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Sahara Protest : रात 2 बजे बस्ती पुलिस ने घर से उठा लिया अभय देव शुक्ला को, निवेशकों और एजेंटों में आक्रोश

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शनिवार को बस्ती के आरएम के गाली गलौज करने पर हो गई थी बहस, शांत करा दिया गया था मामला : नीरज शर्मा
भुगतान को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ निवेशकों और एजेंटों की लड़ाई लड़ रहे ऑल इंडिया जन आंदोलन न्याय संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला को रात 2 बजे बस्ती पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस बारे में संगठन के महासचिव नीरज शर्मा ने बताया कि शनिवार को बस्ती में हुए प्रदर्शन में सहारा इंडिया के आरएम शकील अहमद ने जब प्रदर्शनकारियों के साथ गाली गलौज की तो उन्हें प्रदर्शनकारियों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि रात २ बजे पुलिस ने अभय देव के घर पर छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाती है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस को कुछ पूछताछ करनी थी तो सुबह भी अभय देव शुक्ला को पुलिस थाने बुलाया जा सकता था।

उन्होंने कहा कि अभय देव शुक्ला कोई अपराधी नहीं है बल्कि वह पीड़ितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। नीरज शर्मा ने बताया कि शनिवार को बस्ती में अभय देव शुक्ला के नेतृत्व में आंदोलन किया गया था। इस प्रदर्शन में हजारों निवेशक और एजेंट मौजूद थे। उन्होंने जब प्रदर्शन में नारेबाजी हो रही थी तो सहारा इंडिया बस्ती के आरएम शकीला अहमद भी थे और वह एजेंट और निवेशकों के साथ गाली गलौज करने लगे। इसके बाद उनका प्रदर्शनकारियों के साथ कुछ विवाद भी हुआ। हालांकि बाद में इस विवाद को शांत करा दिया गाय। पता चला है कि देर रात शकील अहमद ने बस्ती थाने में पहुंचकर अभय देव शुक्ला, इजहार, हरीश पांडे, सुरेश यादव, नीरज शर्मा एवं निवेशक बहराइची के नाम से एक एफआईआर दर्ज करा दी। नीरज शर्मा ने कहा कि सहारा इंडिया में कैसे आंदोलनकारियों को फंसाया जा रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मैं शिवपुरी में बीएड का एग्जाम दे रहा था कि मेरा नाम भी लिखवा दिया गया।

उन्होंने बताया कि इन लोगों पर आईपीएस की धारा 147, 323, 504, 506,356,392 की धाराओं के तहत किया गया है। उन्होंने का कि यह सहारा प्रबंधन द्वारा सहारा इंडिया के खिलाफ चल रहे आंदोलन को दबाने की कुटरचित साजिश है। जिसे किसी भी हालत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। अभय देव की रिहाई के बाद देश में बड़ा आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। जब तक निवेशकों और एजेंटों का पैसा नहीं मिल जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।