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Sahara India : भुगतान को लेकर सहारा मीडिया नोएडा के मेन गेट पर आकर बैठा लोकल निवेशक 

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Sahara India : सहारा इंडिया में जमा किये थे तीन करोड़, एक करोड़ मिलने की बात आई है सामने, बाकी दो करोड़ रुपए लेने के लिए बैठा है धरने पर, प्रबंधन ने बंद किया मेन गेट 

सहारा इंडिया में अपनी हनक के लिए जाने जाने वाले ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय की हेकड़ी ऐसे निकाली जा रही है कि एक ओर सहारा निवेशकों और एजेंटों ने उन्हें ललकार रखा है तो दूसरी ओर सहारा मीडिया में फिर से आंदोलन की आग सुलग रही है। नोएडा के सहारा मीडिया परिसर में गढ़ी गांव का एक लोकल निवेशक गेट पर आकर बैठ गया है। बताया जा रहा है कि उसके सहारा इंडिया पर तीन करोड़ रुपये बकाया हैं।

गत दिनों जब बड़ी संख्या लोकल निवेाकों ने आकर सहारा परिसर के अंदर हंगााम किया तो उसे एक करोड़ रुपये दे दिये गये थे। अब यह निवेशक कुर्सी डालकर बैठ धरना दे रहा है और उसका कहना है कि जब तक उसे उसका भुगतान नहीं मिल जाात तब तक वह वहां से हिलने वाला नहीं है। इस निवेशक के रुतबे को देखते हुए सहारा मीडिया के स्थानीय प्रबंधन ने बाकायदा एक पंखा भी लगा रखा है। जानकारी मिली है कि शुक्रवार को धरने पर बैठे इस निवेशक की वजह से सहारा मीडिया का मेन गेट बंद हैं। सहारा परिसर में आने वाले अधिकारी और कर्मचारी झुंडपुरा की ओर वाले गेट से आ-जा रहे हैं।

 

वैसे भी गत दिनों जहां नोएडा के लोकल निवेशकों ने सहारा मीडिया में आकर हंगामा किया था वहीं सहारा मीडिया के कर्मचारियों ने भी बकाया वेतन को लेकर धरना दिया था। 27  तारीख को एक माह का वेतन मिलने के बाद भले ही अभी मामला शांत हो पर यदि इस महीने वेतन न मिला तो नोएडा में फिर से कर्मचारी धरने पर बैठ सकते हैं। दरअसल नोएडा परिसर में 2015 -16  में बड़ा आंदोलन हो चुका है। इस आंदोलन में न केवल नोएडा बल्कि लखनऊ, गोरखपुर, देहरादून, लखनऊ, कानपुर की राष्ट्रीय सहारा की यूनिट में काम बंद कर दिया गया था। सहारा समय में बुलेटिन रोक दिये गये थे। इस आंदोलन की आंच तिहाड़ जेल में बंद सुब्रत राय तक पहुंची थी। आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल

तिहाड़ जेल में जाकर सुब्रत राय को खरी खोटी सुनाकर आया था।
दरअसल पूरे देश में सहारा इंडिया से निवेशक और एजेंट अपना पैसा मांग रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिमी बंगाल, मध्य प्रदेश में बड़े स्तर पर आंदोलन चल रहा है। देशभर में चल रहे आंदोलन में विभिन्न संगठनों के बैनर तले निवेशक और एजेंट सड़कों पर हैं। ऑल इंडिया जन आंदोलन न्याय संघर्ष मोर्चा का अभय देव शुक्ला, ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार मदन लाल आजाद, राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा दिनेश दिवाकर तो अखिल भारतीय जन कल्याण मंच अमन श्रीवास्तव के नेतृत्व में सहारा इंडिया के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।