पटना। बिहार में होने वाले उपचुनाव से पहले राज्य सभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में बगावत हो गई है। पार्टी के दो बड़े नेताओं, प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुशवाहा और प्रदेश महासचिव डॉ. परमानंद कुशवाहा ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया। अजय कुशवाहा ने RLM पर आरोप लगाया कि बेलागंज विधानसभा उपचुनाव को लेकर पार्टी में कोई फैसला नहीं हो रहा है। उन्होंने पार्टी में अनुशासनहीनता की बात भी कही। डॉ. परमानंद कुशवाहा ने बताया कि उन्होंने कुर्था विधानसभा क्षेत्र में चुनाव की तैयारी को लेकर पार्टी छोड़ी है।
बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं – तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज। इन सीटों पर जल्द ही चुनाव आयोग की तरफ से तारीखों का ऐलान हो सकता है। ये सभी सीटें विधायकों के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई हैं। तरारी, रामगढ़ और बेलागंज सीटें महागठबंधन के पास थीं, जबकि इमामगंज सीट एनडीए की सहयोगी पार्टी हम के पास थी।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में तरारी सीट से CPI(M) के सुदामा प्रसाद विधायक चुने गए थे, जो अब आरा से सांसद बन गए हैं। रामगढ़ विधानसभा सीट से RJD के विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह बक्सर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। जहानाबाद के सांसद बने राजद के सुरेंद्र यादव बेलागंज सीट से जीते थे। वहीं इमामगंज सीट से जीतन मांझी विधायक थे, जो अब गया से सांसद हैं। इन्हीं कारणों से ये चारों सीटें खाली हैं।
अजय कुशवाहा ने अपने बयान में कहा, ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी में बेलागंज विधानसभा उपचुनाव को लेकर कोई निर्णय नहीं होने से असंतोष की स्थिति है। वहीं पार्टी में अनुशासनहीनता चरम पर है।’ वहीं, डॉ. परमानन्द कुशवाहा ने कहा कि ‘कुर्था विधानसभा क्षेत्र से चुनाव तैयारी को लेकर पार्टी से त्यागपत्र दिया है।’