दो नाबालिक तस्कर गिरफ्तार
पटना। मंगलवार देर रात पटना जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा चेकिंग अभियान के दौरान 350 बोतल प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया गया। इस मामले में दो नाबालिग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त सिरप की अनुमानित कीमत लगभग 60 हजार रुपये बताई जा रही है। पूछताछ के बाद दोनों नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। घटना तब हुई जब रेलवे पुलिस प्लेटफॉर्म नंबर-3 पर नियमित चेकिंग अभियान चला रही थी। इस दौरान दो नाबालिगों को पुलिस देखकर भागने की कोशिश करते हुए देखा गया। उनके पास एक ट्रॉली बैग और एक अन्य बैग था। पुलिस ने शक के आधार पर उन्हें रोका और जब उनके सामान की तलाशी ली गई, तो भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप पाया गया। जीआरपी थाने के प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि बरामद सिरप को जब्त कर लिया गया है और एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिक पूछताछ के दौरान यह जानकारी सामने आई कि बरामद कफ सिरप को सहरसा में डिलीवर किया जाना था। पुलिस ने बताया कि प्रतिबंधित कफ सिरप को नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके कारण युवाओं में इसकी मांग बढ़ रही है और तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पकड़े गए नाबालिग तस्कर किसी बड़े गिरोह के हिस्सा हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस गिरोह के सरगना और अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि तस्कर नाबालिगों का इस्तेमाल गैर-कानूनी गतिविधियों में कर रहे हैं। नाबालिग होने के कारण वे कानूनी कार्रवाई से बचने का एक माध्यम बनते हैं। यह समाज और कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती है। रेलवे पुलिस द्वारा समय-समय पर चलाए जाने वाले चेकिंग अभियानों से तस्करी पर काफी हद तक लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना ने यह साबित किया है कि सतर्कता और नियमित जांच से गैर-कानूनी गतिविधियों को रोका जा सकता है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे की जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पटना जंक्शन पर हुई इस घटना ने न केवल तस्करी के बढ़ते मामलों को उजागर किया है, बल्कि यह भी बताया कि तस्कर अपने मुनाफे के लिए नाबालिगों को अपराध में धकेल रहे हैं। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और समाज दोनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। पुलिस की सक्रियता और आम नागरिकों की जागरूकता ऐसे मामलों पर काबू पाने में अहम भूमिका निभा सकती है।