राम विलास
राजगीर। कांवरियों के स्वागत के लिए अध्यात्मिक शहर राजगीर सजधज कर तैयार है। श्रावणी मेला क्षेत्र में नाना प्रकार की दुकानें लगायी गयी है। गुरुद्वारा से लेकर कुंड क्षेत्र, वीरायतन मोड़ और सर्कस मैदान तक सड़क किनारे दुकानें लगायी गयी है। दुकानों में खरीददारी करने और गर्मजल के कुंडों में स्नान करने वाले कांवरियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
मेला क्षेत्र में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से सूर्यास्त बाद दुकानदारों और कांवरियों की परेशानी बढ़ जाती है। मेला क्षेत्र में नाश्ता भोजन के लिए शाकाहार होटल की व्यवस्था की गयी है वहीं मनोरंजन की भी भरपूर व्यवस्था की गयी है। नगर परिषद द्वारा कांवरियों की सुविधा के लिए टेंट पंडाल लगाया गया है। ब्रह्मकुंड क्षेत्र में कंट्रोल रूम और स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्था की गयी है।
गर्मजल के कुंडों के अलावे मेला क्षेत्र में भीड़ की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। 100 सीसीटीवी कैमरे जगह- जगह लगाये गये हैं। सीसीटीवी कैमरे का कंट्रोल कुंड क्षेत्र से किया जा रहा है। श्रावणी मेला में आने वाले कांवरियों के लिए पीएचईडी द्वारा पेयजल सुविधा उपलब्ध कराया गया है। पीएचईडी सहायक अभियंता अजहरुद्दीन अंसारी ने बताया कि राजगीर में कांवरिया बड़ी संख्या में आते हैं। यहां उनके द्वारा गर्मजल के झरनों और कुंडों में स्नान कर थकान दूर किया जाता है।
उनके विभाग द्वारा कुंड क्षेत्र और श्रावणी मेला क्षेत्र में कांवरियों के लिए गंगाजल की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि स्थायी शौचालयों के अलावे पीएचईडी द्वारा 100 जगहों पर अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की गयी है। 10 जगहों पर प्याउ की व्यवस्था है। एक प्याउ स्थल पर 10 नल लगाया गया है। एक समय में 10 कांवरिया पानी लेव पी सकेंगे। इसके अलावे 22 स्टैंड पोस्ट, 11 चापाकल मेला क्षेत्र में लगाया गया है।
दो टैंकर से मेला क्षेत्र में 24 घंटे जलापूर्ति की व्यवस्था पीएचईडी द्वारा की गयी है। सहायक अभियंता ने बताया कि ब्रह्मकुंड क्षेत्र में सरस्वती नदी के तट पर संप की जगह पांच हजार लीटर पानी संग्रह के लिए तीन फाइबर की टंकी लगाया गया है। वहीं से ब्रह्मकुंड के ऊपर यज्ञ मंडप तक पांच हजार लीटर समरसेबल मोटर से पहुंचाया जा रहा है।
गैलन की दो टंकी लगाया गया है। मेला ठेकेदार नवीन कुमार सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र में बर्तन, बांस के सामग्री, खिलौना, कपड़ा, सिंदूर, टिकुली, चूड़ी, लहठी की दुकानें लगायी गयी है। खाजा, बारा, पेड़ा आदि मिठाई के अलावे मकुनदान, चूड़ा आदि की दुकानें लगी है। हैंडीक्राफ्ट के अलावा नाश्ते भोजन के लिए होटल और मनोरंजन के लिए खेल तमाशा का पुख्ता प्रबंध श्रावणी मेला में किया गया है।
श्रवण कुमार यादव ने बताया कि जादूगर, ब्रेक डांस, झूला, ट्रेन, बेबी ट्रेन, जंपिंग, नाव झूला, टावर झूला आदि मनोरंजन की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में पाइप लाइन से अबतक जिलापूर्ति की व्यवस्था नहीं की गई है। रोशनी का भी पुख्ता प्रबंध नहीं है, जबकि मेला क्षेत्र में 200 से अधिक दुकानें लगाई गई है।