द न्यूज 15
पटना। आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप डी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बिहार में चल रहा छात्रों का आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों का ये आंदोलन उग्र होता जा रहा है और ट्रेनों में आगजनी और पत्थरबाजी की जा रही है। गया में छात्रों ने चलती ट्रेन पर पथराव किया और एक पैसेंजर ट्रेन को आग के हवाले कर दिया। आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर बुलाई गई हैं। इस दौरान प्लेटफॉर्म पर चारों तरफ पत्थर दिखाई दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रों ने श्रमजीवी एक्सप्रेस को काफी नुकसान पहुंचाया है और भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस में आग लगाई है। छात्र लगातार पत्थरबाजी कर रहे हैं।
आक्रोशित छात्रों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन उन्हें रोक पाना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। दूसरी तरफ जहानाबाद में भी छात्रों ने एक पैसेंजर ट्रेन को रोका और प्रदर्शन किया है। इस दौरान छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर ही तिरंगा फहराया और आरआरबी और एनटीपीसी के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाया। छात्रों के हंगामे पर गया के एसएसपी आदित्य कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि हम छात्रों को बताना चाहते हैं कि वे किसी के प्रभाव में ना आएं और सरकारी संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाएं। सरकार ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। उन्होंने ये भी कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। कुछ लोगों ने ट्रेन में आग लगा दी है, हमने उनमें से कुछ की पहचान कर ली है।
गौरतलब है कि बीते 2 दिनों से जारी छात्रों के हंगामे को देखते हुए बुधवार को रेल मंत्रालय ने एनटीपीसी और लेवल-1 की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था और एक कमेटी का गठन किया था। रेल मंत्रालय ने बताया था कि ये कमेटी फेल और पास हुए स्टूडेंट्स से बात करेगी और एक रिपोर्ट बनाकर रेल मंत्रालय को भेजेगी।
इस दौरान रेल मंत्रालय ने छात्रों द्वारा किए जा रहे उग्र प्रदर्शन को अशोभनीय बताया था और कहा था कि वीडियो में जो भी छात्र गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और वह आजीवन रेलवे में नौकरी पाने के अयोग्य होंगे। बता दें कि इससे पहले छात्र पटना में भी हिंसक प्रदर्शन कर चुके हैं। स्टूडेंट्स ने भीखना पहाड़ी, कदमकुआं और सैदपुर इलाकों में पुलिस पर पथराव किया था। हालांकि इस दौरान पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया था। आक्रोशित छात्रों ने बिहार के कई शहरों में रेल सेवाओं को प्रभावित किया था और आरा में ट्रेन में आग लगा दी थी।
गौरतलब है कि बीते 2 दिनों से जारी छात्रों के हंगामे को देखते हुए बुधवार को रेल मंत्रालय ने एनटीपीसी और लेवल-1 की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था और एक कमेटी का गठन किया था। रेल मंत्रालय ने बताया था कि ये कमेटी फेल और पास हुए स्टूडेंट्स से बात करेगी और एक रिपोर्ट बनाकर रेल मंत्रालय को भेजेगी।
इस दौरान रेल मंत्रालय ने छात्रों द्वारा किए जा रहे उग्र प्रदर्शन को अशोभनीय बताया था और कहा था कि वीडियो में जो भी छात्र गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और वह आजीवन रेलवे में नौकरी पाने के अयोग्य होंगे। बता दें कि इससे पहले छात्र पटना में भी हिंसक प्रदर्शन कर चुके हैं। स्टूडेंट्स ने भीखना पहाड़ी, कदमकुआं और सैदपुर इलाकों में पुलिस पर पथराव किया था। हालांकि इस दौरान पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया था। आक्रोशित छात्रों ने बिहार के कई शहरों में रेल सेवाओं को प्रभावित किया था और आरा में ट्रेन में आग लगा दी थी।