निवेशकों के पैसे हड़पने और पैसे को फर्जी तरीके से निकालने और भुगतान नहीं करने के जुर्म में सहारा के चेयरमेन और दूसरे नंबर निदेशक, प्रशांत वर्मा ( टेरेटरी मैनेजर) गणेश चंद्र पांडे ( जोनल चीफ),बसंत बल्लभ पांडे( रिजीनल मैनेजर) और रंजना कुमारी (ब्रांच मैनेजर) को दिल्ली की अदालत में किया गया है तलब
नई दिल्ली। दरअसल पहाड़गंज दिल्ली की एक निवेशक विमला देवी और उनकी बेटी गीतांजलि ने सहारा Q शॉप यूनिक प्रोडक्ट रेंज लिमिटेड में 6 वर्ष के लिए फिक्स डिपॉजिट किया था। इस फिक्स डिपाजिट का 2016 में टीडीएस कटने और पैसे डूब जाने का डर बताकर बिमला के खाते को सहारियन यूनिवर्शल सोसायटी में ट्रांसफर करवा दिया गया था और टीडीएस के नाम पर पैसे काटकर मैनेजर द्वारा रख लिया गया था।
गीतांजलि के खाते को फर्जी साइन कर पैसे निकाल लिया गया था, जिसकी शिकायत दोनों ने स्थानीय पुलिस को दी मगर प्रशासन का सहयोग नहीं मिलने पर माननीय न्यायालय की शरण मे जाकर इनके सोची समझी रणनीति के तहत पैसे हड़पने के खिलाफ प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कराई। मगर इन लोगों द्वारा उनके खातों का भुगतान न देकर टालमटोल किया जाता रहा और प्रशासन को जांच में सहयोग नहीं किया गया, जिसके कारण न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी कर पूछताछ करने का आदेश जारी किया है।