिए कोई भी साथी यह न सोचेंगे कि मेरा नाम क्यों नहीं लिखा जिनका नाम नही लिखा है वह सब मुझे अतिशय प्रिय हैं।।
उनका कहना है कि आजाद सिंह शेखावत, मनोज कुमार सिंह, सूबेदार, कोमल प्रसाद तिवारी, राजपाल सिंह, सुधाकांत झा, कंवर सिंह यादव, सुमन कुमार, अमरकांत झा, मुकेश क्रांतिकारी, शैलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, मीना नंदेश्वरी, शम्भू जी और राजकुमार जी तो मानो अवतरित ही धरा को ठगमुक्त बेईमान रहित बनाने के लिए हुए हैं।
मदन लाला का कहना है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू, दिल्ली, झारखंड, बिहार, कर्नाटक जैसे राज्यों में मैं स्वयं गया मिशन भुगतान भारत यात्रा के ध्वज को लेकर तो मेरे अनगिनत साथी महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, पंजाब, पश्चिमी बंगाल, गुजरात, असम, तमिलनाडु, केरल, तेलांगना, आंध्रप्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल, मेघालय, गोवा और मणिपुर जैसे राज्यों में मिशन भुगतान भारत यात्रा के ध्वज को लेकर ठग और बेईमानों पर चढ़ दौड़े।
मिशन भुगतान भारत यात्रा का लक्ष्य था भारत का भुगतान कराना, देश के हर जिले में भुगतान काउंटर खुलवाना, अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी कानून 2019 बड्स एक्ट का प्रचार प्रसार करके जनता को भुगतान अधिकार के विषय में जागरूक करना। 23 मार्च 2023 शहीदी दिवस मिशन भुगतान भारत यात्रा का समापन राजधानी दिल्ली के कर्तव्यपथ तपोभूमि विजयचौक संसद भवन पर करना है और इसे भुगतान दिवस के रूप में मनाना है। यह संकल्प हम सबने पावन पवित्र संगम तट पर प्रयागराज में भी लिया था और राजा भोज की नगरी भोपाल में भी।।
एक अद्भुत पवित्र संकल्प के साथ एक ऐसा राष्ट्रव्यापी महायुद्ध ठगों के विरुद्ध 25 अगस्त 2022 से छेड़ा गया जिसकी अग्नि में न केवल ठगों को अपितु उन बेईमानों को भी भस्म कर दिया जाए जो शासन प्रशासन और न्याय की पावन पवित्र कुर्सियों पर बैठकर भारतवर्ष को कलंकित और अपमानित कर रहे हैं।।
इस रचनात्मक महायुद्ध के पूर्ण होने में आज समेत मात्र 12 दिन शेष हैं, निश्चित रूप से विजय सत्य की ही होगी और हम हिंदुस्तान में ठगों एवं बेईमानों का सर्वनाश करके न्याय की स्थापना करेंगे। उन 42 करोड़ ठगी पीड़ितों को जिनका धन सम्मान जीवन ठगों ने लूट लिया था मिशन भुगतान भारत यात्रा ने साहस दिया, सम्मान दिया और कुछ तो यह भी कहते हैं उन्हें इस मिशन के कारण जीवन मिला।।
दोस्तो आज प्रातः बेला में जब मैं यह लिख रहा हूँ तो मेरे समक्ष नारायण उपस्थित हैं और मुझे कह रहे हैं हे वत्स निर्भयता के साथ आगे बढ़ो सबका भुगतान सुनिश्चित कराओ और ठग साम्राज्य एवं बेईमान सिस्टम का अस्तित्व समाप्त करते हुए मेरी प्रिय पावन पवित्र भारत भूमि को ठगमुक्त बेईमान रहित राष्ट्र राज्य के रूप में स्थापित करके धन सम्मान सुख और अपनों को गंवा चुके हिंदुस्तान को भयमुक्त करो।।
नारायण की कृपा से साथियों के संघर्ष ने असम्भव से कार्य को सम्भव कर दिया है, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, कर्नाटक और उड़ीसा जैसे बड़े राज्यों में भुगतान काउंटर खुलने लगे हैं, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में छिटपुट ही सही बड्स एक्ट 2019 के तहत भुगतान आवेदन प्रारम्भ हो गए हैं और दर्जनों स्थानों पर भुगतान भी आरम्भ हुए हैं।
23 मार्च 2023 तक पूरा हिंदुस्तान जाग चुका होगा, सबको पता चल चुका होगा बड्स एक्ट 2019 के तहत भुगतान प्रत्येक ठगी पीड़ित का अधिकार है और उसका भुगतान करने की ड्यूटी जिलाधिकारी की है।।
23 मार्च 2023 भुगतान दिवस होगा और वर्ष 2023 भुगतान वर्ष यह तो तय है इसमें किसी को कोई संशय संदेह नहीं करना है यह तो होगा ही क्योंकि स्वयं नारायण इस महायुद्ध में हमारे साथ हैं।।
उन्होंने कहा कि मैं आपको बताना यह चाहता हूँ कि सच्चे मन निष्ठा समर्पण और निर्भीकता के साथ सत्य न्याय और धर्म के लिए कोई मेरे जैसा कमजोर शरीरधारी भी निरंतर लड़े तो स्वयं नारायण और समूची प्रकृति उसके पक्ष में खड़ी हो जाती है इसलिए आप सब जो हिंदुस्तान को, अपने खोए हुए धन को प्रेम करते हैं वह सब मिशन भुगतान भारत यात्रा और ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार से जुडो अपना भुगतान पाने के लिए।
तमाम भय भव बाधाओं को धता बताकर 23 मार्च 2023 को कर्तव्यपथ राजपथ इंडिया गेट विजयचौक संसद भवन नई दिल्ली पर सुबह 8 बजे आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करो भारत माता के उन वीर सपूतों को जो भारत की स्वतंत्रता के लिए हंसते हंसते शहीद हो गए थे और उनकी आंखों में एक ही सपना था स्वतंत्र अखंड मजबूत ईमानदार शांतिमय अपराधमुक्त बेईमान रहित भारत का।।
आओ शहीदों के स्वप्न को साकार करें 42 करोड़ ठगी पीड़ितों का भुगतान बड्स एक्ट 2019 के तहत सुनिश्चित करके भारत को ठगमुक्त बेईमान रहित राष्ट्र राज्य के रूप में स्थापित करें।।